मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने की तैयारी की समीक्षा
बीजेपी की नीति एकला चलो की !

* राम मेघे कॉलेज में विभागीय पदाधिकारी बैठक
* निकाय चुनाव और शिक्षक मतदार संघ पर चर्चा
* सीएम फडणवीस ने समूहों से अलग- अलग की वार्ता अमरावती/ दि. 13-प्रदेश में भले ही दो प्रमुख दलों शिवसेना और राष्ट्रवादी के साथ तीन वर्षो से सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी ने निकाय चुनाव में अपने बलबूते लडने के संकेत दिए हैं. आज दोपहर अमरावती संभाग बीजेपी पदाधिकारी बैठक में उन्होंने जिला और तहसील पदाधिकारियों से अलग- अलग समूहों में निकाय चुनाव की तैयारी का जायजा लिया. किन मुद्दों को उठाना है और विपक्ष के सवालों का कैसे जवाब देना है. इसका मार्गदर्शन किया. बीजेपी की इस बैठक में संगठन के लोगों के साथ ही प्रदेश शासन के मंत्री अशोक उईके, आकाश फुंडकर और वरिष्ठ पदाधिकारी सहभागी हुए.
5 जिलों के 300 लोग
संभाग के 5 जिलो अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम जिले के चुनिंदा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि मिलाकर करीब 300 लोग बैठक हेतु बडनेरा के प्रा. राम मेघे इंजी कॉलेज पहुंचे थे. सभी का अमरावती शहर जिला भाजपा की ओर से नाम दर्ज कर स्वागत किया गया. उपरांत विधानसभा निहाय चर्चा बंद कमरे में की गई. जहां मुख्यमंत्री के साथ पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, प्रदेशाध्यक्ष रवीन्द्र चव्हाण, संगठन मंत्री उपेन्द्र कोठेकर और चैनसुख संचेती सहित गिनती के पदाधिकारी मौजूद थे.
बैठक हेतु मंत्री आकाश फुंडकर, अशोक उईके, सांसद अनूप धोत्रे, सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व सांसद नवनीत राणा, विधायक सर्वश्री प्रकाश भारसाकले, प्रताप दादा अडसड, उमेश यावलकर, प्रवीण तायडे, केवलराम काले, जिलाध्यक्ष रविराज देशमुख, प्रभुदास भिलावेकर, शहर जिलाध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे, महिला अध्यक्ष सुधा तिवारी, उपाध्यक्ष सुरेखा लुंगारे, गंगा खारकर, लवीना हर्षे, महासचिव बादल कुलकर्णी, चेतन पवार, विधायक हरीश पिंपले, वसंत खंडेलवाल, दादाराव केचे, रणधीर सावरकर, संजय कुटे, जिलाध्यक्ष सचिन देशमुख, सभापति शिवचंद्र तायडे, चंद्रशेखर, पूर्व विधायक डॉ. रणजीत पाटिल, वसंतराव खोटरे, रमेश बुंदिले, जिलाध्यक्ष जयंत म्हसने, संजय गोटफोडे, एड. देवाशीश काकड, रमेश अतकरे, वाशिम के पूर्व विधायक लखन मलिक, विधान परिषद सदस्य बाबू सिंह राठोड, यवतमाल के पूर्व विधायक मदन येरावार, अकोला से जिलाध्यक्ष संतोष शिवलकर, अकोट से हरीश टावरी, गोपाल मोहोड, तेल्हारा से गणेश रोठे, मंगेश दुतोंडे, अकोला ग्रामीण से गणेश लोड, बालापुर से नितिन लांडे, किशोर कुचके, पातुर से गणेश गाडगे, कपिल खरब, बोरगांव मंजू से संजय कोरडे, अकोला उत्तर से प्रवीण हगवणे, मूर्तिजापुर से हर्षल साबले, नंदकिशोर राउत, विठ्ठल वाकोडे, प्रशांत ठाकरे, गोपाल महल्ले, संकेत राठोड, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के वोटर पंजीयन प्रमुख मुरलीधर कुलट, डॉ. संजय शर्मा, मनीष गावंडे, विजेंद्र सिंह गहलोद, अरूण गवई, कमलाकर गावंडे, माया कावरे, अकोट के नगराध्यक्ष हरिनारायण माकोडे, तेल्हारा की नगराध्यक्ष जयश्री पुंडकर, मूर्तिजापुर की नगराध्यक्ष मोनाली गावंडे, अबरार खां समशेर खां, सचिन पावडे देशमुख, कविता गुल्हाने, राजेश उगले, वर्षा बगाडे, संयोजक विजय थोटांगे, वैभव मेहरे, उप महापौर राजेंद्र गिरी, महामंत्री गोपाल चंदन सहित सैकडों पदाधिकारी उपस्थित रहे.
जिलाध्यक्षों से चर्चा
बीजेपी सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि पांचों जिले के अध्यक्ष से मुख्यमंत्री और संगठन के नेताओं ने निकाय चुनाव में सहयोगी दल शिवसेना और राकांपा के साथ लडने और न लडने के संभावित परिणाम और लोकल लेवल पर पार्टी की विजय की संभावना के बारे में सीधे प्रश्न किए. जिलाध्यक्षों को महायुति के साथ जाने या न जाने के बारे में स्पष्ट पूछा गया. यह भी जोडा गया कि उनके क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी की विजय सुनिश्चित करनी है.
क्या कहा मंत्री और विधायक ने
विधायक और मंत्रियों से अमरावती मंडल ने बातचीत का प्रयत्न किया. अकोला के पालकमंत्री आकाश फुंडकर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्थानीय नेताओं से चर्चा कर निर्णय करने के स्पष्ट संकेत दिए हैं. वहीं विधायक उमेश यावलकर ने कहा कि जिलाध्यक्षों से चर्चा कर निर्णय करने की बात सीएम ने कही है. कार्यकर्ता को मजबूत करनेवाला चुनाव है. पार्टी अपने कार्यकर्ता के साथ खडे रहना चाहती है.





