ओबीसी आरक्षण के लिए अकोला में कार्यकर्ता ने लगाई फांसी

अकोला/दि.10 – ओबीसी आरक्षण की असुरक्षितता से और शासन की तरफ से हो रही अनदेखी के कारण अकोला जिले के आलेगांव के ओबीसी आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ता, किसान तथा पूर्व ग्रामपंचायत सदस्य विजय वसंतराव बोचरे (59) ने बुधवार को सुबह आलेगांव बस स्टैंड के पास फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. विजय बोचरे के पीछे मां, पत्नी, दो बेटी और भाई का परिवार हैं.
आत्महत्या के पूर्व उसने अपने मोबाईल पर ओबीसी का आरक्षण मिलना ही चाहिए, ऐसा स्टेटस रखा था. साथ ही उसके जेब में मुख्यमंत्री और राज्य शासन के नाम एक पत्र मिला है. उसमें उसने कहा हैं कि मराठा आरक्षण बाबत शासन द्बारा निकाले गए अध्यादेश के कारण ओबीसी समाज में असुरक्षितता की भावना निर्माण हुई है. हमारा राजनीतिक , शैक्षणिक और रोजगार का भविष्य खतरे में आ गया है. जातिय जनगणना होनी ही चाहिए.
हाल ही में राज्य शासन ने मराठा समाज को हैद्राबाद गजट के माध्यम से कुंडली प्रमाणपत्र देते हुए ओबीसी प्रवर्ग में शामिल करने का निर्णय लिया. पश्चात ओबीसी समाज में निर्माण हुई असुरक्षितता के विरोध में बोचरे ने लगातार आवाज उठायी. विशेष यानी बोचरे यह मंत्री छगन भुजबल के कट्टर समर्थक थे.





