लडाई अभी खत्म नहीं, सरकार पर कड़ी नजर रखो
कर्जमाफी की तारीख घोषित होने पर बच्चू कडू के बड़े भाइयों ने दी प्रतिक्रिया

अमरावती/दि.31 – प्रहार संगठन के प्रमुख बच्चू कडू के आंदोलन के दबाव के बाद आखिरकार राज्य सरकार ने किसानों की कर्जमाफी को लेकर बड़ा निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार (30 जून) को घोषणा की कि 30 जून तक किसानों की कर्जमाफी लागू करने का अंतिम निर्णय लिया जाएगा. यह निर्णय मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्रियों और किसान नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद सामने आया. इस बैठक में बच्चू कडू के साथ राजू शेट्टी, महादेव जानकर, अजित नवले, रविकांत तुपकर जैसे प्रमुख किसान नेता भी मौजूद थे. सरकार ने इस मुद्दे पर एक समिति गठित करने की घोषणा की है, जो अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. इस बैठक के बाद बच्चू कडू ने कहा कि, सरकार ने हमें उचित तारीख दी है. हम इसी तारीख के लिए संघर्ष कर रहे थे. इसलिए हम संतुष्ट हैं. उनके इस बयान के बाद अब सवाल उठने लगा है कि क्या बच्चू कडू अब अपना आंदोलन वापस लेंगे या नहीं.
वहीं दूसरी ओर कर्जमाफी की तारीख घोषित होने के बाद बच्चू कडू के दोनों बड़े भाइयों ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं. जिसके तहत बच्चू कडू के सबसे बडे भाई भैय्याजी कडू ने कहा कि, बच्चू भाऊ ने किसानों के लिए बड़ी लड़ाई लड़ी है. लेकिन अब भी आठ महीने तक सरकार पर बारीक नजर रखो. कहीं ढिलाई मत बरतना. साथ ही उन्होंने नागपुरवासियों से आंदोलन के दौरान हुई तकलिफों के लिए माफी मांगी, क्योंकि आंदोलन के दौरान तीन दिनों तक आम जनता को यातायात और असुविधा का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि, नागपुर के लोगों ने जो त्याग किया, उसके लिए हम आभारी हैं.
जबकि बच्चू कडू के दूसरे बड़े भाई बालासाहेब कडू ने कहा कि, बच्चू भाऊ सरकार से कर्जमाफी की तारीख निकलवाएंगे, इसका हमें पूरा विश्वास था. सरकार जो अब तक केवल बातें करती थी, उसी के मुँह से यह तारीख निकलवाना कोई छोटी बात नहीं है. हमें गर्व है कि किसानों की आवाज को उन्होंने इतनी ऊँचाई दी.
* क्या बच्चू कडू आंदोलन वापस लेंगे?
इस निर्णय के बाद बच्चू कडू ने कहा कि आंदोलन वापस लेने का निर्णय वे अन्य किसान नेताओं से चर्चा के बाद करेंगे. उन्होंने कहा कि, वे भले ही आंदोलन का चेहरा हैं, लेकिन इसमें राजू शेट्टी, महादेव जानकर, अजित नवले, रविकांत तुपकर और वामनराव चटप जैसे नेताओं का भी बड़ा योगदान है. कडू के मुताबिक उन्होंने तय किया है कि फिलहाल आंदोलन की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर सरकार ने हमें गोल-गोल घुमाया तो हम फिर सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, मनोज जरांगे पाटील और अन्य संगठनों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस आंदोलन को समर्थन दिया.
बता दें कि, बच्चू कडू ने पिछले कुछ हफ्तों से किसानों के कर्जमाफी, बिजली बिल माफी और अन्य मांगों को लेकर नागपुर में आंदोलन छेड़ा था. आंदोलन के कारण तीन दिनों तक नागपुर शहर में ट्रैफिक और जनजीवन प्रभावित हुआ. सरकार पर दबाव बढ़ने के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री ने किसानों को राहत देने का आश्वासन दिया, जिससे यह आंदोलन फिलहाल शांत हुआ है.





