गिला अकाल घोषित कर दे कर्जमाफी

भाकपा व किसान सभा का तहसीलदार को ज्ञापन

अमरावती /दि.10 – अतिवृष्टि, लगातार बारिश और बाढ़ परिस्थिति के कारण खेत की फसलो का भारी नुकसान हुआ है. अमरावती तहसील में भी फसलो का काफी नुकसान हुआ है, ऐसा कहते हुए अमरावती तहसील को गिला अकाल घोषित कर किसानों को कर्जमाफी देने की मांग का ज्ञापन भाकपा व किसान सभा की तरफ से गुरुवार 9 अक्तूबर को तहसीलदार को सौंपा गया.
अमरावती तहसील के किसानों की मुख्य फसले रही सोयाबीन, कपास, तुअर और सब्जी का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है. शासन द्वारा घोषित की गई 18 हजार 500 रुपए की सहायता कम है. खेती का खर्च काफी बढ गया है. संपूर्ण खरीफ सत्र किसानों के हाथ से गया है. घोषित की गई सहायता में से प्रत्यक्ष में किसानों के हाथ काफी कम पैसे आते हैं. यह सरकार के प्रति अनुभव रहने की बात ज्ञापन में दर्ज हैें. सरकार द्बारा तहसील के किसानों को प्रति हेक्टेअर 70 हजार रुपए नुकसान भरपाई देने, सरकार द्बारा फसल बीमा की संरचना में बीमा कंपनियों के लिए बदलाव कर किसानों का विश्वासघात किया रहने की बात कहीं गई है.बीमा कंपनियों ने इसके पूर्व अतीत में आय के मामले में किसानों के साथ जालसाजी की है. इस कारण बीमा लेनेवाले किसानों को आय की कोई सीमा निर्धारित किए बीना शत-प्रतिशत फसल बीमा मुआवजा मिलना चाहिए. किसानों की मांग हैं कि किसान संकट में है. इसलिस सरकार के लिए चुनाव के दौरान किए गए संपूर्ण कर्ज माफी के वादे को पूरा करने का यही सही समय है. छात्रों की पूरी फिस माफ की जाए और लगातार बारिश के कारण खेती में लगे किसानों की तरह खेतिहर मजदूरों को भी प्रति परिवार 20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की मांग भाकपा और किसान सभा अमरावती तहसील कौन्सिल की तरफ से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में की गई है. ज्ञापन सौंपनेवालों में भाकपा के जिला सहसचिव जे.एम. कोठारी, चंद्रकांत बानुबाकोडे, तहसील सचिव निलकंठ ढोके, किसान सभा के प्रा. विजय रोडगे, शरद मंगले, दीपक विधले, खेतिहर मजदूर युनियन के सुनिल घटाले, दिगंबर नगेकर, गजानन दरेकर समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे.

 

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