सरकारी मेडिकल कॉलेज की इमारत का निर्माण कब?
कोंडेश्वर में मंजूर जमीन पर डेढ वर्ष दौरान एक ईंट भी नहीं रखी गई

अमरावती /दि.22 – जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज व उससे संलग्नित 430 बेड वाले अस्पताल के लिए मौजे आलियाबाद-कोंडेश्वर (वडद) में 11.29 हेक्टेअर ई-क्लास जमीन मंजूर हुए डेढ वर्ष का समय बीत चुका है, परंतु अब भी उस जमीन पर मेडिकल कॉलेज की इमारत बनाने हेतु एक ईंट तक नहीं रखी गई है. जिसके चलते हकीकत में इस इमारत का निर्माण कब शुरु होगा, यह सवाल पूछा जा रहा है.
बता दें कि, अमरावती जिले में शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से सरकारी मेडीकल कॉलेज शुरु हुआ है. जिसके प्रथम वर्ष में 100 विद्यार्थी प्रवेशित है. साथ ही अब जल्द ही महाविद्यालय में द्वितीय वर्ष पाठ्यक्रम भी शुरु होने जा रहा है और शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए एमबीबीएस प्रथम वर्ष हेतु प्रवेश प्रक्रिया भी शुरु हो गई है. वैद्यकीय शिक्षा विभाग व सार्वजनिक स्वास्थ विभाग के साथ हुए करार के मुताबिक जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले जिला सामान्य अस्पताल की जगह पर सरकारी मेडिकल कॉलेज को शुरु किया गया है. जिसके चलते अगले 7 वर्ष के भीतर मेडिकल कॉलेज की अपनी स्वतंत्र इमारत का निर्माण पूरा होना अपेक्षित है. परंतु 7 वर्ष में से डेढ वर्ष की कालावधि बीत जाने के बावजूद सरकारी मेडिकल कॉलेज की इमारत के निर्माण हेतु मंजूर जगह पर कोई काम शुरु नहीं हुआ है. जिसके चलते सवाल उपस्थित हो रहा है कि, आखिर सरकारी मेडिकल कॉलेज की नई इमारत का निर्माण कब शुरु होगा.
* फरवरी 2024 में जगह को मिली थी मान्यता
5 फरवरी 2024 को सरकार ने मौजे आलियाबाद-कोंडेश्वर (वडद) में 11.29 हेक्टेअर ई-क्लास जमीन पर सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की इमारत का निर्माण करने हेतु मंजूरी दी थी.
* राईटस् कंपनी के पास निर्माण की जिम्मेदारी
महाराष्ट्र सरकार द्वारा अमरावती के सरकारी मेडिकल कॉलेज की इमारत के निर्माण हेतु राईटस् नामक कंपनी का चयन किया गया है. राईटस् नामक कंपनी ने इमारत के निर्माण हेतु निविदा प्रक्रिया पर अमल किया है, परंतु इस निविदा प्रक्रिया में मंजूर निधि से अधिक निधि की मांग होने के चलते इस निविदा प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया.
* चार चरणों में होगा इमारत का निर्माण
वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल की इमारत का निर्माण चार चरणों में होना है. जिसके तहत पहले चरण के निर्माण हेतु 403 करोड रुपयों की निधि भी मंजूर है. वहीं वैद्यकीय महाविद्यालय की इमारत के पूरे निर्माण कार्य हेतु 1500 करोड रुपए की निधि की जरुरत पडेगी. वहीं अब महाविद्यालय की इमारत को मौजूदा मंजूर जगह की बजाए किसी अन्य स्थान पर बनाने के लिहाज से भी सरकारी स्तर पर प्रयास किए जाने की चर्चाएं जोर पकड रही है. संभवत: यही वजह है कि मौजूदा मंजूर जगह पर अब तक मेडिकल कॉलेज की इमारत के निर्माण हेतु एक गड्ढा तक नहीं खोदा गया.





