कोणार्क’ के नाम खुली सफाई ठेके की ‘लॉटरी’
सफाई ठेके की फाइनेंशियल बिड में कोणार्क कंपनी रही ‘एल-1’

* कोणार्क ने कचरा उठाने 5400 रुपए प्रति टन का रेट किया कोट
* पी. रेड्डी का 7627 व अर्बन एनवायरों का 7353 रुपए रहा रेट
* अब सभी की निगाहे मामले को लेकर चल रही अदालती सुनवाई की ओर
* अदालती मामले के निपटारे के बाद वर्क ऑर्डर जारी होने की संभावना
अमरावती/दि.10- करीब 245 करोड रुपए की लागत वाले सफाई ठेके की निविदा प्रक्रिया के तहत गत रोज अमरावती मनपा में फाइनेशियल बिड खोली गई. जिसके बाद यह जानकारी सामने आयी कि फाइनेंशियल बिड की रेस में शामील तीन कंपनियों में से मुंबई की कोणार्क इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने पूरे शहर से कचरा संकलित करते हुए उसे अकोली व सुकली परिसर स्थित कंपोस्ट डिपो तक पहुंचाने हेतु 5 हजार 400 रुपए प्रति टन का रेट कोट किया है. वहीं सफाई ठेके की रेस में रहनेवाली कर्नाटक की पी. गोपीनाथ रेड्डी कंपनी द्बारा 7 हजार 627 रुपए व नागपुर की अर्बन एनवायरो कंपनी द्बारा 7 हजार 353 रूपए प्रति टन का रेट अपने निविदा प्रस्ताव में दिया गया है. जिसके चलते सबसे कम रेट देनेवाली कोणार्क इन्फ्रा कंपनी इस निविदा प्रक्रिया में ‘लोएस्ट वन’ यानी ‘एल-1’ साबित हुई है. जिसका इस सफाई ठेके के काम पर दावा मजबूत हुआ है. हालांकि फिलहाल अमरावती शहर की साफ सफाई के मुद्दे को लेकर नागपुर हाईकोर्ट के सामने मामला विचाराधीन है ऐसे में उस मामले का निपटारा होने तक वर्क ऑर्डर का काम प्रलंबित रहेगा. साथ ही सफाई ठेके हेतु अमल में लाई गई निविदा प्रक्रिया की पूरी जानकारी मनपा प्रशासन द्बारा नागपुर हाईकोर्ट को दी जाएगी. जिसके बाद अदालत की ओर से मिलनेवाले दिशा निर्देशों के आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे.
बता दें कि मनपा प्रशासन द्बारा शहर में साफ-सफाई की प्रक्रिया पर अमल करने हेतु विगत 7 अक्तूबर को निविदा सूचना प्रकाशित की थी. जिसके अनुसार चरणबध्द तरीके से निविदा प्रक्रिया को आगे बढाया गया तथा 10 सदस्यीय निविदा पडताल समिति ने फाईनेंशियल बिड की रेस में रहनेवाली तीन कंपनियां के निविदा प्रस्तावो के आर्थिक प्रस्ताव वाले लिफाफो को खोला और उनकी ओर से कचरा संकलन व कचरा ढुलाई के काम हेतु दी गई दरो का तुलनात्मक रूप से अध्ययन किया. इस समय पाया गया कि कोणार्क इन्फ्रा कंपनी द्बारा प्रति टन सबसे कम 5 हजार 400 रुपए की दर दी गई है. वहीं पी. गोपीनाथ रेड्डी कंपनी द्बारा 7,827 रुपए व अर्बन एनवायरो वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी द्बारा 7,353 रुपए प्रति टन की दरें दी गई है. जिसके चलते कोणार्क कंपनी को सबसे कम दर प्रस्तावित करने के चलते कचरा संकलन व कचरा ढुलाई के काम के ठेके हेतु पात्र माना गया. हालाकि इस समय ‘डोअर टू डोअर’ सफाई ठेके की याचिका अदालत में विचाराधीन है. जिसके फैसले पर आगे की प्रक्रिया निर्भर करेगी.
* मनपा ने आर एंड बी इन्फ्रा के आक्षेप को बताया तथ्यहीन
बता दे कि मनपा की ओर से अमल में लाई गई कचरा संकलन व कचरा ढुलाई के काम के निविदा प्रक्रिया के तहत कोणार्क कंपनी, पी. साईनाथ कंपनी व अर्बन एनवायरो कंपनी के साथ ही आर एंड बी इन्फ्रा कंपनी ने भी हिस्सा लेते हुए अपना निविदा प्रस्ताव पेश किया था. परंतु इस कंपनी को टेक्निकल बिड की प्रक्रिया के बाद प्रस्ताव एवं दस्तावेज अपूर्ण रहने के चलते आगे की प्रक्रिया के लिए अपात्र घोषित कर दिया गया था. जिसके बाद आर एंड बी कंपनी ने फाइनेंशियल बिड की रेस में शामिल अन्य तीन कंपनियों की योग्यता पर सवालिया निशान उठाने के साथ ही मनपा की ओर से अमल में लायी जा रही निविदा प्रक्रिया की पारदर्शिता व निष्पक्षता को लेकर भी आपत्ति दर्ज कराई थी. जिसेइ पूरी तरह से तथ्यहिन बताते हुए मनपा प्रशासन द्बारा कहा गया है कि पूरी निविदा प्रक्रिया पारदर्शक, नियमबध्द व निष्पक्ष तरीके से अमल में लायी गई तथा प्रक्रिया में शामिल कंपनियों की योग्यता को भी अच्छे से जांचा- परखा गया. वहीं आर एंड बी इन्फ्रा कंपनी को आधे अधुरे दस्तावेजों व अपर्याप्त अनुभव के आधार पर अपात्र करार दिया गया.
* अब स्थायी समिति की बैठक में होगा निर्णय
अमरावती शहर की साफ सफाई हेतु अमल में लायी गई निविदा प्रक्रिया के अंत में अब नए ठेकेदार के तौर पर कोणार्क कंपनी का नाम लगभग तय हो गया है. जिसके बाद अब यह विषय अंतिम निर्णय हेतु स्थायी समिति की बैठक में रखा जाएगा. इस समय मनपा में प्रशासक राज जारी रहने के चलते मनपा की स्थायी समिति में अधिकारियों का ही समावेश है. जिनके द्बारा निविदा के नियम व शब्दों सहित कंपनी के पिछले कामकाज और अनुभव को लेकर विस्तार के साथ चर्चा की जाएगी, ऐसी जानकारी सामने आयी है.
* ऐसी थी 10 सदस्यीय निविदा पडताल समिति
मनपा आयुुक्त सौम्या शर्मा की अध्यक्षता के तहत गठित सफाई ठेके की निविदा पडताल समिति में सदस्य के तौर पर अतिरिक्त आयुक्त शिल्पा नाईक उपायुक्त डॉ. मेघना वासनकर, मजिप्रा के अधीक्षक अभियंता संतोष गव्हाणकर, मनपा के शहर अभियंता रविंद्र पवार, मुख्य लेखाधिकारी दत्तात्रय फिस्के, मुख्य लेखा परीक्षक श्यामसुंदर देव, विधि अधिकारी श्रीकांतसिंह चौहान, कार्यशाला उपअभियंता स्वप्नील जसवंते, वैद्यकिय व स्वच्छता अधिकारी डॉ. अजय जाधव का समावेश था. जिनके द्बारा सफाई ठेके की रेस में शामिल कंपनियों की ओर से मिले निविदा प्रस्तावों के तकनीकी व आर्थिक पहलुओं की जांच पडताल की गई और फाईनेंशियल बिड की प्रक्रिया के बाद कोणार्क कंपनी को ‘लोएस्ट वन’ पाया गया.





