नेहरू मैदान सील करने की तैयारी ?
कलेक्टर के आदेश का हवाला

* दोनों ओर गेट लगाए गये अर्जेंट में
* संपूर्ण साफ सफाई अगले सप्ताह, नहीं खडी होगी कोई फोरव्हीलर भी
अमरावती/ दि.18-जिलाधीश के आदेश का हवाला देकर आनन-फानन में केवल दो दिनों के भीतर शहर के बीचोंबीच स्थित ऐतिहासिक नेहरू मैदान को सील किए जाने के संकेत मिल रहे हैं. केवल दो दिनोें में मैदान के दोनों प्रवेशद्बार पर लोहे के गेट लगा दिए गये हैं. अगले सप्ताह मैदान की संपूर्ण चप्पे चप्पे की साफ सफाई किए जाने की जानकारी अधिकारियों ने दी. उन्होंने बताया कि अब मैदान में केवल टूव्हीलर प्रवेश करने जितना मार्ग शेष रहेगा. उधर कलेक्टर आशीष येरेकर से बात करने का प्रयत्न किया तो सफल न हो सका.
इसलिए है चर्चा में
नेहरू मैदान पिछले सप्ताह भर से चर्चा में है. विधायक संजय खोडके ने महापालिका में विशेष मीटिंग दौरान नेहरू मैदान के स्थान पर महापालिका की नई कार्यालयी इमारत बनाने का प्रस्ताव होने की चर्चा की थी. जिसके बाद बीजेपी और कांग्रेस ने इस प्रस्ताव का खुलकर विरोध शुरू कर दिया था. उसी प्रकार नेहरू मैदान का मुद्दे की आड लेकर बीजेपी और कांग्रेस की जुबानी जंग छिड गई थी. इसके पीछे चार वर्षो बाद होने जा रहे महापालिका इलेक्शन की सुगबुगाहट लोगों ने देखी थी. बहरहाल मैदान के चर्चा में रहने के साथ अब नई डेवलपमेंट देखी जा रही है.
जिलाधीश ने दिए सफाई के आदेश
जिलाधीश ने पहली बार नेहरू मैदान के काम में हस्तक्षेप करते हुए 48 घंटे के अंदर उसे पूरी तरह स्वच्छ करने के आदेश प्रशासन को दिए थे. महापालिका प्रशासन ने इस पर कथित रूप से 50 घंटे बाद भी ध्यान नहीं दिया. ऐसे में मैदान की हो रही दुर्दशा को रोकने के वास्ते कलेक्टर को अपने विशेष अधिकारों का उपयोग करने की नौबत आयी है. पता चला है कि जिलाधीश ने आनन-फानन में और कडे निर्देश मातहतों को दिए. जिसके बाद शासकीय मशनरी हरकत में आयी है.
जयस्तंभ से कचरा बंद, लोहे के बडे गेट लगे
नेहरू मैदान के दो प्रवेशद्बार है. सामरा सिल्क के सामने जयस्तंभ की ओर से. दूसरा राजकमल चौक की तरफ से. जयस्तंभ वाले मार्ग पर पूरा कंटेनर का कचरा डाल दिया जाता था. दो दिनों से वह कचरा यहां नहीं डाला जा रहा. ऐसे में दोनों ही ओर अब लोहे के गेट आनन-फानन में लगा दिए गये हैं. मैदान को कूडामुक्त करने के वास्ते यह कवायत करनी पडी है. गेट लगने के साथ वहां कूडा कर्कट डालने की आदत पर अंकुश लगेगा. वहां डेरा जमाए घुमंतुओं को भी हटाया जायेगा. लोगाेंं का आरोप है कि सर्वाधिक गंदगी यही लोग फैलाते हैं.
कलेक्टर के आदेश से कार्य
एसडीओ अनिल भटकर ने अमरावती मंडल से चर्चा दौरान बताया कि नेहरू मैदान के दोनों ओर जयस्तंभ तथा राजकमल चौक की ओर से अब गेट लगाए जा रहे हैं. भटकर ने बताया कि नेहरू मैदान को पूरी तरह कचरामुक्त करने के आदेश जिलाधीश ने दे रखे हैं. ऐसे में गेट लगाने पर ही लोगों को वहां कूडाकर्कट डालने से रोका जा सकता है.
दो रोज पहले अमरावती मंडल ने नेहरू मैदान की ऑन स्पॉट रिपोर्ट प्रकाशित की थी. जिसमें मैदान के रेलवे ओवरब्रिज से सटे हिस्से के करीब आधा एकड के कस्तूरबा उद्यान की दुर्दशा को भी बयां किया गया था. साथ ही वहां मौजूद शहीद स्मारक टाउन हॉल का हाल भी बयां किया गया था. 1942 के भारत छोडो आंदोलन के स्मारक के आसपास मनपा कर्मचारियों द्बारा वाहन खडे किए जाने का सचित्र समाचार प्रकाशित किया गया था.





