विजय मार्केटिंग पर जीएसटी रेड
मोबाइल हैंडसेट विक्रेताओं में खलबली

* एक दर्जन अधिकारियों द्वारा भरी दोपहर छापा
* टैक्स भुगतान का नहीं मिला कोई ब्यौरा?
अमरावती/दि.9 – जयस्तंभ चौक के पास सिटी कोतवाली के सामने स्थित पालिका मार्केट में विजय मार्केटिंग पर आज दोपहर सेवा व वस्तु कर अर्थात जीएसटी अधिकारियों के बडे दल द्वारा रेड किए जाने का समाचार है. इतना ही नहीं तो इसे मोबाइल विक्रेताओं में अब तक की सबसे बडी जीएसटी रेड बताया जा रहा है. समाचार लिखे जाने तक 10 से 15 अधिकारी वहां रिकॉर्ड खंगाल रहे थे. कुछ दस्तावेजों को जीएसटी अफसरों द्वारा ताबे में लिए जाने की जानकारी मिल रही थी. तत्काल इसकी पुष्टि नहीं हो सकी. इस बारे में अमरावती के जीएसटी सहायक आयुक्त पोखरकर से संपर्क करने का प्रयत्न किया गया. संपर्क नहीं हो पाया.
* रोज 20-25 लाख का धंधा
विजय मार्केटिंग का मोबाइल हैंडसेट विक्री का बडा कारोबार है. रोज 20-25 लाख का धंधा होने की भी जानकारी है. बताया गया कि, इस फर्म को जीएसटी के भुगतान संबंधी नोटिसेस भेजी गई थी. किंतु कोई भुगतान नहीं किया गया. जिसके कारण आज अधिकारियों ने सीधे दुकान पर धडक दी.
* अनेक अग्रणी कंपनी का अंडरकटिंग?
सूत्रों ने ‘अमरावती मंडल’ को बताया कि, उक्त फर्म के अंतर्गत 2-3 और फर्म संचालित है. विशेष कर ऑनलाइन रुप से मोबाइल हैंडसेट विक्री का बडा बिझनेस है. अग्रणी कंपनियों के हैंडसेट यहां अंडरकटिंग में उपलब्ध रहने के साथ ऑनलाइन रुप से ही अधिक ऑर्डर और डिलेवरी होने की भी जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि, सॅमसंग, ओप्पो, एपल, वीवो, एमआई, रियल-मी, वन प्लस आदि अनेक अग्रणी मोबाइल हैंडसेट कंपनियों का अंडरकटिंग विजय मार्केटिंग द्वारा किए जाने की जानकारी दी जा रही है. तथापि यह भी बताया गया कि, विजय मार्केटिंग में जीएसटी का कोई हिसाब-किताब नहीं है. समाचार लिखे जाने तक वहां कार्रवाई शुरु थी. बता दें कि, दशहरा-दिवाली त्यौहार के कारण कम हुए जीएसटी दरों की वजह से भी बडे प्रमाण में मोबाइल हैंडसेट की विक्री हो रही है. मार्केट में ग्राहकी काफी है. ऐसे में विजय मार्केटिंग पर जीएसटी की आज की धडक कार्रवाई के कारण तमाम डीलर्स और विक्रेताओं में हडकंप मचा है.





