नगर परिषदों में करीब 2347 ‘दुबार’ मतदाता

अमरावती /दि.21 – जिले की नगर परिषदों की मतदाता सूचियों में लगभग 2347 मतदाताओं के नाम एक से अधिक बार दर्ज रहने की जानकारी सामने आई है. ऐसे मतदाताओं के नामों को मतदाता सूची में चिन्हांकित किए जाने के चलते मतदान के समय ऐसे मतदाताओं के किसी एक ही स्थान पर मतदान करने का प्रमाणपत्र देना होगा.
इससे पहले प्रारुप मतदाता सूची पर 14 हजार के आसपास आपत्तियां व आक्षेप दाखिल होने के चलते नगर परिषदों की मतदाता सूची चर्चा में आई थी. इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने 29 अक्तूबर को मतदाता सूची में एक से अधिक बार दर्ज रहनेवाले नामों को लेकर किए जानेवाले उपायों हेतु दिशा-निर्देश जारी किए थे. जिन पर अमल किए जाने की जानकारी नगर परिषद प्रशासन के सहायक आयुक्त द्वारा दी गई. इसे लेकर बताया गया कि, मतदाता पंजीयन के समय कई मतदाताओं ने ऑफलाइन तरीके से निर्धारित प्रारुप में भरकर अपनी जानकारी दी थी. साथ ही इसमें से कई मतदाताओं ने ऑनलाइन तरीके से भी मतदाता पंजीयन किया. इसके अलावा राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने भी मतदाताओं के निर्धारित प्रारुप में आवेदन भरकर पंजीयन कराए. जिसके चलते मतदाता सूची में कई मतदाताओं के नाम 2 से 3 बार या 4 बार दर्ज हुए है. ऐसे में अब प्रशासन द्वारा इसे लेकर निश्चित तौर पर कौनसे उपाय किए जाते है, यह देखना उत्सुकतापूर्ण रहेगा.
* वरुड व अचलपुर में सर्वाधिक संख्या
वरुड नगर परिषद में सर्वाधिक 360 मतदाता ऐसे है, जिनके नाम मतदाता सूची में दो बार दर्ज है. वहीं ऐसे मतदाताओं की संख्या अचलपुर में 344, मोर्शी में 312, दर्यापुर में 228, अंजनगांव सुर्जी में 166, शेंदूजनाघाट में 89, चांदुर रेलवे में 82, नांदगांव खंडेश्वर में 76, चांदुर बाजार में 39 व चिखलदरा में 3 रहने की जानकारी है. वहीं धारणी नगर पंचायत की मतदाता सूची में 132 मतदाताओं के नाम एक से अधिक बार दर्ज रहने की बात सामने आई है.
* अचलपुर में 13 मतदाता ‘तिबार’
अचलपुर नगर परिषद की मतदाता सूची में कुल 344 मतदाताओं के नाम एक से अधिक बार दर्ज पाए गए. जिसमें से 13 लोगों के नाम तीन-तीन बार दर्ज रहने की बात भी सामने आई है. इसके साथ ही धामणगांव रेलवे में 3, अंजनगांव सुर्जी, चांदुर रेलवे, चांदुर बाजार व नांदगांव खंडेश्वर में दो-दो मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में तीन-तीन बार दर्ज है. वहीं अचलपुर व नांदगांव खंडेश्वर में दो-दो एवं वरुड में एक ऐसे पांच मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में चार बार दर्ज रहने का मामला भी सामने आया है.





