अकोला में अब तक का सबसे क्रूर व निर्मम हत्याकांड
युवक का अपहरण कर हत्या की, सबूत मिटाने शव को जलाया

* अक्षय नागलकर मामले में हुआ बडा खुलासा, भोजन के बहाने बुलाया और जान से मार डाला
* 15 मिनट में आने की बात कहकर घर से निकला था अक्षय नागलकर, तीन दिन बाद से था लापता
* अब हुआ मामले का पर्दाफाश, पुलिस ने चार संदिग्धो को लिया कब्जे में, अन्यों की तलाश जारी
* अकोला के डाबकी रोड थाना क्षेत्र की घटना, पूरे शहर में जबरदस्त सनसनी
अकोला /दि.24- अकोला शहर में रौंगटे खडे कर देनेवाली घटना उजागर हुई है. शहर के बालापुर रोड परिसर में रहनेवाले 26 वर्षीय अक्षय विनायक नागलकर पिछले तीन दिनों से लापता था. परिजन समेत क्षेत्र के नागरिकों ने उसके साथ कुछ अनहोनी होने का संदेह जताकर पुलिस ने उसका पता लगाने की मांग की थी. इसके लिए एसपी कार्यालय पर कल शुक्रवार 24 अक्तूबर को मोर्चा भी निकाला गया था. आखिरकार आज पुलिस ने इस प्रकरण का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की है. लापता अक्षय का कुछ युवकों ने रंजिश के चलते अपहरण कर उसकी हत्या करने के बाद शव जला दिया था. यह दिल दहला देनेवाली घटना प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने चार संदिग्धो को कब्जे में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की है. वहीं इस घटना के तथ्य उजागर होते ही अकोला शहर सहित पूरे परिसर में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त हो गया है.
जानकारी के मुताबिक अक्षय नागलकर (26) नामक युवक गत 22 अक्तूबर को शाम 5 बजे के दौरान अपने घर से बाहर निकला. घर से जाते समय अक्षय अपनी मां शीला नागलकर को यह कहकर निकला था कि ‘मां, तू खाना बना, मैं पंद्रह मिनट में आता हूं’, मां ने अपने बेटे के लिए खाना बनाया, लेकिन वह तीन दिनों से अपने घर वापिस नहीं लौटा. जिसके चलते परिजनों ने अक्षय की पूछताछ करनी शुरु की. परंतु उसका कहीं कोई अतापता नहीं चला. इसके चलते परिजनो ने गुरुवार 23 अक्तूबर को डाबकी रोड पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई. साथ ही क्षेत्र के नागरीक और परिवार के सदस्यो ने अक्षय के साथ कुछ अनहोनी का संदेह भी व्यक्त किया. ऐसे में पुलिस ने प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में हुए तत्काल जांच शुरू की. अपराध शाखा का दल भी इस जांच कार्य में जुट गया. अक्षय के लापता होने के बाद उसका सुराग न मिलने से नागरिकों में तीव्र असंतोष भी बढ़ता जा रहा था. शुक्रवार 24 अक्तूबर को अकोला जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर मोर्चा भी निकाला गया. दो स्वतंत्र दल गठित कर अकोला, अमरावती समेत आसपास के गांव रवाना किए गए. अक्षय के लापता होने के बाद अकोला शहर में कई तरह की चर्चा शुरू हो गई थी. वहीं पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालकर जांच में जुटी रही.
* दोस्त से भी हुई पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक अक्षय को जिस दोस्त ने आखिर बार देखा था, उशका पता लगाकर पुलिस ने पूछताछ की. अक्षय की गुमशुदगी को लेकर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त थी.उसके साथ अनुचित होने का संदेह जताया जा रहा था और आखिर में आज वह संदेह सही साबित हुआ. जब यह जानकारी सामने आई कि, किसी पुराने विवाद के चलते अक्षय को भोजन करने के बहाने से बुलाकर घर से बाहर बुलाया गया और फिर उसका अपहरण करते हुए उसके साथ मारपीट कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया. जिसके बाद सबूत छिपाने के उद्देश्य से अक्षय के शव को जला भी दिया गया.
* ऐसे हुई थी पूरी वारदात
अकोला पुलिस को आरोपी चंद्रकांत बोरकर द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उसने अपने साथीदार अशोक उर्फ ब्रह्मा पांडुरंग भाकरे, रोहित पराते, कृष्णा वासुदेव भाकरे, आशू वानखडे, शिवा माली, आकाश शिंदे व अमोल उन्हाले के साथ मिलकर अक्षय नागलकर को मौत के घाट उतारने की साजिश रची थी. जिसके बाद ब्रह्मा भाकरे ने अक्षय को भौरद स्थित होटल एमएच-30 में भोजन करने के बहाने से बुलाया. जहां पर अन्य सभी आरोपी पहले से मौजूद थे. जिन्होंने पुराने विवाद के चलते अक्षय का अपहरण कर लिया और उसे सुनसान स्थान पर ले जाकर उसके साथ जमकर मारपीट करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया. पश्चात सबूत नष्ट करने के इरादे से अक्षय के शव को ब्रह्मा भाकरे के मोरगांव भाकरे स्थित खेत में बने टीन के शेड में ले जाया गया और शव को वहीं पर जला दिया गया. इस कबूली जवाब के बाद पुलिस ने चंद्रकांत बोरकर सहित अशोक उर्फ ब्रह्मा भाकरे, कृष्णा भाकरे व आशू वानखडे को अपनी हिरासत में लिया. वहीं अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है.





