10 से मजीप्रा के ठेकेदार करेंगे कामबंद आंदोलन

एक साल से देयकों का भुगतान बकाया रहने पर जताया संताप

अमरावती/दि.8 – अमरावती जिला जीवन प्राधिकरण कंत्राटदार एसोसिएशन ने मजीप्रा की ओर अपने कामों के देयकों का भुगतान एक वर्ष से बकाया रहने और बार-बार निवेदन दिए जाने के बावजूद मजीप्रा द्वारा भुगतान अदा नहीं किए जाने के चलते 10 अक्तूबर से कामबंद आंदोलन करने की चेतावनी जारी की है.
इस संदर्भ में संगठन द्वारा मजीप्रा के जल व्यवस्थापन विभाग के कार्यकारी अभियंता को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि, मजीप्रा के मुंबई स्थित मध्यवर्ती कार्यालय में ठेकेदारों द्वारा किए गए कामों के देयकों की करीब 7 करोड रुपए की निधि की मांग विगत 4 माह से प्रलंबित है. साथ ही लगभग 7.5 करोड रुपए के देयक विभागीय कार्यालय में मंजूर रहने के बावजूद भी भुगतान अदा नहीं किया गया है. ऐसे में करीब साढे 14 करोड रुपए के देयकों का भुगतान बकाया रहने के चलते ठेकेदारों के लिए अपने कामगारों का वेतन अदा करना और मजीप्रा के कामों को जारी रखना मुश्किल हो रहा है, जिसके चलते ठेकेदार संगठन ने 10 अक्तूबर से अमरावती जलापूर्ति योजना, 156 गांव व दो शहर जलापूर्ति योजना, चिखलदरा शहर जलापूर्ति योजना, 105 गांव जलापूर्ति योजना व 79 गांव जलापूर्ति योजना ऐसे पांचों योजनाओं की जलापूर्ति के काम बंद करने का निर्णय लिया है. ऐसे में 10 अक्तूबर से जलापूर्ति को लेकर किसी भी तरह की असुविधा, दिक्कत व बाधा होने पर उसकी पूरी जिम्मेदारी मजीप्रा पर रहेगी.
ज्ञापन सौंपते समय संगठन के मार्गदर्शक धनंजय बंड, अध्यक्ष नितिन काले, उपाध्यक्ष संदीप डाखोडे व सचिव अनिल भटकर सहित निलेश चिलात्रे, गणेश भुसे, मंगेश बडनखे, सी. के. भालचक्र, श्यामकुमार गहले, निलेश म्हस्के, सुधीर गिरी, भाष्करराव नाकट, सुभाष राठोड, अनिकेत झेगेकर, अमोल सावंत, राजू बोरकर, सूरज मोरे, अजय वानखडे, नितिन शिरभाते, अनिल पाल, विठ्ठलराव कंचनपुरे, मिथिलेश तिवारी, समीर दिवान आदि उपस्थित थे.

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