संघ के कार्यक्रम में नहीं जायेंगी कमलताई गवई
स्पष्टीकरण जारी कर स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

* सभी से सामाजिक समरसता व सौहार्द बनाए रखने का किया आवाहन
अमरावती /दि.3- पूर्व लेडी गवर्नर प्रा. कमलताई गवई ने गत रोज एक स्पष्टीकरण जारी करने के साथ ही अपने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए साफ कर दिया है कि वे परसों 5 अक्तूबर को अमरावती में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से आयोजित विजयादशमी उत्सव में शामिल नहीं होंगी. इसके साथ ही कमलताई गवई ने यह भी कहा कि इससे पहले सोशल मीडिया पर उनके नाम से जारी पत्र उन्होंने नहीं लिखा था, जिसे लेकर काफी बवाल भी हुआ था.
बता दें कि आगामी 5 अक्टूबर को नरसम्मा महाविद्यालय के मैदान पर संघ की ओर से विजयादशमी उत्सव के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कमलताई गवई को बतौर प्रमुख अतिथि आमंत्रित किया गया था. परंतु इस खबर के सामने आते ही सोशल मीडिया सहित अखबारों में कमलताई गवई का एक कथित पत्र भी जमकर वायरल हुआ था, जिसके बाद अच्छा खासा हंगामा मचा था. ऐसे में अब कमलताई ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण जारी करते हुए स्थिति को साफ करने का प्रयास किया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कभी भी ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा. बल्कि संभवत: वह पत्र उनके परिवार के प्रति श्रद्धा रखनेवाले किसी हितचिंतक द्वारा लिखा गया होगा.
इसके साथ ही प्रा. कमलताई गवई ने अपनी ओर से जारी पत्र में बताया कि वे तो 5 अक्तूबर को संघ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मंगलकामना की भावना से उपस्थित रहने वाली थी. साथ ही वे आंबेडकरी समाज व बौद्ध अनुयायियों के उत्थान के लिए सदैव सकारात्मक विचार रखती हैं, क्योंकि तथागत बुद्ध और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के विचार ही जीवन का मार्गदर्शन हैं. उनके योगदान को नकारने का प्रश्न ही नहीं उठता. समाज में किसी प्रकार की गलतफहमी या विभाजन फैलाने वाली बातें उनके विचारधारा के बिल्कुल विपरीत हैं.कमलताई गवई ने यह भी कहा कि समाज को संगठित, प्रबुद्ध और प्रगतिशील बनाने के लिए सत्य, करुणा और मैत्रीभाव की भावना से कार्य करना आवश्यक है. अंत में उन्होंने समाज से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और एकता, भाईचारे एवं समरसता को बनाए रखें.
इसके अलावा कमलताई गवई ने यह भी स्पष्ट किया कि, इस पूरे मामले को लेकर उन पर एवं स्मृतिशेष दादासाहब गवई सहित उनके परिवार के बारे में जिस तरह की टिका-टिप्पणी हो रही है और एक कार्यक्रम की वजह से गवई परिवार को जिस तरह से लांच्छीत व कलंकित करने का प्रयास किया जा रहा है, उसे देखते हुए वे बेहद व्यथित व दुखी है. साथ ही प्रा. कमलताई गवई ने यह भी कहा कि, अब उनकी आयु 84 वर्ष हो चुकी है और उनका स्वास्थ भी ठीक नहीं रहता. जिसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है. ऐसे में कहीं न कहीं रुक जाने की बात पर विचार करते हुए उन्होंने 5 अक्तूबर को संघ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है. अत: अब इसे लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लगाया जाना चाहिए.





