शहर के ‘ट्रैफिक जाम’ से कब मिलेगी निजात

शहर यातायात शाखा के सामने हैं चुनौती

* गोपाल नगर, राजापेठ, जयस्तंभ चौक और इर्विन चौक पर लगा रहता हैं जाम
* वाहन चालक राँगसाइड से वाहन ले जाने मजबूर
अमरावती/दि.26- राजकमल चौक से बस डिपो की तरफ जानेवाला रेलवे उडानपुल जर्जर हो जाने के कारण कुछ माह पूर्व से बंद कर दिया गया है. यह रेलवे ब्रिज बंद हो जाने से शहर में यातायात की समस्या काफी भिषण हो गई हैं. शहर यातायात शाखा को हर दिन अंबानगरी का ट्रैफिक अबाधित रखने के लिए काफी पसीना बहाना पड रहा हैं. रेलवे ब्रिज के निर्माण बाबत प्रशासकीय और शासकीय स्तर पर बरती जा रही लापरवाही के कारण शहर के नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा हैं. दुर्घटना की संभावनाओं को देखते हुए जगह-जगह बेरिकेट्स लगाए जाने से नागरिकों को अपने वाहन दूसरे मार्ग पर मोडने के लिए काफी दूरी तक जाना पड रहा हैं. इस कारण हर समय बडनेरा रोड के गोपाल नगर, राजापेठ, जयस्तंभ चौक, मालवीय चौक, इर्विन चौक पर ट्रैफिक जाम रहता हैं. इस ट्रैफिक में से नागरिक अपना वाहन निकालने के लिए राँगसाइड से निकलने मजबूर होते है. इस कारण ट्रैफिक समस्या दिनोंदिन बढती जा रही हैं.
शहर की बढती आबादी के साथ ही वाहनों की संख्या में भी बढोत्तरी हो रही है. इस कारण सडके कम पडने लगी हैं. अनेक मार्गों को अतिक्रमण ने घेर रखा है. इस कारण नागरिकों को अपने वाहन चलाना कठिन हो गया है. ऐसे में राजकमल का रेलवे ब्रिज जर्जर होने के कारण बंद किए जाने से इर्विन चौक अथवा राजापेठ मार्ग के अलावा लोगों के पास दूसरा कोई पर्याय नहीं बचा है. ऐसे में मिले उस मार्ग से नागरिक अपने वाहन दौडा रहे है. इस कारण दुर्घटना का खतरा भी बढ गया हैं. मार्ग संकरे, ट्रैफिक जाम की स्थिति के साथ राँगसाइर्ड से वाहन चलाने का प्रमाण बढने लगा हैं. ऐसे में दुर्घटनाओं के अलावा वाहन राँगसाईड से चलाने पर विवाद, मारपीट जैसी घटनाएं भी देखने मिल रही हैं. ट्रैफिक में फंसे नागरिक अनेकबार परेशान होकर ट्रैफिक कर्मी से भी उलझते दिखाई देते है. विशेष यानी शहर के बाजारपेठ में स्थित किसी भी बडी इमारत मेें पार्किंग की सुविधा न रहने से सभी वाहन सडकों पर खडे रहते हैं. इस वजह से सडक संकरी हो जाती है और वाहन चालकों को अपने वाहन चलाना कठिन हो जाता है. इसी कारण ट्रैफिक समस्या अधिक बिकट हो गई हैं. पिछले 5 साल में शहर में दुपहिया वाहनों की संख्या 85 हजार तथा 4 पहिया वाहनों की संख्या 15 से 20 हजार तक पहुंच गई हैं. ऐसे में ऑटो रिक्शा का प्रमाण भी बढ गया हैं. शहर में 2 हजार से अधिक ऑटो रिक्शा हैं. यह ऑटो रिक्शा भी मनमाने तरीके से अपने ऑटो दौडाते है और जहां इच्छा हुई वहां सडक पर खडे कर देते हैं. इस वजह से भी ट्रैफीक समस्या निर्माण होती हैं.
* हर चौराहों की ऐसी ही स्थिति
शहर के महत्वपूर्ण चौराहों पर किसी दिशा से कौनसा वाहन आएगा, यह अनुमान किसी को नहीं रहता. चारों तरफ बारिक नजर रख अपने वाहन नागरिकों को चलाने पडते है. साथ ही पैदल चलनेवालों की गंभीर अवस्था हैं. सडक पार करने के लिए द्बिभाजक के पास से की गई सुविधा ट्रैफिक समस्या के कारण बेरिकेट्स लगाकर बंद कर दी गई है. इस कारण नागरिकों को पैदल भी काफी दूरी तक जाना पडता है. ऐसे में बिना इंडिकेटर दिए अनेक लोग अपने वाहन अचानक मोड देते है. ऐसे में दुर्घटना होने का खतरा बना रहता हैं. साथ ही पीछे के वाहन चालक को अपना वाहन काफी सावधानीपूर्वक चलाना पडता हैं. वर्तमान स्थिति में जान हथेली पर लेकर नागरिकों को अपने वाहन दौडाने पडते हैं.
* सडकों की भी दयनीय अवस्था
राजकमल का रेलवे ब्रिज बंद होने के बाद हर तरफ ट्रैफिक समस्या निर्माण हो गई है. नागरिकों को राजापेठ के अंडरपास से रेलवे स्टेशन और इर्विन चौक की तरफ आने बेलपुरा मार्ग का इस्तेमाल करना पडता है. इस मार्ग पर जगह-जगह गतिरोधक लगे हुए है. साथ ही सडके उखडी रहने से मार्ग की अवस्था काफी दयनीय हैं. रेलवे ब्रिज का यातायात बंद होने से इस मार्ग पर ट्रैफिक काफी बढ गया है. इसके बावजूद इस मार्ग को दुरूस्त नहीं किया जा रहा है.
* शहर के खतरनाक होते जा रहे चौराहे
ट्रैफिक जाम की समस्या शहर के हर चौराहो सहित प्रमुख मार्गों की हो गई है. शहर यातायात शाखा द्बारा मोड मार्गों पर ही बेरिकेटिंग किए जाने से नागरिकों को अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचने में काफी परेशान होना पड रहा है. जरूरी काम के अलावा शहर के बाजापेठ में आने के लिए नागरिक अब विचार करने लगे है. श्याम चौक, बापट चौक, जवाहर गेट, जयस्तंभ चौक, राजकमल से गांधी चौक, इर्विन चौक, राजापेठ, इतवारा बाजार और अन्य महत्व के मार्गों की अवस्था एक जैसी ही हैं. ऐसे में सडक किनारे के अतिक्रमण और सडकों पर लगनेवाले वाहनों के कारण सडके यातायात के लिए संकरी हो गई है. इस कारण यह सभी मार्ग खतरनाक हो गए है.
* बडनेरा रोड पर भी भारी समस्या
दिवाली और तुलसी विवाह के बाद विवाह समारोह धूमधडाके से हो रहे है. बडनेरा रोड पर मंगल कार्यालय सर्वाधिक हैं. इन मंगल कार्यालयों में वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था नहीं जैसी ही हैं. इस कारण समारोह में आनेवाले नागरिक अपने वाहन मंगल कार्यालय के बाहर और सडकों पर खडे कर देते हैं. ऐसे में दूल्हे की बारात बाजे गाजे के साथ निकलती हैं. तब अक्सर ट्रैफिक जाम हो जाता हैं और वाहनों की कतारे लग जाती हैं. ऐसे समय वहां पर कोई ट्रैफिक जवान दिखाई नहीं देता.
* गोपाल नगर में सर्वाधिक समस्या
बडनेरा रोड का गोपाल नगर चौक अब काफी खतरनाक हो गया है. रेलवे क्रोसिंग के कारण ट्रेन आने पर दोनों तरफ से वाहनों की लंबी कतारे लग जाती है. साथ ही बडनेरा रोड पर भारी यातायात पूरा दिन रहता है. ऐसे में तापडिया और डिमार्ट के अलावा परिसर में फास्टफुड की दुकाने और मंगल कार्यालय व लॉन अधिक रहने से वाहन बडी संख्या में सडकों पर मनमाने तरीके से खडे दिखाई देते हैं. साथ ही पिछले 3-4 दिनों से गोपाल नगर चौक के टर्निंग पर बेरिकेट्स लगाए जाने से ट्रैफिक समस्या अधिक बिकट हो गई हैं.
* राँगसाइड यातायात बढा
राजापेठ, गोपाल नगर, मालवीय चौक पर बेरिकेट लगाए जाने से नागरिक परेशान हैं. ऐसे में राजापेठ से अंबादेवी की तरफ जानेवाला मार्ग भी चौराहे पर भव्य प्रवेशद्बार का निर्माण कार्य शुरू रहने से बंद है. इस कारण नागरिकों को राजापेठ पुलिस स्टेशन के सामने से ही जाना पडता हैं. नागरिकों द्बारा राँगसाइड वाहन चलाए जाने से बढती दुर्घटनाओं को देखते हुए राजापेठ पुलिस स्टेशन के सामने भी बेरिकेट्स लगा दिए गए है. इस कारण सडक के दूसरी तरफ जाने के लिए नागरिकों को या तो लंबी दूसरी पर जाकर अपने वाहन मोडने पडते है या फिर वे राँगसाइड वाहन चलाने मजबूर हो जाते हैं. इर्विन चौक के उडानपुल की भी ऐसी ही समस्या हैं. डफरिन की तरफ से आनेवाले वाहन उडानपुल पर राँगसाइड से चलते और राजापेठ की तरफ दौडाए जाते हैं.
* सर्वाधिक ट्रैफिक इर्विन चौक से
अमरावती शहर के बाजापेठ में आने के लिए नागरिकों को राजापेठ और इर्विन चौक की तरफ से ही आना पडता हैं. इस कारण इर्विन चौक से पूरा दिन सर्वाधिक ट्रैफिक रहता है. मालवीय चौक से इर्विन चौक की तरफ जानेवाले वाहन चालको को काफी समस्या का सामना करना पडता हैं. डफरिन और इर्विन चौक से अनेक वाहन राँगसाइड से चौधरी चौक की तरफ जाते हैं. ऐसे में यदि मरीज को लेकर आ रही एम्बुलन्स को साइड देने के लिए वाहन चालक को काफी परेशान होना पडता हैं. साथ ही आगजनी की कई घटना घटित होने पर वॉलकट कंपाउंड के फायर स्टेशन से अग्निशमन दल काफी रफ्तार से निकलता हैं. उस समय भी यातायात की समस्या निर्माण हो जाती हैं. इन समस्याओं से निजात कब मिलेगी यह नागरिकों के सामने बडा प्रश्न हैं.

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