हमें 2 दिसंबर तक युति को बचाना है
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चव्हाण का बड़ा राजनीतिक संकेत

*शिवसेना के साथ चल रहे विवाद पर दी प्रतिक्रिया
जलगांव/दि.27- महाराष्ट्र की महायुती सरकार के भीतर बढ़ते मतभेदों के बीच भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र चव्हाण के बयान ने नई राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है. जलगांव दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में चव्हाण ने कहा, मुझे 2 तारीख तक युती (गठबंधन) टिकवानी है, उसके बाद ही मैं जवाब दूंगा. उनका यह बयान बयानबाजी के दौर से गुजर रही भाजपा-शिवसेना संबंधों पर बड़ा संकेत माना जा रहा है.
पिछले कुछ दिनों से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच जबरदस्त तनाव चल रहा है. सांसद श्रीकांत शिंदे के मतदारसंघ में चव्हाण द्वारा पार्टी प्रवेश करवाने की प्रक्रिया शुरू करने से शिंदे गुट में भारी नाराज़गी पैदा हुई थी. उपमुख्यमंत्री स्तर तक शिकायत पहुंचने के बाद भी विवाद शांत नहीं हुआ. इसी बीच बुधवार को मालवण में शिवसेना विधायक निलेश राणे ने गंभीर आरोप लगाकर सियासत को गर्म कर दिया. राणे ने दावा किया कि चव्हाण के दौरे के बाद जिस भाजपा कार्यकर्ता के घर पर उन्होंने छापा मारा, वहां पैसों की गड्डियों से भरा बैग बरामद हुआ और यह रकम चव्हाण द्वारा दी गई थी. इस आरोप के बाद दोनों दलों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया.
इसके बाद जलगांव में पत्रकारों ने जब इन्हीं आरोपों पर सवाल पूछा तो शुरुआत में चव्हाण ने बिना प्रतिक्रिया दिए आगे बढ़ने की कोशिश की, लेकिन तुरंत बाद कार की खिड़की नीचे कर उन्होंने कहा कि, 2 तारीख तक युती टिकवानी है, उसके बाद मैं सब कुछ बोलूंगा. इस संक्षिप्त टिप्पणी को राजनीतिक विश्लेषक आने वाली बड़ी हलचल का संकेत मान रहे हैं.
उधर, शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के एक कार्यक्रम में एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने के वीडियो भी सामने आए हैं, जिससे गठबंधन में सबकुछ ठीक न होने की चर्चा तेज है. मालवण प्रकरण के बाद सत्ताधारी महायुती में खींचतान स्पष्ट रूप से सामने आ चुकी है. इसके चलते अब सभी की निगाहें 2 तारीख पर टिकी हैं, क्योंकि चव्हाण द्वारा उस दिन दिया जाने वाला बयान महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकता है.





