35 करोड रुपयों की लागत से साकार हुआ गवई स्मारक भवन

3.94 हेक्टेअर क्षेत्र में बडे ही कलात्मक तरीके से किया गया है निर्माण

* इंदू कंस्ट्रक्शन के संचालक नितिन गभणे की कल्पना से साकार हुआ स्मारक
अमरावती /दि.29- आंबेडकरी विचारधारा के प्रबल समर्थक एवं ख्यातनाम रिपाइं नेता पूर्व राज्यपाल स्व. रा. सू. उर्फ दादासाहेब गवई की स्मृतियों को संजोए रखने और उनके जीवनकार्यों व विचारों को नई पीढी तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अमरावती में गवई स्मारक साकार करने का निर्णय लिया गया था. जिसका आज समारोहपूर्वक लोकार्पण होने जा रहा है. खास बात यह है कि, इस अवसर पर स्व. दादासाहेब गवई के बडे सुपूत्र और देश के मुख्य न्यायमूर्ति पद पर रहनेवाले सीजेआई भूषण गवई की प्रमुख उपस्थिति रहेगी. जो राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रमुख उपस्थिति के बीच अपने दिवंगत पिता व रिपाइं नेता स्व. दादासाहेब गवई की स्मृति में निर्मित स्मारक भवन व पुतले का उद्घाटन व लोकार्पण करेंगे.
ध्यान दिला दें कि, दिवंगत रिपाइं नेता व पूर्व राज्यपाल रा. सू. उर्फ दादासाहेब गवई के निधन पश्चात उनकी स्मृतियों को संजोए रखने तथा उनके जीवनकार्यों से नई पीढी को अवगत कराने के लिए स्मारक भवन का निर्माण करने हेतु मार्डी रोड पर संगाबा अमरावती विद्यापीठ के ठीक पीछे मौजे म्हसला में सर्वे क्रमांक 5, 8 व 9 की 3.94 हेक्टेअर जमीन आवंटित की गई थी. जहां पर गवई स्मारक भवन बनाने हेतु 35 करोड रुपयों की निधि को मंजूरी दी गई थी. जिसके बाद इस काम का जिम्मा हर इमारत को बेहद कलात्मक व अलग ढंग से साकार करने हेतु विख्यात रहनेवाले इंदू कंस्ट्रक्शन के संचालक नितिन गभणे को सौंपा गया. जिसके उपरांत अमरावती में जिला व सत्र न्यायालय की इमारत, जिला स्त्री अस्पताल, शासकीय औषधी निर्माण महाविद्यालय एवं अमरावती विमानतल जैसी एक से बढकर एक इमारतों को भव्य-दिव्य तरीके से साकार कर चुके नितिन गभणे ने एक बार फिर अपने वास्तुकला कौशल्य एवं कल्पकता का उदाहरण पेश करते हुए बडे ही शानदार ढंग से गवई स्मारक भवन की मुख्य इमारत एवं परिसर का निर्माण किया. जिसका सीएम देवेंद्र फडणवीस एवं पूर्व गवर्नर रा. सू गवई के सुपुत्र सीजेआई भूषण गवई के हाथों लोकार्पण होने जा रहा है.
* गवई स्मारक भवन की विशेषताएँ
केरल और बिहार के पूर्व राज्यपाल तथा रिपब्लिकन आंदोलन के वरिष्ठ नेता रहे दिवंगत दादासाहेब गवई की स्मृति को जीवंत रखने के उद्देश्य से तैयार किए गए यह अत्याधुनिक स्मारक तैयार किया गया है. इसमें दादासाहेब गवई के जीवन कार्य को दर्शाने वाला संग्रहालय (म्यूज़ियम), 200 व्यक्तियों की क्षमता वाला आधुनिक सभागृह (ऑडिटोरियम), स्मारक के मुख्य द्वार पर 15 फुट ऊँचा ब्रॉन्ज का पूर्णाकृति पुतला, साथ ही 2.5 फुट का अर्धाकृति ब्रॉन्ज बस्ट, 16 डिजिटल पोस्टर्स के माध्यम से जीवन यात्रा का प्रदर्शन, दृश्य-श्रव्य कियॉस्क एवं वीडियो वॉल, स्मृति-स्मारिका गैलरी, तल मंज़िल पर सुसज्जित किचन एवं उपहार गृह का समावेश है. यह स्मारक न सिर्फ इतिहास को संजोएगा, बल्कि भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा का एक सशक्त केंद्र बनेगा, ऐसी अपेक्षा व्यक्त की जा रही है.
* नितिन गभणे व इंदू कंस्ट्रक्शन को भवन निर्माण का जबरदस्त अनुभव
विशेष उल्लेखनीय है कि, इंदू कन्स्ट्रक्शन का नाम जिले में ही नहीं तो सर्वत्र जाना माना है. उसके संचालक नितिन गभणे बेहद कलाप्रेमी व्यक्ति हैं. उनके कैम्प रोड स्थित कार्यालय को भेंट देते ही कार्यालय की सजावट से आप मोहित हुए बिना नहीं रह सकते. इंदू कन्स्ट्रक्शन ने अमरावती में अनेकानेक शासकीय और संस्थागत भवनों का भव्य निर्माण किया है, जिन पर इंदू कन्स्ट्रक्शन का शानदार काम की छाप है. उनके शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय की आईटी बिल्डिंग, शासकीय तंत्र निकेतन निंभोरा स्थित मेडिटेशन हॉल, विभागीय खेल संकुल, रहाटगांव की आईटीआई, नागपुर में 6 मंजिला छात्रावास, मेयो अस्पताल का यूटिलिटी भवन, अमरावती की जिला अदालत की बिल्डिंग आदि अनेक भवनों का समावेश है. बीई सिविल के उपाधि प्राप्त नितिन गभणे मेरिट छात्र रहे हैं. उनका कहना है कि शहर की मूलभूत सुविधाओं का जितना विकास होगा, उतना ही सामान्य लोगों का जीवन मान ऊंचा उठेगा. उन्होंने कहा कि शहर में साकार होते बड़े भवनों के कारण उनकी प्रसन्नता बढ़ जाती है, क्योंकि इन प्रकल्पों के कारण सैकड़ों, हजारों मज़दूरों के हाथों को काम मिल रहा है. दर्जनों लोगों को व्यापार मिल रहा है, जिससे आर्थिक विकास गतिमान होता है. हर किसी को अपने क्षेत्र के आर्थिक विकास में सहयोगी बनने का प्रयास करने की बात भी बिल्डर नितिन गभणे कहते हैं. उन्हें अमरावती में ईंट, सीमेंट, लोहे से कलात्मक भवन निर्माण करनेवाला इंजीनियर माना जाता है.

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