पुष्करणा ब्राह्मण समाज को एकत्रित करने का प्रयास
मदन मोहन जोशी का प्रतिपादन

* अखिल भारतीय पुष्करणा युवक- युवती सम्मेलन में 100 से अधिक ने दिया परिचय
अमरावती/ दि. 6 – समय के साथ पुष्करणा ब्राह्मण समाज विभाजित हो रहा है. विविध आयोजनों के माध्यम से उन्हें एकत्रित करने का यह मौका होता है. इससे न केवल परिवार मिलते है. बल्कि समाज के विविध वर्ग से पहचान होती है. अमरावती को पहली बार अखिल भारतीय पुष्करणा युवक- युवती परिचय सम्मेलन के आयोजन का मौका मिला है. इसके लिए मैं खुद को भाग्यशाली महसूस करता हूं, ऐसा प्रतिपादन आयोजन प्रमुख मदन मोहन जोशी ने किया. स्थानीय बडनेरा मार्ग पर स्थित महेश भवन में रविवार को अखिल भारतीय पुष्करणा ब्राह्मण समाज द्बारा आयोजन किया गया. इस अवसर पर वे बोल रहे थे.
उद्घाटन सत्र में संजय छांगाणी, रूपचंद पुरोहित, हेमंत आचार्य, श्री गोपाल कुंड, विनोद पुरोहित, अरविंद व्यास, जुगल व्यास, उदयकुमार छांगाणी, महेन्द्र छांगाणी, डॉ. नवल छांगाणी आदि प्रमुखता से उपस्थित थे. श्रीगोपाल कुंड ने बताया कि शहर में पहलीबार आयोजित इस परिचय सम्मेलन के लिए देश के कोने- कोने से पुष्करणा ब्राह्मण समाज बंधु सहभागी हुए हैें. उनकी उपस्थिति से यह शहर फिर एक बार रोशन हुआ है. परिचय सम्मेलन यह केवल एक दूसरे के साथ परिचय बढाने का माध्यम होता है, ताकि एक मंच पर समाज को एकत्रित कर परिचय बढाया जा सके. इस प्रकार के आयोजन से समाज एक मंच आता है, जिससे आनेवाले समय में समाज की विविध समस्याओं को सामूहिक रूप से चर्चा करना भी संभव होता है. दीप प्रज्वलन व प्रतिमा पूजन के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर उपस्थित मान्यवरों के हाथों अखिल भारतीय पुष्करणा युवक-युवती परिचय सम्मेलन हेतु तैयार की गइ र्‘बंधनसूत्र ’ परिचय पुस्तिका का विमोचन किया गया. जिसका संपादन रूपचंद पुरोहित, उदयकुमार छागाणी ने किया है. इस पुस्तिका में अमरावती नागपुर के अलावा जैसलमेर, मुंबई, रायपुर, उमरेड, पिपरिया, हिंगणघाट, पोखरण, फलोदी, खामगांव, अडगांव, निजामाबाद जैसे शहरों के युवक- युवती परिचय देने पहुंचे हैं. शहर में पहली बार आयोजित अखिल भारतीय पुष्करणा युवक- युवती परिचय सम्मेलन के माध्यम से समाज के युवा वर्ग का समाज को परिचय करवाना, समाज के हर वर्ग को इसकी जानकारी मिले. साथ ही समाज को एकत्रित आने का मौका मिलता रहे. इस उद्देश्य से इस साल अमरावती ने इस आयोजन मे मेजबानी करने का फैसला लिया. समाज के विवाह योग्य युवक-युवतियों को विवाह हेतु उचित वर-वधु ढूूंढने में आसानी हो यह भी प्रयास आयोजकों द्बारा किया गया. पुष्करणा समाज पूरे भारतवर्ष में फैला हुआ है. लेकिन अब समय के साथ समाज बंधुओं में दूरी निर्माण होने लगी है. इसी दूरी को मिटाने तथा विवाह के समय उपवर- वधुओं के परिजनों की छानबीन में आनेवाली दिक्कतों को कम करने का प्रयास किया जा रहा है. महेश भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में बडी संख्या में समाज बंधुओं ने उपस्थिति दर्ज कर अपने बच्चों का परिचय करवाया. 100 से अधिक पंजीयन करनेवाले युवक- युवतियों में से कईयों ने मंच पर आकर अपना परिचय दिया. विशेष यह कि कुछ परिवार को बेटे और बेटियां यानी भाई-बहन एक साथ ही मंच पर परिचय देते दिखाई दिए. कार्यक्रम में विविध राज्य तथा शहरों से पधारे मान्यवरों का स्मृतिचिन्ह देकर सत्कार किया गया. कार्यक्रम का संचालन अरविंद व्यास ने किया.





