खांसी की दवाई लेने से यवतमाल में 6 वर्षीय बच्चे की मौत

यवतमाल/दि.13 – मध्य प्रदेश में कफ सिरप का सेवन करने के चलते 22 से अधिक बच्चों की मौत हो जाने की घटना ताजी रहते समय यवतमाल में भी एक बच्चे की सर्दी व खांसी के इलाज पश्चात मौत हो गई. जिसके चलते पूरे यवतमाल जिले में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त है. इसकी जानकारी मिलते ही अन्न व औषध प्रशासन विभाग ने दवाईयों के सैम्पल को जांच हेतु लिया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक बच्चे को सर्दी-खांसी की शिकायत होने के बाद उसे उसके अभिभावकों ने वीर वामनराव चौक स्थित निजी बाल रुग्णालय में लाया, जहां पर विगत 4 अक्तूबर को स्वास्थ जांच करवाते हुए दवाई लेकर उसके अभिभावक उसे अपने साथ गांव लेकर चले गए. परंतु कोई आराम नहीं होने पर 6 अक्तूबर को उसके अभिभावक उसे दुबारा उसी अस्पताल में लेकर पहुंचे, तो डॉक्टर ने दवाई बदलकर दी. परंतु नई दवाई लेने के बाद 7 अक्तूबर को बच्चे की तबीयत और भी अधिक बिगड गई और वह बेहोश हो गया. साथ ही उसे सांस लेने में भी तकलिफे होने लगी. जिसके चलते उसके अभिभावकों ने उसे दुबारा बालरोग विशेषज्ञ को दिखाया, तो बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए बालरोग विशेषज्ञ ने उसे सरकारी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराने हेतु कहा. लेकिन सरकारी अस्पताल में भर्ती कराए जाने तक उस 6 वर्षीय बच्चे की मौत हो चुकी थी. मामला संवेदनशील रहने के चलते बच्चे का पोस्टमार्टम किया गया. साथ ही उसके विसरा को रासायनिक विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में भिजवाया गया. साथ ही अन्य अंगों को हिट्रोपैथॉलॉजी के पास भिजवाया गया. इसके अलावा इसकी जानकारी सहायक औषधी आयुक्त, जिलाधीश व स्वास्थ्य सचिव को भी दी गई. जिसके बाद औषधी प्रशासन के पथक ने संबंधित बाल रुग्णालय पहुंचते हुए वहां से बच्चे को दी गई 7 दवाईयों के सैम्पल लिए और इन सैम्पलों को भी प्रयोगशाला में भेजा गया. शिवम की मौत सर्दी-खांसी की दवाई से ही हुई या फिर इसके पीछे और कोई वजह है, इसकी जानकारी पीएम रिपोर्ट के आधार पर ही होगी. जिसके बाद जांच की दिशा भी निश्चित हो पाएगी.

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