रामदास कदम पर टूट पडा उबाठा गट

पत्नी और भतीजे की मौत में बताया लिप्त

* परब द्बारा प्रश्नों की बौछार
मुंबई /दि.4- बालासाहब ठाकरे के शव को मृत्यु पश्चात दो दिनों तक रखने और उनके अंगुलियों के निशान लेने के संबंध में शिवसेना शिंदेगुट नेता रामदास कदम द्बारा किए गए भयानक आरोपों का शिवसेना उबाठा गट ने जोरदार प्रत्युत्तर दिया. इस गट के प्रमुख नेता विधायक अनिल परब आज मीडिया के सामने रामदास कदम पर टूट पडे. उन्होंने कदम पर सवालों की झडी लगा दी. परब ने सवाल किया कि बगैर शवपेटी के पार्थीव को दो दिन रखा जा सकता है क्या. परब ने कदम के दावे को सरासर झूठ करार देते हुए कहा कि बालासाहब को मिलने भारी भीड होती थी. समस्त मीडिया भी वहां थी. परब ने कहा कि रामदास कदम की अक्ल घुटने में है. उसे किसी ने कह दिया और वह भरी सभा में अनर्गल बोलने लगे.
आरोपों की बौछार
पेशे से वकील अनिल परब ने मीडिया के सामने रामदास कदम पर ही प्रश्नों की बरसात कर दी. परब ने सवाल उठाया कि उध्दव ठाकरे इतने बुरे थे तो बालासाहब जाने के बाद उनके मंत्री मंडल में कदम क्यों शामील हुए. 2019 में कदम के बेटे योगेश ने विधायक बनना स्वीकार किया. 2012 में रामदास कदम कौनसे मेज पर सोए थे, यह मेज पर अब खोज रहे हैं. परब ने कहा कि मातोश्री में ऐसे किसी को भी मेज पर सोने नहीं दिया जाता. बालासाहब जिस कमरे में थे, वह 24 घंटे डॉक्टर्स की टीम थी. हर समय असंख्य लोग बालासाहब को मिलने आते थे. बालासाहब जीवंत है, यह सभी को पता था. उनकी तबीयत बीगड रही थी, यह भी सभी को मालूम था. अब नाहक राजनीति की जा रही है. प्रदेश की मुख्य समस्याओं से ध्यान भटकाने का उद्देश्य लग रहा है.
किए धक्कादायक खुलासे
अनिल परब ने रामदास कदम को लेकर भयानक खुलासे इस संवाददाता सम्मेलन में किए. उन्होंने कहां कि रामदास कदम की नार्कोटेस्ट होनी चाहिए कि 1993 में कदम की पत्नी ज्योति कदम ने क्यों स्वयं को जला लिया अथवा जला दी गई? परब ने इस मुद्दे पर कदम को नार्को टेस्ट करवाने की चुनौती दे डाली. एड. परब ने कहा कि वे अपनी नार्को टेस्ट के लिए तैयार है. क्या कदम भी नारको टेस्ट के लिए राजी होंगे? इसके साथ ही खेड में क्या-क्या शुरू है, यह सब अनिल परब आनेवाले विधानमंडल सत्र में रखेंगे. परब ने दावा किया कि पिछली बार मुख्यमंत्री ने कदम को बचा लिया था. परब ने कदम पिता- पुत्र पर आरोपों की झडी लगा दी. उन्होंने सत्र में सबूतों के साथ प्रकरण उठाने की बात कहीं.
भतीजे की आत्महत्या की जांच
अनिल परब ने अनेक मुद्दो पर रामदास कदम को लपेटा. उन्होंने कदम के भतीजे की आत्महत्या प्रकरण की जांच की मांग उठाई. साथ ही आरोप लगाया कि कदम ने किसकी- किसकी जमीन कब्जाई है, इसकी जानकारी भी सामने आ रही है. रामदास कदम पर दादागीरी कर लोगों को बेघर करने का आरोप परब ने लगाया. साथ ही सवाल किया कि गृह राज्य मंत्री योगेश कदम अपने चचेरे भाई की आत्महत्या की जांच करवाएंगे क्या?
* उध्दव ने दागा मीडिया पर सवाल
उधर पुणे में एक कार्यक्रम हेतु पहुंचे शिवसेना उबाठा के नेता उध्दव ठाकरे ने मीडिया पर ही प्रश्न उछाले कि वे अपने अंतरंग में झाके. खुद सोचे कि क्या सवाल पूछने की योग्यता है? ठाकरे ने यह भी कहा कि ठाकरे ब्रैंड पिछले 5-6 पीढी से लगातार कायम हैें यह आजकल का नहीं है. उन्होंने प्रश्नों के उत्तर में मीडिया को बताया कि शिवसेना उबाठा का दशहरा सम्मेलन अभूतपूर्व रहा. बारिश के बावजूद लोग आखिरतक खडे थे. शिवाजी पार्क को दरवाजे नहीं है. अन्य के समान हमें लोगों को कैद कर रखने की गरज नहीं पडी. उध्दव ठाकरे ने यह ताना शिंदे सेना पर लगाया. जिनका दशहरा सम्मेलन सभागार में बंद कमरों में होने का दावा किया गया.
उध्दव ठाकरे ने फडणवीस सरकार पर भी हमले जारी रखे. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार एक राजनीतिक दल के रूप में काम करने नहीं दे रही. केंद्र पर हमला करते हुए उध्दव ठाकरे ने सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून अंतर्गत गिरफ्तार करने को सरासर तानाशाही निरूपीत किया. ठाकरे ने इस विषय पर भी मीडिया को सवालों के घेरे में लाया. उन्होंने पूछा की मीडिया के रूप में आप लोग यह सब छाप रहे हैं, टीवी पर दिखा रहे है? फिर आपको मुझसे सवाल करने का हक है क्या? उध्दव ठाकरे ने रामदास कदम द्बारा बालासाहब ठाकरे की मृत्यु के बारे में किए गए वक्तव्य पर कुछ भी कहने से मना कर दिया. उध्दव ने कहा कि ऐसे गद्दारों के बारे में कुछ नहीं कहेंगे.

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