मुर्तिजापुर को सहायता राशि से वंचित करने पर किसानों का गुस्सा फूटा
तहसील पर विरोध प्रदर्शन

* सभी संगठनों की एकजुटता
* चक्काजाम की चेतावनी
मुर्तिजापुर/दि.11 -मुर्तिजापुर तहसील को सरकार ने क्षति-प्रभावित और अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों की सूची से बाहर कर दिया गया है, यह पता चलते ही तहसील के किसानों का गुस्सा फूट पडा. तहसील के सभी किसान संगठन एकजुट हो गए और तहसील कार्यालय पर आक्रामक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. पूरा इलाका नारों से गूंज उठा – जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तहसील नहीं छोडी जाएगी. क्रांतिकारी शेतकरी संगठन, प्रगति शेतकरी मंडल, जनमंच शेतकरी मंडल, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और विदर्भ बचाओ आंदोलन समिति के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. तहसीलदार शिल्पा बोबडे और उप-विभागीय अधिकारी संदीप कुमार अपार मौके पर पहुँचे और किसानों से बातचीत की. हालांकि, नाराज किसानों का दृढ निश्चय कायम है-हमें आश्वासन नहीं, फैसला चाहिए इस बात पर किसान अडिग रहे. इस बीच, क्रांतिकारी किसान संघ के राहुल वानखेडे ने जिलाधिकारी वर्षा मीना से फोन पर सीधी बातचीत की, लेकिन कोई ठोस आश्वासन न मिलने पर आंदोलन और उग्र हो गया.
जिला परिषद और नगर पालिका चुनाव नजदीक आते ही शिवसेना (उबाठा गट), राष्ट्रवादी शरद पवार गुट, कांग्रेस और वंचित दल किसानों पर राजनीतिक मरहम लगाने की कोशिश में जुट गए हैं. हालांकि, किसान संगठनों ने इस दलीय हस्तक्षेप पर अपनी नाराजगी जाहिर की. किसानों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने कडी सुरक्षा व्यवस्था की. शहर थाने के थानेदार अजीत जाधव के मार्गदर्शन में पीएसआई गणेश सूर्यवंशी, नंदू टिकार, सतीश थाटे, नामदेव आडे, मंगेश विल्हेकर, उज्वला भाले और वर्षा लांडे ने जगह जगह सतर्कता रखकर कडी सुरक्षा सुनिश्चित की.





