साथ संगत ने किया ‘श्लोक महला नववा का पाठ’
इतिहास में पहली बार भव्य उपक्रम

* इतिहास में पहली बार भव्य उपक्रम
* गुरूद्बारा गुरूसिंह सभा का ‘हिंद की चादर’ शहीदी गुरूपर्व पर आयोजन
अमरावती/ दि. 24 – मानवता, धर्म की स्वतंत्रता और सत्य के लिए अपने प्राण न्यौछावर करनेवाले ‘हिंद की चादर’ गुरू तेग बहादुर साहब के 350 वें शहीदी गुरूपर्व शहीदी गुरूपर्व निमित्त रविवार को राजकमल चौक पर इतिहास में पहली बार ‘श्लोक महला नववा’ का पाठ किया गया. पहली बार आयोजित इस भव्य आयोजन में सिख, पंजाबी व सिंधी समाज बंधु बडी संख्या में सहभागी हुए.
स्थानीय राजकमल चौक पर रविवार की शाम 4.15 बजे गुरूद्बारा गुरूसिंह सभा की ओर से विशेष आध्यात्मिक कार्यक्रम के तहत ‘हिंदी की चादर’ गुरू तेग बहादुर साहिब के 350 वें शहीदी गुरूपर्व का भव्य- दिव्य रूप में आयोजन किया गया. हर साल उनके शहीदी दिवस पर शहर में नगर कीर्तन का आयोजन किया जाता है. लेकिन वर्तमान में शहर के विविध इलाकों मार्ग बंद रहने से नगर कीर्तन के कारण आमजनों को परेशानी का सामना करना पड सकता था. इसे देखते हुए गुरूद्बारा गुरूसिंह सभा ने इस साल नगर कीर्तन की बजाय राजकमल चौक पर जहां अब अत्याधिक यातायात नहीं रहती, ऐसे स्थान पर संगत की उपस्थिति में श्लोक महला नववा पाठ व नाम सिमरन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सिख, सिंधी व पंजाबी साथ संगत के अलावा विविध समाज के लोगों ने उपस्थिति दर्ज कर नाम सिमरन किया. समूची महिला साध संगत के स्वर राजकमल चौक पर गूंज रहे थे.
कार्यक्रम के दौरान सांसद डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व सांसद नवनीत राणा, भारतीय जनता पार्टी के शहराध्यक्ष डॉ. नितिन धांडे, पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे ने उपस्थिति दर्ज कर पाठ में हिस्सा लिया. साथ ही अपना माथा टेका.् इतिहास में पहली बार इतना बडे पैमाने में गुरूद्बारा से बाहर निकालकर शहर में शायद ही पहली बार आयोजन हुआ होगा. जिसके कारण शहर ने फिर एक बार मानो एक इतिहास ही रच डाला था. कार्यक्रम का समापन सिमरन व अरदास एवं गुरू के नाश्ते से किया गया. इस समय सभी को चाय नाश्ता करवाया गया.
कार्यक्रम में स्वीटी सलूजा, रोम चिनानी, पम्मी मोंगा, पुष्पल बग्गा, रितु बग्गा, जासमिन सलूजा, गगन खालसा, लाटी सलूजा, सोनी बग्गा, पिंकी बग्गा, गुंजन कौर छाबडा, बेबी अरोरा, पप्पी बग्गा, रानी सलूजा, कमल मोंगा, नन्नी ओबेराय, पूर्व महापौर रीना नंदा, सुरजीत सलुजा, डिम्पल सलूजा, अर्शी छाबडा, अंजू पोपली, गुडिया पोपली, सुखप्रीत सलूजा, शानो मोंगा, मिनी अरोरा, अमिशा, गुरू द्बारा गुरूसिंह सभा के अध्यक्ष अमरज्योत सिंह जग्गी, सचिव डॉ. निक्कू खालसा, कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र सिंह (बिट्टू), कोषाध्यक्ष रतनदीप सिंह बग्गा, महासचिव राजेंद्रसिंह (कालू) सलूजा, दिलीप सिंह बग्गा, गुरविंदर सिंह बेदी, गुरविंदर सिंह (लाटी) नंदा, चरणजीत कौर (रीना) नंदा, सतपाल सिंह बग्गा, प्रदीप चड्ढा, हेमेंद्र सिंह पोपली, जगदीशलाल छाबडा, गुरविंदर सिंह मोंगा, नरेंद्रपाल सिंह अरोरा, अमरजीत सिंह जुनेजा, हरप्रीत सिंह सलूजा, दिनेश सचदेवा, गिरीश सिंह सवाल, हरविंदर सिंह राजपूत, अजिंदर सिंह मोंगा, रबजीत सिंह सेठी, राजेंद्र सिंह (राज) छाबडा, गुरप्रीत सिंह नंदा, आशीष मोेंगा, हरजिंदर सिंह मोंगा, हरिदर सिंह नंदा, तजिंदर सिंह उबेवेजा, प्रल्हाद सिंह सहानी, हरबख्श सिंह उबोवेजा, विवेक छाबडा, प्रीतपाल मोेंगा, हरेंद्रपाल सिंह ओबेरॉय, प्रवीण सिंह मोंगा, महिंद्रपाल सिंह नंदा, सतवंत सिंह मोंगा, गगनदीप सिंह सहानी, रोहित खुराना, कुलदीप सिंह लोटे, हरप्रीतसिहंह गांधी, वकील सिह जयसिंघानी के साथ संगत बडी संख्या में उपस्थित रही.
प्रमुख दिवान कीर्तन कल
23 से 26 नवंबर तक चलनेवाले ‘हिंद की चादर’ गुरू तेग बहादर साहिब के 350 वें शहीदी गुरूपर्व निमित्त मंगलवार 25 नवंबर को गुरूद्बारा गुरूसभा परिसर में बूटी प्लॉट में शहीदी दिवस का आयोजन किया जायेगा. इस निमित्त सुबह 8 बजे सुखमणी साहिब का पाठ, अंखड पाठ साहिब की समाप्ति, ननकाना साहिब से पधारे सुविख्यात रागी भाई अजय सिंह का अमृतवाणी में गुरूबाणी कीर्तन, समाप्ति उपरांत गुरू का लंगर बाटा जायेगा.





