फैशन की दुनिया का ‘शहंशाह ’ कहलाता है ‘श्रध्दा मॉल ’

19 साल से ग्राहकों का कायम है विश्वास

अमरावती/ दि.20 – समय के साथ फैशन का ट्रेड बदल रहा है. साथ ही महिलाओं की चॉइस भी बदलने लगी है. ट्रेडी लुक में नयापन उन्हें खूब लुभाता है. वही ं कांजीवरम, बनारसी, कोटा सिल्क की साडिया नये अवतार के साथ लाइट वेट में पहनना महिलाओं को काफी लुभा रहा है. भारतीय संस्कृति में महिलाओं का मुख्य परिधान ‘साडी’ ट्रेडी बनाने का सपना लेकर कपडा व्यापार में उतरे और धर्म और जाति के आधार पर इस परिधान को आधुनिक लुक देनेवाले ‘नववारी’ साडियों को भी ग्राहकों में नामचीन बनाने की श्रध्दा परिवार के समय के साथ खुद को एक ब्रांड बना लिया है.19 साल की कडी मेहनत और संचालकों के प्रति ग्राहकों का विश्वास ‘श्रध्दा’ माल को उंचाईयों तक ले जाने में सहायक साबित हो रहा है.
साल 2006 में रमेश गिडवानी, सुरेश गिडवानी तथा पूरण लाला ने गारमेंट की दुनिया में अपना पहला कदम रखा है. उस समय सामान्य से लेकर मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं को किफायती दाम में डिजाइन साडियों का कलेक्शन उपलब्ध करवाने का निर्णय लेेते हुए जयस्तंभ चौक स्थित तखतमल इस्टेट में प्रतिष्ठान का शुभारंभ किया गया. उस समय यह प्रतिष्ठान श्रध्दा साडी के नाम से जाना गया. धीरे- धीरे संचालकों की सेवा का विस्तार होता गया. 10 बाय 10 का यह प्रतिष्ठान समय के साथ अपना रूप बदलने लगा. ग्राहकों की मांग पर इस प्रतिष्ठान में साडियों का कलेक्शन भी बढा. साथ ही ग्राहकों का विश्वास और गहराता गया. साल 2011 यानी करीब 5 वर्ष बाद ‘श्रध्दा मॉल’ का बडे शोरूम में विस्तार हुआ. इस विस्तार के साथ ‘श्रध्दा मॉल’ ने अपना रूप बदलते हुए 5 हजार वर्ग फुट के प्रतिष्ठान का निर्माण किया.
जहां ग्राहकों को पहले मात्र 500 रूपए तक के वस्त्र मिलते थे. उनकी कीमतें और समय के साथ स्टाइल भी बदलने लगा. अब महिलाओं को डिजाइनर कलेक्शन के साथ पैठणी, सिल्क साडियां, कांजीवरम और बनारसी साडिया भी उपलब्ध होने लगी है. साल 2018 में ‘श्रध्दा मॉल’ के संचालकों ने अपना विस्तार बोरगांव धर्माले स्थित कपडों के होलसेल हब बीजीलैंड में किया और ‘श्रध्दा मॉल’ के भव्य शोरूम का शुभारंभ किया. यहां करीब 20 हजार वर्ग फुट में निर्मित प्रतिष्ठान का नामकरण करते हुए ‘श्रध्दा मॉल’ के नाम से विख्यात हुई. अब यहां 500 रूपए से लेकर 50 हजार रूपए की रेंज में महिलाओं, पुरूषों और बच्चों के लिए एक ही छत के नीचे आकर्षक और डिजाइनर कपडों का कलेक्शन उपलब्ध करवाया जाता है. केवल यही नहीं अब
* संचालकों की मेहनत है विश्वास की डोरी
बता दें कि तीन दोस्तों ने मिलकर ‘श्रध्दा मॉल’ की नींव रखी थी. लेकिन समय के साथ इस परिवार का भी प्रतिष्ठान विस्तार के साथ विस्तार हुआ. आज परिवार में रमेशलाल गिडवानी, सुरेश गिडवानी, पूरण लाला के साथ रोशन लाला, अमित सेवानी, सागर गिडवानी,राजेश भाटिया, सुरेश पंजवानी, दिलीप साबवानी और विजय गिडवानी का भी समावेश है. इस परिवार ने इस नींव की मजबूती प्रदान करने तथा ग्राहको को बेहतरीन सेवा देने के लिए अपनी- अपनी जिम्मेदारियों को निष्ठा और विश्वास के साथ पूरा किया है. जिसके कारण ‘श्रध्दा ’ आज अपने आप में एक ब्रांड बन चुका है.
* अग्रणी सेवा व सही दामों ने किया राज
‘श्रध्दा’ परिवार के लिए सेवा और सही दाम हमेशा अग्रणी रहे हैं. जिसके कारण श्रध्दा परिवार ने कम समय में ग्राहकों के दिल में अलग- अलग जगह बनाई है. यही कारण है कि तीज- त्यौहार हो या परिवारिक कार्यक्रम ग्राहकों की पहली पसंद ‘श्रध्दा मॉल’ होता है. इसी विश्वास को आगे भी बरकरार रखते हुए आनेवाले समय में श्रध्दा माल का जल्द ही भव्य विस्तार किया जा रहा है. 1 लाख वर्ग फुट का वातानुकूलित शोरूम बनने जा रहा है. जहां ग्राहकों को और भी अधिक कपडों की वैरायटी के साथ लूक को संवारने का मौका मिला है.

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