अचलपुर, चांदुर बाजार, चांदूर रेलवे, ओपन महिला, मोर्शी, धामणगांव रेलवे में ओबीसी महिला नगराध्यक्ष
पालिका और पंचायतों के आरक्षण ड्रॉ घोषित

* तिवसा, नांदगांव खंडेश्वर पंचायतों में महिला राज रहेगा
अमरावती/दि.6 – स्थानीय निकाय चुनाव की ओर एक और कदम बढाते हुए नगर पालिका और नगर पंचायतों के अध्यक्षों का आरक्षण आज तय किया गया. जिले की तिवसा, नांदगांव खंडेश्वर नगर पंचायतोंं मेें महिला राज रहेगा. सामान्य वर्ग की महिला हेतु अचलपुर नगर परिषद, चांदूर रेलवे और चांदुर बाजार की नगराध्यक्ष सीट आरक्षित रहेगी. यह आज निकाली गयी लॉटरी के बाद तय हो गया है. जिससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि मोर्शी और धामणगांव रेलवे में अन्य पिछडा वर्ग अर्थात ओबीसी महिला ही प्रशासन की मुखिया चुनी जाएगी.
संभाग की बात करेेें तो खामगांव, बुलढाणा, कारंजा, नांदुरा, चांदूर रेलवे, चांदुर बाजार, आर्वी, लोणार, उमरखेड, कलंब, अचलपुर में महिला वर्ग का राज होगा. यहां की पालिका में सामन्य श्रेणी की महिलाएं सीधे जनता से नगराध्यक्ष चुनी जाएगी. प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि 247 पालिका में से 68 पालिका में महिलाएं नगराध्यक्ष बनेगी, आज के आरक्षण से यह बात तय हो गयी हैं. इसी के साथ विभिन्न दलों के प्रमुख नेताओं को अपने स्थान पर पत्नी या घर की महिला को आगे करने का अवसर मिला हैं. आरक्षण घोषित होते ही यह प्रमुख पदाधिकारी अभी से काम में भी जुट गए हैें.
ओबीसी महिला आरक्षण की बात करें तो संभाग की मोर्शी, बालापुर, अकोट और धामणगांव रेलवे के साथ नेर नवाबपुर, मारेगांव, मानोरा, झरीझामनी में भी अन्य पिछडा वर्ग की महिला को नगराध्यक्ष बनने का अवसर मिलने जा रहा हैं, वही अनुसूचित जाति की महिला देउलगांव राजा, तेल्हारा, दिग्रस में नेतृत्व करनेवाली हैं.
महिलाओं हेतु आरक्षित संभाग के नगराध्यक्ष
सामान्य वर्ग की महिला
अचलपुर
कारंजा
नांदुरा
चांदूर रेलवे
चांदुर बाजार
लोणार
खामगांव
बुलढाणा
ओबीसी महिला नगराध्यक्ष
मोर्शी
बालापुर
धामणगांव रेलवे
नेर नवाबपुर
अकोट अनुसूचित जाति महिला नगराध्यक्ष
देउलगांव राजा
तेल्हारा
दिग्रस नगर पंचायत अध्यक्ष पद महिला आरक्षण
तिवसा
नांदगांव खंडेश्वर
मानोरा
बार्शीटाकली
रालेगांव
सिध्दखेडा
बाभुलगांव वरूड और चिखलदरा में लड सकेंगे पुरूष
आरक्षण ड्रॉ घोषित होने के बाद स्पष्ट हुआ है कि जिले की वरूड और चिखलदरा पालिका में नगराध्यक्ष चुनाव पुरूष लड सकेंंगे. वही दर्यापुर को लेकर दोपहर तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई थी. वहां का नगराध्यक्ष पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने का समाचार हुआ था.





