डीपीसी की निधि को मनपा से न किया जाए ट्रांसफर

मनपा ठेकेदार संगठन ने पालकमंत्री, जिलाधीश व आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

अमरावती /दि.20- गत रोज ही एक खबर सामने आई थी, जिसके मुताबिक जिला विकास समिति की ओर से सुझाए गए कामों हेतु वर्ष 2025-26 में जिला नियोजन निधि अंतर्गत अमरावती मनपा क्षेत्र में किए जानेवाले विकास कामों को करने का जिम्मा सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग को सौंपने के साथ ही इन विकास कामों हेतु मनपा को आवंटित 16.2 करोड रुपयों की निधि भी ‘बी एंड सी’ को ट्रांसफर किए जाने की बात सामने आई थी. जिसका विरोध करते हुए अमरावती मनपा कंत्राटदार संगठन ने राज्य के राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले सहित जिलाधीश आशीष येरेकर व मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा चांडक को ज्ञापन सौंपकर इस निधि को मनपा में ही रखने और मनपा के पास पंजीकृत रहनेवाले ठेकेदारों के जरिए ही जिला नियोजन निधि अंतर्गत मनपा क्षेत्र में मंजूर विकास कामों को करवाने की मांग की है.
सौंपे गए ज्ञापन में मनपा कंत्राटदार संगठन द्वारा कहा गया है कि, अमरावती मनपा में करीब 200 ठेकेदार पंजीकृत है. जो विगत अनेक वर्षों से अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत बेहद गुणवत्तापूर्ण तरीके से विकास कार्य कर रहे है. कई बार तो मनपा के पास ठेकेदारों के देयकों का भुगतान करने हेतु निधि भी उपलब्ध नहीं रहती और ठेकेदारों के देयकों का दो से तीन वर्षों तक भुगतान भी प्रलंबित रहता है. लेकिन इसके बावजूद अपने शहर के विकास की बात को ध्यान में रखते हुए ठेकेदारों ने कभी भी कोई काम करने में आनाकानी नहीं की. वहीं जिला नियोजन की निधि हमेशा ही उपलब्ध रहती है. जिसके चलते ठेकेदारों द्वारा इस निधि के कामों सहित मनपा की निधि के कामों को एकत्रित करते हुए अपना उदरनिर्वाह किया जाता है. ऐसे में यह बेहद जरुरी है कि, जिला नियोजन की निधि को मनपा में ही रहने देते हुए मनपा में पंजीकृत ठेकेदारों को काम करने का अवसर उपलब्ध कराया जाए.
ज्ञापन सौंपते समय मनपा ठेकेदार संगठन के अध्यक्ष सतीश परदेशी, सचिव संजय पिंपले व कोषाध्यक्ष उदय सेवक सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे.

Back to top button