रोटेशन पद्धति से होगी चालक और वाहकों की ड्यूटी
सभी विभागीय नियंत्रकों को परिपत्र जारी

अमरावती/दि.13 – राज्य मार्ग परिवहन महामंडल ने चालक और वाहकों की दैनिक ड्यूटी रोटेशन पद्धति से ही करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय डिपो स्तर पर प्राप्त शिकायतों के बाद लिया गया है कि कुछ ड्राइवरों और कंडक्टरों को उनकी पहचान का उपयोग करके सुविधा के अनुसार ड्यूटी दी गई थी. इसके कारण, चालक और वाहकों को अब सुविधाजनक ड्यूटी नहीं मिलेगी और सभी को वैकल्पिक दिनों में लंबी और छोटी दूरी की ड्यूटी करनी होगी.
पिछले दिनों, डिपो स्तर पर वरिष्ठ स्तर पर यह बात सामने आई थी कि कर्मचारियों की पहचान का उपयोग करके हर दिन सुविधाजनक और कम दूरी की ड्यूटी चुनने का चलन था. इससे अन्य ड्राइवरों और कंडक्टरों पर रूट ड्यूटी के लिए दबाव बनता था. लंबी दूरी और कठिन कर्मचारियों की अनियमितताओं को हल करने और सभी को निष्पक्ष तरीके से ड्यूटी वितरित करने के लिए. इस संबंध में एक पत्र एसटी निगम के मंडल कार्यालय को प्राप्त हुआ था.
चालक और वाहकों को रोटेशन के आधार पर ड्यूटी सौंपी जाएगी. डिपो स्तर पर ड्यूटी का आवंटन रोटेशन के आधार पर, उपलब्ध कर्मचारियों के बीच नियमानुसार समान रूप से वितरित करके, केवल सुविधा का ध्यान रखे बिना किया जाएगा. ऐसा न करने पर पर्यवेक्षकीय कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
* ‘टी-9’ दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन
ड्यूटी आवंटन में पारदर्शिता लाने के लिए पुराने ‘टी-9’ दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा. यदि किसी कर्मचारी को आसान ड्यूटी मिलती है, तो उसे अगले दिन रोटेशन के अनुसार कठिन या लंबी दूरी की ड्यूटी दी जाएगी.
* सभी प्रभागीय नियंत्रकों को परिपत्र जारी
राज्य परिवहन महामंडल के ड्राइवरों और कंडक्टरों के कर्तव्यों के वितरण के संबंध में, महामंडल के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक माधव कुसेकर ने सभी विभाग नियंत्रकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे निगम में कर्तव्यों का वितरण रोटेशन के आधार पर करें.
* जिले में 1558 वाहक और चालक
अमरावती संभाग में, एसटी महामंडल के सभी आठ एसटी डिपो में लगभग 1,500 ड्राइवर, कंडक्टर और परिचालक सहित लगभग 1,558 कर्मचारी कार्यरत हैं. राज्य परिवहन निगम के अमरावती संभाग में कुल 1,558 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें 556 चालक, 295 चालक-सह-चालक और 707 चालक शामिल हैं.
रापनि के प्रबंध निदेशक द्वारा लिया गया निर्णय सही है. अगर रोटेशन के आधार पर काम दिया जाए तो किसी के साथ अन्याय नहीं होगा.
-मोहित देशमुख, विभागीय सचिव,
एस. टी.कामगार संगठन





