पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने विधायक संजय खोडके पर साधा निशाना

संजय खोडके के दिमाग पर छाया सत्ता का अहंकार

* विधायक बनते ही दादागिरी करनी शुरु की
* अब एपीएमसी पर कब्जा करने की है खोडके की नियत
* खोडके को भ्रष्टाचार के बारे में बोलने का कोई हक नहीं
* आरोप लगाने से पहले अपने भीतर झांककर देखे खोडके
अमरावती/दि.24 – कांग्रेस नेत्री व पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर की राणा दंपति के साथ अदावत जगजाहीर है और दोनों पक्षों के बीच हमेशा ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहता है. वहीं अब पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने राकांपा नेता व विधान परिषद सदस्य संजय खोडके को अपने निशाने पर लेते हुए एक नया मोर्चा खोल दिया है. जिसके तहत पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने आज एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि, सत्ताधारी दल की ओर से विधायक बनते ही संजय खोडके में सत्ता का नशा व अहंकार चढ गया है. जिसके चलते विधायक संजय खोडके अब खुले रुप से दादागिरी करने पर उतारु हो गए है.
पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने अपने द्वारा जारी वीडियो संदेश की शुरुआत करते हुए कहा कि, अमरावती जिले में एक और राजनीतिक ‘जोडपा’ है. जिसमें से विधायक सुलभा खोडके तो हमेशा ही अपने काम से काम रखती है और किसी भी तरह के विवाद में नहीं फंसती. लेकिन हाल-फिलहाल ही विधान परिषद सदस्य के तौर पर विधायक बने संजय खोडके पर बहुत जल्दी सत्ता का नशा चढ जाता है. इससे पहले भी जब सुलभा खोडके बडनेरा की विधायक निर्वाचित हुई थी, तो संजय खोडके ने जमकर दादागिरी करनी शुरु की थी. जिससे तंग आकर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं ने अगले ही चुनाव में खोडके दंपति को घर का रास्ता दिखा दिया था और वहीं से रवि राणा का जिले में राजनीतिक उदय हुआ था. जिसके परिणाम आज हम सभी लोग भुगत रहे है.
अपने इस वीडियो में पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने अमरावती फसल मंडी के 151 वर्ष के इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि, उन्हें व्यक्तिगत तौर पर सहकार क्षेत्र की राजनीति के बारे में कोई विशेष जानकारी व समझ नहीं है. लेकिन वे इतना जरुर जानती है कि, पिछले ढाई वर्ष से अमरावती फसल मंडी में एक आम किसान परिवार के व्यक्ति द्वारा सभापति का पद संभाला जा रहा है. साथ ही मंडी सचिव पद का जिम्मा भी एक पढे-लिखे व योग्य व्यक्ति के पास है. साथ ही साथ विगत ढाई वर्षों के दौरान अमरावती फसल मंडी की आय में वृद्धि होने के साथ ही यहां पर मूलभूत सुविधाओं का भी विकास हुआ है और कई विकास कामों के प्रस्ताव भी तैयार है. परंतु इन कामों में सहयोग करने की बजाए विधायक संजय खोडके द्वारा अमरावती फसल मंडी को अपने कब्जे में लेने हेतु मंडी प्रशासन व संचालक मंडल के खिलाफ बेतुके आरोप लगाए जा रहे है. साथ ही साथ विभागीय सहनिबंधक व जिला निबंधक की आड लेकर तरह-तरह की जांच बिठाते हुए किसानों द्वारा निर्वाचित संचालक मंडल को बर्खास्त करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि अमरावती फसल मंडी में सरकारी प्रशासक की नियुक्ति की जा सके और फिर फसल मंडी में अपनी मर्जी के हिसाब से काम करते हुए उसका फायदा भी उठाया जा सके.
इसके साथ ही अपने वीडियो में पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा कहा गया कि, इस समय अमरावती शहर में जगह-जगह पर कचरे व गंदगी के ढेर लगे हुए है और चित्रा चौक से होकर शुरु होनेवाले उडानपुल का काम अधूरा पडा है. इसके अलावा भी अमरावती शहर में मूलभूत सुविधाओं का सर्वथा अभाव है. ऐसे में अमरावती का विधायक पद भी अपने ही पास रहने के चलते विधान परिषद सदस्य संजय खोडके ने सबसे पहले अमरावती मनपा क्षेत्र की समस्याओं की ओर ध्यान देना चाहिए. परंतु ऐसा करने की बजाए विधायक संजय खोडके द्वारा मनपा के कामों के ठेकों की क्लबिंग करते हुए अपने नजदिकी लोगों को फायदा पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही दूसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे है. जबकि विधायक संजय खोडके को किसी पर भी ऐसे आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. क्योंकि वे जिस पार्टी से वास्ता रखते है. उस पार्टी के शीर्ष नेता और उनके बेटे पर किस तरह के भ्रष्टाचार संबंधी आरोप लगे है, इसे हर कोई जानता है.
इसके अलावा पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने विधायक संजय खोडके को दलबदलू व किसान विरोधी नेता बताते हुए कहा कि, जब राकांपा ने खोडके दंपति को बाहर का रास्ता दिखा दिया था, तब कांग्रेस ने ही उन्हें शरण देने के साथ-साथ उनका राजनीतिक पुनर्वास किया था और उन्हें अमरावती से विधायक भी बनवाया था. परंतु कांग्रेस से विधायक निर्वाचित होने के बावजूद खोडके हमेशा राकांपा के ही पक्षधर रहे और उन्होंने आगे चलकर कांग्रेस छोडते हुए राकांपा में प्रवेश भी किया. साथ ही राकांपा में दोफाड होने के बाद पार्टी के नेता शरद पवार को छोडकर वे सत्ता की लालच में अजीत पवार गुट के साथ चले गए. ऐसे लोगों ने हमें इमानदारी और एकनिष्ठता सहित नैतिकता की बाते नहीं सिखानी चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों के बारे में अमरावती की जनता सबकुछ अच्छे से जाणती व समझती है.
साथ ही साथ अपने वीडियो संदेश में पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने यह चेतावनी भी दी कि अव्वल तो उन्होंने कभी कोई गलत या भ्रष्ट काम नहीं किया. लेकिन इसके बावजूद अगर खोडके में दम है, तो वे उनके (यशोमति) किसी एक भी भ्रष्टाचार को उजागर करके दिखाए. जिसके जवाब में वे खोडके द्वारा किए गए 4 गलत कामों को जनता के सामने उजागर करने का दम रखती है.

Back to top button