निकाय चुनाव के बाद आंबेडकरी कार्यकर्ता सत्ता में दिखेंगे
रिपब्लिकन सेना प्रमुख आनंदराज आंबेडकर का कथन

पुणे /दि.20 – रिपब्लिकन सेना प्रमुख आनंदराज आंबेडकर ने कहा कि शिवसेना (शिंदे गुट) के साथ गठबंधन का उद्देश्य आंबेडकर आंदोलन को नई ऊर्जा देना और सत्ता संरचना में सक्रिय भूमिका निभाना है. उन्होंने दावा किया कि स्थानीय स्वराज संस्थाओं के चुनाव के बाद आंबेडकरी आंदोलन के कार्यकर्ता सत्ता में दिखाई देंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, पुणे महापालिका चुनाव में रिपब्लिकन सेना 30 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
पुणे श्रमिक पत्रकार संघ द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में मार्गदर्शन करते हुए आंबेडकर ने कहा कि देश में कुछ बड़े उद्योगपतियों की संपत्ति तेजी से बढ़ रही है, जबकि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा. पैसे के प्रभाव से राजनीति और मतदान होना लोकतंत्र के लिए खतरनाक है, ऐसा भी उन्होंने स्पष्ट किया. उन्होंने स्थानीय स्वराज संस्थाओं में 50 फीसद से अधिक आरक्षण देने का विरोध किया और कहा कि राजनीतिक आरक्षण का वास्तविक लाभ समाज तक नहीं पहुँच पा रहा है.
आनंदराज आंबेडकर ने बताया कि शिवसेना शिंदे गुट के साथ गठबंधन में रिपब्लिकन सेना ने प्रत्येक क्षेत्र में 10 फीसद सीटों की मांग की है, हालांकि कुछ जिला परिषद और महापालिकाओं में यह आंकड़ा 5 से 15 फीसद तक रहेगा. रिपब्लिकन पार्टियों के एकीकरण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आंबेडकरी जनता की अब एकता को लेकर पहले जैसी इच्छा नहीं रही. प्रकाश आंबेडकर और मेरे साथ आने के लिए भी सही समय की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया के कई प्रगत देशों में चुनाव बैलेट पेपर से होते हैं, इसलिए भारत में भी यह प्रणाली लागू होनी चाहिए. यदि चुनाव एतच् से हों तो उसी दिन परिणाम घोषित होना चाहिए, ऐसा उन्होंने कहा. भीमा कोरेगांव में प्रस्तावित उड्डाणपुल का काम जल्द पूरा करने की आवश्यकता पर भी उन्होंने जोर दिया.





