नकली नोट मामले का मुख्य मास्टरमाइंड धरा गया
दर्यापुर में अपनी मौसी के घर में छिपकर बैठा था आदित्य रामेकर

* तीन दिनों से चल रही थी तलाश, कल देर रात हुई गिरफ्तारी
* आदित्य को अमरावती लाकर शुरु की गई पूछताछ, कनेक्शन खंगाले जा रहे
* 4 साल पहले भी मुंबई में ऑनलाइन जालसाजी को लेकर नामजद हुआ था आदित्य
* ऑनलाइन धोखाधडी के साथ ही आदित्य ने शुरु किया था नकली नोटों का कारोबार
अमरावती /दि.17- विगत मंगलवार की देर रात नांदगांव पेठ पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत उजागर हुए नकली नोटों के मामले का मुख्य मास्टरमाइंड रहनेवाला आदित्य रामेकर नामक आरोपी कल देर रात दर्यापुर के कंबोडी गांव से धर लिया गया. जो कंबोडी गांव में अपनी मौसी के घर पर छिपा हुआ था. जिसे पुलिस ने तकनीकी आधार पर जांच करने के साथ ही अपने मुखबिरों के जरिए मिली जानकारी के चलते आखिरकार खोज निकाला. हिरासत में लिए जाने के बाद आदित्य रामेकर को कल देर रात ही दर्यापुर से अमरावती लाने की प्रक्रिया भी पूरी की गई और अब आदित्य रामेकर सहित नकली नोटों के मामले में इससे पहले धरे गए अन्य तीन आरोपियों से पुलिस द्वारा कडाई के साथ पूछताछ की जा रही है. जिसके तहत आदित्य रामेकर के कनेक्शन खंगाले जा रहे है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि, आदित्य रामेकर द्वारा बाजार में चलाने हेतु नकली नोटों की खेप को कहां से लाया जाता था.
बता दें कि, रहाटगांव चौक स्थित हर्ष वाईन शॉप पर तीन लोग 14 अक्तूबर की रात 9 बजे के आसपास शराब खरीदने के लिए पहुंचे थे. जिन्होंने शराब की ऐवज में दुकानदार को नकली नोटे थमा दी थी. जिसकी ओर ध्यान जाते ही दुकानदार ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर भागने का प्रयास कर रहे तीनों लोगों को तुरंत ही पकडा और नांदगांव पेठ पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद नांदगांव पेठ पुलिस ने संचित अरविंद चव्हाण (20, मिलिंद नगर, रहाटगांव), दीपक बाबूलाल खंडारे (32, पंचशील नगर, रहाटगांव) तथा संघरत्न उर्फ सोनू राजेंद्र मोटघरे (36, जुनीबस्ती, रहाटगांव) नामक तीन आरोपियों को अपनी हिरासत में लेने के साथ ही उनके पास से करीब 27 हजार रुपए की नकली करंसी नोटे भी बरामद की. जिसके बाद तीनों आरोपियों ने बताया कि, उनके पास बडी संख्या में नकली नोटे और भी उपलब्ध थी तथा वे विगत करीब एक सप्ताह से रहाटगांव व नांदगांव पेठ परिसर में नकली नोटे चला रहे थे. इन आरोपियों को यही जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि, रहाटगांव परिसर में धीरे-धीरे नकली नोटों को चलाना है और अगर उसके बाद सबकुछ ठीकठाक रहा, तो फिर आगे बढना है. इन आरोपियों के जरिए पुलिस को उस व्यक्ति के बारे में भी जानकारी मिली, जिसके जरिए उन लोगों तक नकली नोटों की खेप पहुंची थी. ऐसे में अब पुलिस नकली नोटों का कारोबार करनेवाले आदित्य रामेकर नामक मुख्य मास्टरमाइंड की सरगर्मी से तलाश करनी शुरु की गई. जिसके बारे में पता चला कि, आदित्य रामेकर इस समय दर्यापुर तहसील के कंबोडी गांव में रहनेवाली अपनी मौसी के घर पर छिपा हुआ है. ऐसे में पुलिस के दल ने तुरंत ही कंबोडी गांव पहुंचकर छापामार कार्रवाई की और वहां पर एक घर में छिपकर बैठे आदित्य रामेकर को अपनी हिरासत में लिया.
उल्लेखनीय है कि, नकली नोट मामले में धरे गए आदित्य रामेकर के खिलाफ करीब चार वर्ष पहले मुंबई में भी ऑनलाइन धोखाधडी का मामला दर्ज हुआ था. जिसके बाद ऑनलाइन धोखाधडी के साथ-साथ आदित्य रामेकर ने नकली नोटों को बाजार में चलाने का कारोबार शुरु किया, जो आखिरकार अब अमरावती पुलिस के हत्थे चढ गया है. ऐसे में अब पुलिस द्वारा इस बात को लेकर जांच-पडताल शुरु की गई है कि, आदित्य रामेकर ने नकली नोटों की खेप कहां से लाई थी और उसने अब तक किन-किन लोगों को कितने रुपए मूल्य के नकली नोट बाजार में चलाने हेतु दिए है.
यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया, पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे व सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश पुंडकर के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिनेश दहातोंडे के नेतृत्व में पोहेकां राजाभाऊ राऊत, पोकां राजीक खान, नीलेश साविकार, राजा सैयद, वैभव तिखिले व अमित ढोले के पथक द्वारा की गई.
* अब मामले की जांच में हुई एटीएस की ‘एंट्री’
– दो दिनों से अकोला एटीएस का दल जमा हुआ है अमरावती में
अर्थव्यवस्था के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद गंभीर रहनेवाले नकली नोट मामले की जांच इस समय जहां एक ओर अमरावती शहर पुलिस द्वारा की जा रही है, वहीं अब इस मामले में आतंकवाद विरोधी दल यानि एटीएस की भी एंट्री हो गई है. चूंकि कई बार आतंकी संगठनों द्वारा टेरर फडींग के लिए नकली नोटों का कारोबार करते हुए रकम जुटाई जाती है. इस बात के मद्देनजर अब नकली नोट मामले में धरे गए मुख्य मास्टरमाइंड सहित अन्य तीन आरोपियों से एटीएस के पथक द्वारा पूछताछ की जा रही है. जिसके लिए अकोला एटीएस का दल गत रोज ही अमरावती पहुंच गया था, जो आज लगातार दूसरे दिन भी अमरावती में जमा हुआ था.





