जेल के भीतर एक के बाद एक मोबाईल मिलने का सिलसिला जारी
आज बैरक के पास एक और लावारिस मोबाइल मिला

* कुल मोबाइल की संख्या हुई 6, सीपी ने जांच सौंपी क्राईम ब्रांच को
* पुणे से भी दल पहुंचा अमरावती, जेल प्रशासन में हडकंप
अमरावती/दि.9 – अमरावती मध्यवर्ती कारागृह हमेशा चर्चाओं में रहता हैं. पुलिस सुरक्षा चाकचौबंद रहने के बावजूद कैदियों के पास अब जेल में एक के बाद एक मोबाईल मिलने का सिलसिला जारी हैं. पहले एक कैदी के पास से तीन मोबाइल बरामद हुए थे. पश्चात उम्र कैद की सजा र्काट रहे पुणे के कैदी के पास से बुधवार 8 अक्तूबर को दो मोबाइल बरामद हुए हैं. पश्चात आज गुरूवार 9 अक्तूबर को कैदियों के बैरक के पास से एक और मोबाइल लावारिस अवस्था में बरामद हुआ हैं. इस कारण जेल प्रशासन में हडकंप मच गया है. इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने फ्रेजरपुरा थाने में दर्ज हुई शिकायत के बाद अब इस प्रकरण की जांच क्राईम ब्रांच के निरीक्षक संदीप चव्हाण को सौंप दी हैं. साथ ही यह मामला प्रकाश में आने के बाद पुणे से भी एक दल जांच पडताल के लिए अमरावती पहुंच गया हैं.
बता दे कि अमरावती मध्यवर्ती कारागृह के अंडा सेल में कैद कैदी परवेज दशवेज खान और दस्तगीर गफुर शहा के पास से तीन मोबाइल बरामद हुए थे. उम्रकैद की सजा भुगत रहे दो कैदियों के बैरक में आयफोन और दो किडपैड मोबाइल व दो मोबाइल बैटरी बरामद होने से खलबली मच गई थी. कारागृह के अधिकारी और कर्मचारियों द्बारा अंडासेल की विशेष जांच के दौरान यह मामला उजागर हुआ था. कारागृह में रहकर भी कैदी अपने परिचितो से वीडियो कॉल कर बातचीत करते थे. इसके बावजूद जेल प्रशासन को यह बात ध्यान में नहीं आयी. कारागृह अधीक्षक कीर्ती चिंतामणी की लापरवाही कार्यप्रणाली इस घटना से उजागर हुई. अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि बुधवार 8 अक्तूबर को पुणे के एक और कैदी के पास से दो मोबाइल बरामद हुए. पश्चात आज शुक्रवार 9 अक्तूबर को बैरक के पास से एक ओर मोबाइल लावारिस अवस्था में बरामद हुआ हैें. इस तरह अब कारागृह में मोबाइल मिलने की संख्या 6 हो गई है. बुधवार को बरामद हुए दो मोबाइल पुणे के कैदी के हैं. पहले तीन मोबाईल फ्रेजरपुरा पुलिस ने जब्त कर लिए है. लेकिन कल और आज बरामद हुए मोबाईल की जब्ती अभी बाकी है. पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अब इस प्रकरण की जांच क्राईम ब्रांच के निरीक्षक संदीप चव्हाण को सौंप दी हैं. इस कारण अब इस प्रकरण में बडी मछलियां फंसने की संभावना जताई जा रही हैं. अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में कैदियों के पास से मोबाइल बरामद होने की घटना प्रकाश में आने के बाद पुणे के डीजी कार्यालय से भी एक दल अमरावती पहुंचा रहने की जानकारी हैं.
* लॉन्ड्री और कैन्टीन की होगी जांच
सूत्रों के मुताबिक अब इस प्रकरण की जांच क्राईम ब्रांच को सौेंपे जाने के बाद यह दल कारागृह की लॉन्ड्री और कैन्टीन के अलावा जेल में आने-जानेवालों की भी जांच करेगा. इस कारण जेल में कैद कैदियों की सुविधा के लिए अधिकारी व कर्मचारियों से सांठगांठ कर भीतर मोबाइल समेत अन्य वस्तुएं पहुंचानेवाले दबोचे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही हैं.
* कारागृह में लगेगा टोल फ्री नंबर
सूत्रों केे मुताबिक अंडासेल में कैदी के पास से मोबाइल बरामद होने के बाद पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने कारागृह पहुंचकर वहां का जायजा किया और अन्य कैदियों से पूछताछ की तब कुछ कैदियों ने कारागृह में चलती अनियमितता की बात कही. कुछ कैदियों ने ऐसा भी बताया कि वे गोपनिय तरीके से कुछ कह नहीं पाते हैं. इस कारण अब कारागृह में ऐसे मामलो का पर्दाफाश करने के लिए सीधे पुलिस आयुक्त से संपर्क कर जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर लगाया जानेवाला हैं. जिससे जेल में गलत गतिविधियों की जानकारी शहर पुलिस प्रशासन को मिलेगी.

* पुलिस कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकालेगी
अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में कैदियों से जब्त किए गए मोबाईल प्रकरण में अब एक नया और महत्वपूर्ण मोड आया गया हैं. अब तक कुल 6 मोबाईल जब्त हुए हैं. इस प्रकरण के तह तक जाने के लिए कडे कदम उठाए जा रहे है. जब्त किए गए मोबाईल का सीडीआर निकाला जानेवाला हैें. जिससे अनेक खुलासे सामने आ सकते हैं. कैदियों ने किन-किन लोगों से संपर्क किया, वह जेल से बाहर किस व्यक्ति के संपर्क में थे, इन कैदियों का जेल में किसी कर्मचारी के साथ संपर्क हुआ हैें क्या, मोबाइल जेल में लाने के लिए किसने सहायता की? आदि की जांच की जानेवाली हैे. इस सीडीआर रिपोर्ट के कारण जेल प्रशासन की सुरक्षा त्रुटी और इस अनियमितता के पीछे रहनेवाले संभावित कर्मचारी के नाम उजागर होने की संभावना हैं. कैदी वीडियो कॉल करते रहने की बात सामने आने से यह सीडीआर जांच इस संपूर्ण प्रकरण में महत्वपूर्ण साबित होनेवाला हैं.
– अरविंद चावरिया, पुलिस आयुक्त,
अमरावती.





