मेलघाट के खटकाली गांव की मातामृत्यु क्षयरोग से?
गर्भवती महिला की तरफ डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मियों की अनदेखी पडी भारी

अचलपुर/दि.21 – टेब्रुसोंडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत आनेवाले खटकाली गांव की रत्ना बेलसरे नामक प्रसूत माता की मृत्यु 19 नवंबर को जिला अस्पताल में हुई. लेकिन माता की मृत्यु होने के दो दिन पूर्व उसे क्षयरोग होने की बात स्पष्ट हुई थी. फिर भी खटकाली के डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मियों ने गर्भवती माता के क्षयरोग की जांच क्यों नहीं की, ऐसा प्रश्न उपस्थित हो रहा है. इस मृत्यु की जांच होना आवश्यक हो गया हैं.
मेलघाट के दो माता की 8 दिनों में मृत्यु होने से स्वास्थ्य विभाग के कामकाज पर सवाल उठाए जा रहे हैं. एक गर्भवती माता की बिमारी की कोई भी पृष्ठभूमि न रहते धारणी के उपजिला अस्पताल में मृत्यु हो गई. जबकि दूसरी मृत्यु खटकाली गांव की महिला की अमरावती जिला अस्पताल में हुई. विशेष यानी इस माता की मृत्यु के दो दिन पूर्व ही उसे क्षयरोग रहने की बात जांच में सामने आयी थी. इस कारण इस माता की मृत्यु के लिए खटकाली के डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मचारी जिम्मेदार दिखाई दे रहे हैं. सबसे महत्वपूर्ण यानी गर्भवती महिला यह सिकलसेल बिमारी से ग्रस्त थी. ऐसा रहते हुए भी महिला की क्षयरोग की जांच क्यों नहीं की गई, ऐसा सवाल उपस्थित किया जा रहा हैं. इस माता मृत्यु की गहन जांच करना आवश्यक हो गया हैं.
* क्षयरोग और सिकलसेलग्रस्त थी महिला
संबंधित माता को मृत्यु के दो दिन पूर्व क्षयरोग रहने की बात जांच में स्पष्ट हुई थी. साथ ही वह माता सिकलसेल ग्रस्त थी, ऐसे में उपचार शुरू रहते 19 नवंबर को उसकी मृत्यु हो गई.
– डॉ. रमेश बनसोड,
जिला क्षयरोग अधिकारी, अमरावती





