शिक्षक मैत्रीपूर्ण डिजिटल प्रणाली बनाएं

प्राथमिक शिक्षक संगठन की मंत्री जी से गुहार

अमरावती/ दि. 16 -राज्य के शिक्षक लगभग 40 विविध शासकीय अ‍ॅप्स का उपयोग कर रहे है. रोज शिक्षकों को विविध ऑनलाइन अ‍ॅप्स, लिंक, रिपोर्ट प्रशिक्षण और सर्वेक्षण में व्यस्त रहना पडता है. सभी एकत्रित करके शिक्षक मैत्रीपूर्ण डिजिटल प्रणाली निर्माण करे, ऐसी मांग प्राथमिक शिक्षक संगठन ने शालेय शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे व शालेय शिक्षा विभाग के अधिकारी से की है. फिलहाल वे 40 अ‍ॅप शिक्षक का उपयोग कर रहे है. जिसके कारण उनका स्वयं का मोबाइल हॅग हो रहा है.
जिसमें निम्न अ‍ॅप्स है सरल, शालार्थ, यू- डायस प्लस, मध्यान्ह भोजन, प्रेरणा, प्रेरणा डीबीटी, महाडीबीटी, दीक्षा, रीड अलॉग, निपुण्या प्लस, शारदा, उल्लास, समर्था पोर्टल, कर्मयोगी, निपुण टीचर अ‍ॅप, हरितिमा , ईको क्लब, एम- आधार, उमंग, पीएफएमएस, महास्कूल, प्रशास्त, स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण, स्विफ्ट चॅट, खान अ‍ॅकेडमी, गुगल मिट, झूम, एन.आय.एल. पी. , एन.बी.एम. सी. ई- कवचर, एफ.एस.एस.ए. आय. जी.पी.एस. फिट इंडिया, ज्ञान समीक्षा, प्रेरणा अहवाल पोर्टल और परख आदि इन सभी अ‍ॅप्स पर शिक्षकों की ओर से रोज हाजरी, विद्यार्थियों की रिपोर्ट, सर्वेक्षण प्रशिक्षण और विविध शासकीय जानकारी अनिवार्य रूप से भरनी पडती है. उसी प्रकार विविध वॉट्सअपॅ गुट पर से 24 घंटे आदेश व लिंक आती है. परिणामस्वरूप शिक्षकों के अध्यापन का समय कम रहता है. यह स्थिति भारतीय संविधान की धारा 21 ए ( शिक्षकों का अधिकार तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश से विसंगत है). शिक्षकों का मूल कार्य यानी अध्यापन परंतु तकनीकी और प्रशासकीय काम के कारण यह कार्य प्रभावित हो रहा है.
विविध मांगे – सभी एप्स एकत्रित करके एक एकत्रित (युनिफाइड एज्युकेशन अ‍ॅप) तैयार करे यह विनती, ऑनलाइन रिपोर्ट की संख्या सीमित रखे, शाला मेें ‘डिजिटल डेटा एंट्री सहायक’ पद निर्माण करें, इंटरनेट न होने पर जानकारी सेव करे बाद में अपलोड कर सकते है, ऐसी आफलाइन सुविधा दे. वॉट्सअ‍ॅप व सोशल मीडिया से आदेश देना रोका जाए, शिक्षकों की अध्यापन समय की सुरक्षा करनेवाली डिजिटल कार्य धोरण शासन निश्चित करे. केंद्र शाला और प्रत्येक माध्यमिक शाला पर ऑनलाइन काम के लिए संगणक प्रणाली उपलब्ध करे तथा इसके लिए ठेकेदार संगणक ऑपरेटर की नियुक्ति करे. ऐसी मांग का निवेदन प्रस्तुत किया गया है.

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