बुलढाणा में एक लाख से अधिक फर्जी मतदाता
सत्ताधारी दल के विधायक ने ही अपनी सरकार को दिखाया आईना

बुलढाणा/दि.16 – राज्य की महायुति सरकार में शामिल शिंदे गुट वाली शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड ने बुलढाणा जिले में एक लाख से अधिक बोगस मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल रहने का गंभीर आरोप लगाते हुए सनसनी मचा दी है. विशेष उल्लेखनीय है कि, अब तक विपक्षी दलों द्वारा मतदाता सूचियों में गडबडी रहने को लेकर आरोप लगाए जाते रहे, और ऐसे आरोपों से निर्वाचन आयोग सहित सरकार द्वारा इंकार किया जाता रहा. परंतु पहली बार सत्ताधारी दल से वास्ता रखनेवाले एक विधायक ने इस तरह का आरोप लगाने के साथ-साथ यह भी कहा कि, निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूचियों से फर्जी मतदाताओं के नामों को काटने व हटाने में टालमटोल की जा रही है.
विधायक गायकवाड के मुताबिक बुलढाणा जिले में कई ऐसे लोगों के नाम भी मतदाता सूची में शामिल है. जिनकी मृत्यु हुए अब लगभग 15 साल का समय बीत चुका है. साथ ही साथ 15 वर्ष पहले बुलढाणा में कार्यरत रह चुके और बाद में यहां से स्थलांतरित हो चुके कई सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम भी मतदाता सूची में शामिल है. ऐसे लगभग 4 हजार फर्जी मतदाताओं के नामों की सूची जिलाधीश को सौंपने का दावा करते हुए विधायक संजय गायकवाड ने कहा कि, दो-दो स्थानों की मतदाता सूचियों में नाम शामिल रहनेवाले मामलों को लेकर अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. साथ ही इस बारे में निर्वाचन आयोग को सूचित किए जाने पर आयोग ने बोगस नामों को नहीं हटाने की भूमिका भी अपनाई.
विधायक गायकवाड ने एक और महत्वपूर्ण मुद्दा उपस्थित करते हुए कहा कि, कई मतदाताओं के घर ग्रामीण क्षेत्र में होते है और वे अपने कामकाज के चलते शहरी क्षेत्र में रहते है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाले कई मतदाता शहरी क्षेत्र के चुनाव में मतदान करने हेतु अपने नाम शहरी निर्वाचन क्षेत्र में दर्ज करवाते है. ऐसे मतदाताओं के नाम दो-दो स्थानों पर दर्ज रहने के चलते उनके द्वारा दो बार मतदान किए जाने की संभावना भी बनी रहती है.
* विध्वंसक आदमी है संजय राऊत
इसके साथ ही शिंदे गुट वाली शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड ने शिवसेना उबाठा के प्रवक्ता व सांसद संजय राऊत की आलोचना करते हुए कहा कि, संजय राऊत अपने-आप में एक विध्वंसक प्रवृत्ति है, जिन्होंने पहले खुद अपनी पार्टी को समाप्त किया और अब वे महाविकास आघाडी में शामिल रहनेवाली पार्टीयों को खत्म करने का काम कर रहे है. विधायक गायकवाड के मुताबिक उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे यदि एक साथ आते है, तो इसे कांग्रेस द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा, यह बात हमने पहले ही बता दी थी और कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने लगभग इसी तरह की भूमिका स्पष्ट की है. साथ ही विधायक गायकवाड ने यह भी कहा कि, एक मतदाता तक यदि तीन दलों की अलग-अलग भूमिकाएं पहुंचती है, तो मतदाता भी इसे स्वीकार नहीं करते.





