आपदा प्रभावितों के आंसू पोछने आगे आए पोटे पिता-पुत्र
8 ट्रकों के जरिए भिजवा रहे 100 टन से अधिक राहत सहायता

* अब तक 5 ट्रक राहत सामग्री भेजी जा चुकी, शेष 3 ट्रक आज-कल में होंगे रवाना
* सीएम फडणवीस के हाथों हरी झंडी दिखाकर रवाना किए गए ट्रक
* राहत सामग्री को मराठवाडा के बाढ पीडितों तक पहुंचाया जाएगा
* पोटे पिता-पुत्र ने राहत सामग्री के साथ ही सीएम फंड में दिए 25 लाख रुपए
* पूर्व मंत्री प्रवीण पोटे व उनके पुत्र श्रेयस पोटे की सीएम फडणवीस ने की सराहना
अमरावती /दि.14 – विगत दिनों राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने से आम जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त हुआ था. वहीं अतिवृष्टि एवं बाढ के चलते मराठवाडा क्षेत्र में खेती-किसानी बर्बाद होने के साथ ही साथ आम नागरिकों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ था और कई लोगबाग बेघर भी हुए थे. इस बात को ध्यान में रखते हुए भाजपा नेता व राज्य के पूर्व राज्यमंत्री प्रवीण पोटे पाटिल तथा उनके बेटे व पोटे शिक्षा संस्था के उपाध्यक्ष श्रेयस पोटे पाटिल ने अपने सामाजिक दायित्व को समझते हुए आपदा प्रभावितों के आंसू पोछने का निर्णय लिया. जिसके तहत अतिवृष्टि व बाढ प्रभावितों की सहायता के लिए इससे पहले ही मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दे चुके पोटे पिता-पुत्र ने आपदा प्रभावितों के लिए 8 ट्रक राहत सामग्री भेजने का भी निर्णय लिया. जिसके तहत अब तक दो चरणों में 5 ट्रक राहत सामग्री को सोलापुर और धाराशिव जिले के लिए भिजवाया जा चुका है. वहीं आज-कल में अन्य 3 ट्रक भी राहत सामग्री लेकर आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना कर दिए जाएंगे.
बता दें कि, गत रोज अमरावती जिले के दौरे पर आए राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित राजस्व व जिला पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले तथा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रवीन्द्र चव्हाण के हाथों हरी झंडी दिखाकर राहत सामग्री से भरे 3 ट्रकों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना किया गया था. इस अवसर पर खुद सीएम फडणवीस ने पोटे पिता-पुत्र की सदाशयता की प्रशंसा करते हुए कहा कि, इस तरह की सहयोग भावना के जरिए समाज में सकारात्मक उर्जा का निर्माण होता है.
बता दें कि, पूर्व राज्यमंत्री प्रवीण पोटे पाटिल व उनके सुपुत्र श्रेयस पोटे पाटिल द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जा रही राहत सामग्री में आटा, चावल, दाल, तेल, शक्कर, मिर्च, नमक, रवा, बेसन, तेल, बिस्किट, मुरमुरा, पानी की बोतलें, ब्लैंकेट, प्राथमिक दवाईयां आदि के साथ ही दिवाली पर्व में प्रयुक्त करने हेतु दीए, मोमबत्ती, फराल की सामग्री जैसी विशेष वस्तुएं भी शामिल है. सभी बाढग्रस्त भागों में प्रशासन की सहायता से उक्त सामग्री वितरीत की जायेगी. जिसके तहत प्रत्येक जरूरतमंद को तत्काल सहायता देने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
* जो कुछ मिला, समाज से मिला, समाज को लौटा रहे हैं
इस संदर्भ में जानकारी व प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किए जाने पर पूर्व राज्यमंत्री प्रवीण पोटे पाटिल व उनके बेटे श्रेयस पोटे पाटिल ने बेहद विनम्रतापूर्वक कहा कि, आज उनके पास जो कुछ भी है, वह सबकुछ उन्हें समाज से ही प्राप्त हुआ है. ऐसे में जो कुछ समाज से मिला है, आज उसमें से वे अपनी शक्ति के अनुसार समाज को वापिस लौटाते हुए अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर रहे है. इसके पीछे उनकी भावना उपकार वाली नहीं, बल्कि परोपकार वाली है. इसके साथ ही पोटे पिता-पुत्र ने यह भी कहा कि, समाज को जब कभी भी उनकी जरुरत पडेगी, तो वे सबके आगे खडे रहकर समाज की सहायता करने के लिए तैयार रहेंगे.





