चांदूर रेल्वे में निराधार लाभार्थियों का आंदोलन सफल
विविध संगठनों का समर्थन

चांदूर रेल्वे/दि.4 – कई महीने से लंबित मानधन अदा किया जाए, इस मांग को लेकर श्रावणबाल, निराधार व दिव्यांग लाभार्थियों ने चांदूर रेल्वे में पूर्व नप अध्यक्ष तथा आम आदमी पार्टी के नेता नितिन गवली के नेतृत्व में जेल भरो आंदोलन की शुरुआत गांधी जयंती के दिन से की थी, लेकिन आंदोलन की शुरुआत होते ही प्रशासन ने तुरंत मानधन लाभार्थियों के खाते में जमा करने का आश्वासन दिया. सरकार की अनदेखी के कारण विगत 7-8 महीने से मानधन रुका था. जिसके कारण हताश लाभार्थियों ने गांधी जयंती के दिन अहिंसक संघर्ष का ऐलान किया था. आम आदमी पार्टी, शिवसेना ठाकरे गुट, भाकपा, जनता दल (से.), माकपा व स्वाभिमानी किसान संगठन की पहल से जेल भरो आंदोलन का बिगुल बजा. शहर के सिनेमा चौक में सुबह 11 बजे आंदोलनकारी एकजुट हुए. दोपहर 12 बजे मोर्चे की शुरुआत होने से पूर्व ही स्थानीय तहसील कार्यालय के नायब तहसीलदार सुधाकर अनासुने, मंडल अधिकारी नीलेश स्थूल, तलाठी दीपक चव्हाण, कर्मचारी राहुल कुकडी, रणजीत चौधरी के प्रतिनिधिमंडल ने आंदोलनकारियों से भेंट की. उन्हें लिखित पत्र देकर मानधन तुरंत जमा करने का आश्वासन दिया. इस दौरान लगभग 1 घंटे तक चली चर्चा के बाद आंदोलन फिलहाल के लिए स्थगित किया गया. इस समय आम आदमी पार्टी के उपाध्यक्ष प्रा. वसंतराव ढोके, आप नेता नितिन गवली, मेहमूद हुसेन, भाकपा के विनोद जोशी, जनता दल (से.) के प्रभाकर भगत, संजय डगवार, माकपा के रामदास कारमोर, शिवसेना ठाकरे गुट के बंडूभाउ यादव, गजानन यादव, स्वाभिमानी किसान संगठन के प्रशांत शिरभाते, दिनेश आमले, प्रा.प्रसेनजीत तेलंग, भूषण नाचवणकर, सागर दुर्योधन, राजा भैसे, महादेव शेंद्रे, विनोद लहाने, मंगेश डाफ, भीमराव खलाटे, साहेबराव शेलके, प्रदीप मेश्राम, सागर पटले, लवकुश खुणे, रोशन हटवार, सुनील मेश्राम, प्रतीक भेंडे, सुधाकर यादव, प्रमोद हेरोडे, विजय कलसकर, प्रभाकर यावले, आदि सहित अनेक लाभार्थी उपस्थित थे. आंदोलन स्थल पर पीएसआई नंदलाल लिंगोट के नेतृत्व में पुलिस बंदोबस्त तैनात था.





