सोयाबीन के सरकारी खरीदी केंद्र एक सप्ताह के भीतर शुरु करें

अन्यथा करेंगे तीव्र आंदोलन

* तालुका कांग्रेस कमेटी और किसानों ने दी चेतावनी
तिवसा/दि.28 – तिवसा तालुका के सोयाबीन और कपास किसान हताश हैं, लगातार बारिश के कारण सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई है और कई किसान सोयाबीन की कटाई भी नहीं कर पाए हैं. दिवाली का त्यौहार समाप्त हुए एक सप्ताह हो जाने के बावजूद, तहसील के किसानों को सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली है और सोयाबीन किसान आर्थिक तंगी में हैं. रबी सीजन के लिए कृषि की योजना बनानी है, और खेतों में पडे सोयाबीन को संतोषजनक मूल्य नहीं मिल रहा है, और व्यापारी वर्ग किसानों का आर्थिक शोषण कर रहा है, और चूंकि सरकार ने सोयाबीन के लिए गारंटीकृत मूल्य की घोषणा की है, इसलिए किसान गारंटीकृत मूल्य से बहुत कम कीमत पर अपना सोयाबीन बेचने को मजबूर हैं. तिवसा तालुका कांग्रेस और किसानों ने तहसीलदार तिवसा को ज्ञापन देकर मांग की है कि एक सप्ताह के भीतर तिवसा में सरकारी (नाफेड) सोयाबीन खरीद केंद्र खोला जाए. इससे किसानों को गारंटीकृत मूल्य के अनुसार उचित मूल्य मिलने पर सहायता मिलेगी. ज्ञापन में यह चेतावनी भी दी गई कि यदि एक सप्ताह के भीतर सरकारी खरीद केंद्र शुरू नहीं किया गया, तो तालुका कांग्रेस कमेटी और किसान प्रशासन और सरकार के खिलाफ तीव्र प्रदर्शन करेंगे.
ज्ञापन देते समय तहसील कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वैभव वानखडे, खरीदी-विक्री संघ के अध्यक्ष सुरेश मेटकर, कृषी उत्पन्न बाजार समिती सभापति रवि राऊत, मोहनराव वानखडे, विवेक देशमुख, शहराध्यक्ष सेतू देशमुख, कार्याध्यक्ष सुनील बाखडे, गजानन अळसपुरे, रवींद्र हांडे, रामराव तांबेकर, लुकेश केने, सचिन सोटे, नगरसेवक योगेश वानखडे, संदीप मंगेश भगोले, प्रदीप दमाये, विश्वजित बाखडे, प्रमोद वानखडे, गजानन भोंबे, प्रशांत कांबले, संदीप आमले, नरेंद्र विघ्ने, हरिदास भगत, आशीष बायस्कर, भारत ढोणे, सुधीर बोके, राजू वेरूलकर, छत्रपति डोंगरे, सुरज धूमनखेडे, प्रणव गौरखेडे, अमोल पन्नासे, सागर राऊत, अनिकेत तालन, अक्षय पवार, संजय इंगले, वैभव ढवले,दीपक वानखडे, अतुल खुले, सोपान डोलस, सुनील कुर्‍हाडे, रणजित सपाटे, अमोल बंगरे, शेहजाद पटेल, मोतीभाऊ पवार, अरुण मोहोड, जानराव मारोटकर, अनंत शेंद्रे सहित अन्य पदाधिकारी और किसान उपस्थित थे.

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