सीआरपीएफ से 38 वर्षो की सेवा पश्चात
कल निवृत्त होंगे विजय गिरूलकर

शौकिया खगोल शास्त्री ने विज्ञान में जगाई है लोगों की ललक अमरावती/ दि. 30- 38 वर्ष, 6 माह की सतत सेवा कर विजय महादेव गिरूलकर कल 31 अक्तूबर को राज्य आरक्षित पुलिस बल में एएसआय के पद से सेवा निवृत्त हो रहे हैं. वे अमरावती के लोगों को शौकिया खगोलशास्त्री के रूप में परिचित हैं. उनके अवकाश प्राप्त करने पर सीआरपीएफ के अधिकारियों सहित अंबानगरी के अनेक गणमान्य ने भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी है.
नगर जिले के सरणाक निवासी
गिरूलकर नगर जिले के कोपरगांव तहसील के सरणाक ग्राम के मूल निवासी हैं. उन्होने एम.एस. सी भूगोल की डिग्री प्राप्त की है. वे सहायक उप निरीक्षक के पद पर कार्यरत रहे. उन्होंने विद्यार्थियों में खगोल शास्त्र के प्रति रूचि बढाने के लिए अपने खर्च से सतत अनेक वर्षो तक प्रयत्न किए है. उनकी बदौलत अमरावती में एक पूरी पीढी खगोल विज्ञान के प्रति आकर्षित हुई है. खगोलीय घटना के विषय में समाचार पत्रों में जानकारी देना, जिज्ञासु लोगों को अपने घर की छत पर बुलाकर 3 इंच व्यास की दूरबीन से आकाश को निहारने का अवसर देना, जैसे उपक्रम लगातार करते आए हैं.
विजय गिरूलकर विज्ञाननिष्ठ व्यक्ति होते हुए उन्होंने खगोलीय घटनाओं के प्राणी जीवन पर होने वाले परिणामों के बारे में भी जानकारी एकत्र की और उसे भी प्रकाशित किया है. उनके परिवार में पत्नी अर्चना, दो पुत्र, अक्षय और आयुष तथा पुत्र वधु शिवानी हैं. दोनों पुत्रों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पढाई की है. पुत्र वधू शिवानी दिल्ली में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं.





