नागपुर के ‘हिंद दी चादर’ शहीदी समागम को यादगार बनाएं

राज्यस्तरीय समिति सदस्य किसन राठोड का आवाहन

* कलेक्ट्रेट पर धन- धन गुरू तेग बहादुर के कार्यक्रम की नियोजन बैठक
अमरावती/ दि. 2 ‘हिंद दी चादर’ धन- धन गुरू तेग बहादुर के 350 वें शहीदी समागम निमित्त नागपुर में रविवार 7 दिसंबर को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में सभी समाज बंधुओं ने सहभागी होकर कार्यक्रम को यादगार बनाने का आवाहन राज्यस्तरीय समिति के सदस्य किसन राठोड ने किया.
स्थानीय जिलाधीश कार्यालय परिसर के जिला नियोजन भवन में सोमवार को ‘हिंद दी चादर’ धन धन गुरू तेग बहादुर के 350 वें शहीदी समागम का नागपुर में आयोजन किया है. इस कार्यक्रम का प्रशासकीय स्तर पर नियोजन किया जा रहा है, जिसकी बैठक ली गई. इस बैठक में वे बोल रहे थे. बैठक में निवासी उप जिलाधीश संतोष काकडे, महंत जितेन्द्र महाराज, सदाशिव चव्हाण, नंदू पवार, गुरूद्बारा गुरूसिंघ सभा के सचिव डॉ. निक्कू खालसा, पूर्व अध्यक्ष रवीन्द्रसिंग उर्फ बिट्टू सलूजा, अनिता पवार, छाया राठोड, बबिता राठोड, एड. वासुदेव नवलानी, वासुदेव महाराज, दिनेश सचदेव आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.
किसन राठोड ने कहा कि धन- धन गुरू तेग बहादुर ने संपूर्ण मानवता के लिए खुद को कुर्बान किया था. उनकी शहादत से ही देश की एकता बरकरार रखने में सहायता मिली है. ऐसे व्यक्ति के कार्य को हमेशा याद रखना चाहिए. एक पीढी से दूसरी पीढी तक यह समृध्द इतिहास की विरासत को पहुंचाने का कार्य करना चाहिए. इसके लिए नागपुर में आयोजित यह कार्यक्रम समाज को देश के लिए शहीद हुए लोगों को याद दिलाने के साथ युवा पीढी को उनकी पहचान करवाने का माध्यम बनेगा. इस कार्यक्रम में सभी समाज वर्ग ने शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाना चाहिए . शासन ने एक बेहतरीन उपक्रम अपने हाथ में लिया है. राज्य में तीन स्थानों पर यह कार्यक्रम होंगे. जिसके लिए राज्यस्तरीय समिति का गठन किया है. जो प्रचार एवं प्रसार के साथ गांव, कसबों में जाकर चित्ररथ के माध्यम से लोगों से मिलने का प्रयास कर रहे हैैं. स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान द्बारा धन- धन गुरू तेग बहादुर सिंघ की शहादत के किस्से उन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है. जितेन्द्र महाराज ने कहा कि समाज के हर घटक एवं वर्ग के लिए धन- धन गुरू तेग बहादुर सिंघ के शहीदी समागम का आयोजन किया है. यह अपने आप में उनके द्बारा किए गये कार्य की एकता को दर्शाता है. उन्होंने देश को संघ रखने के लिए जो कार्य किया है. अब उनके नाम से आयोजित इस कार्यक्रम द्बारा देश में एकता व अखंडता बनी रहेगी. साथ ही उनके शहादत की याद सबके दिलों में बस जायेगी. इतिहास के साथ बच्चों को सांस्कृतिक की जानकारी भी मिलना जरूरी है. इस कार्यक्रम के माध्यम से पीढी दर पीढी चली आ रही यह परंपरा की धरोहर अगली पीढी तक पहुंचाने में आसानी होगी. गुरू तेग बहादुर ने धर्म रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है. आनेवाले समय में युवा पीढी को भी इसकी जानकारी मिलेगी. साथ ही यह विरासत पीढी दर पीढी आगे बढाने मेें यह युवा सहायक बनेंगे. इन सभी माध्यमों मेें समाज मन का विकास करना संभव होगा. महान व्यक्ति का कार्य समाज के लिए हमेशा ही प्रेरणादायी होता है. इस कार्य से समाज प्रभावित होने में सहायता मिलती है. एक समाज सेवक के रूप में इस कार्य में सहभागी होकर देश निर्माण में सहयोग देने का आवाहन उन्होंने किया. निवासी उप जिलाधीश संतोष काकडे ने कहा कि जिला स्तर पर नागपुर में आयोजित कार्यक्रम का नियोजन किया जा रहा ह. इसे लेकर अलग- अलग व्यक्तियों पर जिम्मेदारी निर्धारित की गई है. अब तक जन सहभाग की बदौलत 4 बसेस की व्यवस्था की है. अमरावती से नागपुर मार्ग पर वैद्यकीय सुविधा भी प्रदान की जायेगी. इस कार्यक्रम को सफल बनाने दानदाताओं द्बारा पहल करने का आवाहन उन्होंने किया.
बैठक में गुरूद्बारा गुरूसिंघ सभा के सचिव डॉ. निक्कू खालसा ने प्रस्तावना द्बारा कार्यक्रम के नियोजन की जानकारी प्रस्तुत की. इस अवसर पर मान्यवरों द्बारा पोस्टर का लोकार्पण भी किया गया. जिसमें धन- धन गुरू तेग बहादुर के जीवन पर आधारित फिल्म भी दिखाई गई. साथ ही उपस्थितों द्बारा नियोजन को लेकर उठाये गये शंकाओं का निरसन अतिथियों द्बारा किया गया.

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