मराठा आरक्षण के बाद अब किसानों के लिए मैदान में उतरेंगे मनोज जरांगे
भाईदूज पर जरांगे पाटिल ने की बडी घोषणा

जालना/दि.23 – मराठा आरक्षण के लिए पूरे राज्य में आंदोलन खडा करनेवाले मराठा आंदोलक मनोज जरांगे पाटिल ने अब किसानों की सहायता के लिए मैदान में उतरने का निर्णय लिया है और भाईदूज का मुहूर्त साधते हुए किसानों के अधिकारों के लिए आंदोलन शुरु करने की चेतावनी भी राज्य सरकार को दी है. मनोज जरांगे के मुताबिक अतिवृष्टि के चलते राज्य के 29 जिलो में काफी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ, परंतु सरकार द्वारा घोषित तीन हजार करोड रुपयों के राहत पैकेज का लाभ अब तक आपदा प्रभावित किसानों तक नहीं पहुंचा है. ऐसे में किसानों को सहायता दिलाने के लिए अब उन्होंने आंदोलन का ‘नांगर’ डालने का निर्णय लिया है.
इसके साथ ही मनोज जरांगे पाटिल ने यह भी कहा कि, राज्य में कई जगहों पर सरकारी अधिकारी ही खुद को सरकार से ज्यादा बडा समझते है और वे सरकारी आदेशानुसार काम नहीं करते, ऐसे अधिकारियों के खिलाफ फौजदारी मामले दर्ज किए जाने चाहिए. साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से घोषित सहायता पैकेज को अस्थाई खुशी बताते हुए कहा कि, सीएम देवेंद्र फडणवीस हर व्यक्ति को इसी तरह से अस्थाई व तत्कालिक आनंद देते है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, भाईदूज वाले दिन राज्य में किसानों को हुए नुकसान की सूची तैयार की जा रही है. जिसके बाद जल्द ही किसानों के लिए काम करनेवाले विशेषज्ञों व नेताओं को एक मंच पर बुलाते हुए आपसी चर्चा के बाद किसानों हेतु आंदोलन की दिशा तय की जाएगी.
विधायकों को विकास निधि के तौर पर 5-5 करोड रुपए की निधि आवंटित किए जाने को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि, विधायकों के पास पहले ही हजारों करोड रुपयों की प्रॉपर्टी है. लेकिन इसके बावजूद उन्हें 5-5 करोड रुपयों की ‘खैरात’ बाटी जा रही है. जबकि राज्य के आपदाग्रस्त किसानों द्वारा खुद को सहायता मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है. इसके साथ ही मनोज जरांगे पाटिल ने मंत्री छगन भुजबल को मौकापरस्त व्यक्ति बताते हुए कहा कि, छगन भुजबल के हाथ लोगों की खून से रंगे हुए है और उन्होंने गोपीनाथ मुंडे को उनके जीवित रहते समय काफी तकलिफे भी दी थी और आज छगन भुजबल द्वारा मुंडे परिवार के साथ सहानुभूती दर्शायी जा रही है.





