3 नवंबर को राज्य के सभी वकील रखेंगे काम बंद

वकिलों पर बढते हमलों पर जताएंगे निषेध

अमरावती /दि.31 – विगत कुछ दिनों से महाराष्ट्र राज्य के अनेक इलाकों के वकिलों पर हमलों की घटनाएं बढी है. इतना ही नहीं बल्कि कुछ वकिलों ने इसमें अपनी जान भी गंवाई है. इस संबंध में कई दफा बार एसोसिएशन की ओर से निषेध का प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है. लेकिन इस संबंध में कोई सुधार होता नहीं दिखाई दे रहा है. इस पार्श्वभूमि पर बार कौन्सिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोवा व दादर नगर हवेली, दीव व दमन बार कौन्सिल ने 29 अक्तूबर को हुई सभा में इन हमलों का तीव्र निषेध कर एक प्रस्ताव पारित किया है. इसके तहत 3 नवंबर को एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल की मांग को लेकर राज्य के सभी वकील अदालती कामकाज का बहिष्कार करेंगे.
उल्लेखनीय है कि, कई बार कौन्सिले वकिलों पर हो रहे हमलों का निषेध प्रस्ताव पारित कर एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल का मसौदा एडवोकेट जनरल को सौंप चुकी है. साथ ही राज्य के वकिलों ने इस संबंध में हर स्तर पर अपनी आवाज उठाई है. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई होती नहीं दिखाई दे रही है. विदित हो कि, हाल ही में अहिल्या नगर के शेवगांव तहसील में वकील द्वारा जिरह के दौरान पूछे गए प्रश्नों पर नाराज होकर उस वकील पर जानलेवा हमला किया गया था. इस हमले का निषेध करते हुए बार कौन्सिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोवा व दादर नगर हवेली, दीव व दमन बार कौन्सिल ने 3 नवंबर को न्यायालयीन कामकाज से दूर रहने का फैसला लिया है.

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