बस के नीचे कुचले जाने से तीन भाई-बहनों की मौत
पिता द्बारा मुखाग्नी देते ही मां का दर्द छलका

* पुणे परिसर के हिंजवडी की घटना
पुणे/दि.3- पुणे परिसर में हिंजवडी के छत्रपति शिवाजी महाराज चौक में तेज रफ्तार से दौड रही बस ने पांच लोगों को कूचल दिया. इस दुर्घटना में तीन सगे भाई-बहनों की मृत्यु हो गई. इन तीनो मृतकों का एक के बाद एक चिता पर सुलाकर अंतिम संस्कार किया गया. तीनों मृतक भाईयों के नाम सूरज (6), अर्चना (8) और प्रिया (16) हैं. अंत्येष्टि के समय उपस्थितों की आंखे भर आई थी.
शराब के नशे में धूम बस चालक ने लापरवाही से और तेज रफ्तार से बस चलाते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज चौक के पास पांच लोगों को कूचल दिया. इस हादसे में सूरज और अर्चना की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई तथा दोनों को शाला से घर लाने के लिए गई बडी बहन प्रिया ने उपचार के दौरान दम तोड दिया. आरोपी बस चालक को गिरफ्तार किया गया है. घटनास्थल पर इकट्ठा हुई नागरिकों की भीड ने उसकी जमकर पिटाई की. उत्तर प्रदेश के मुल निवासी देवा प्रसाद अपने परिवार के साथ पिछले अनेक सालों से हिंजवडी में रहते थे. उनका लॉड्री का व्यवसाय था. ग्रामवासियों से रहे अपने पन के कारण अनेक लोग मृतक भाई-बहन की अंत्येष्टि में शामिल हुए थे. पिता देवाप्रसाद द्बारा अपने बच्चों को मुखाग्नी देते ही मां की आंखे छलक उठी और यह नजारा देख उपस्थितों की आंखे भर आई.
* सहेलियों की हुई भीड
अपनी शाला की सहेली प्रीया और उसके दो छोटे भाई-बहन की दुर्घटना में मृत्यु हो जाने की जानकारी हिंजवडी में हवा की तरह फैली और तीनों मृतकों के दोस्त इकट्ठा हो गए. मंगलवार को अनेक विद्यार्थी शाला में नहीं गए. नन्हीं अर्चना और सूरज की कक्षा के अनेक विद्यार्थी सुबह ही उनके घर गए थे. अपनी सहेली और दोस्त के अंतिम दर्शन करते समय विद्यार्थी अपने आंसू नहीं रोक पाए. प्रिया के कक्षा के अनेक लोग शालेय गणवेश में ही स्मशानभूमि पहुंच गए थे.
* आईएएस होने का सपना अधूरा
पांच भाई-बहनों में प्रिया सबसे बडी थी. भाई- बहनों को शाला में छोडने और लाने की जिम्मेदारी वहीं संभालती थी. वह कक्षा 10 वीं में थी. 9 वीं कक्षा में रहते उसे 94 फीसद अंक प्राप्त हुए थे. आईएएस अधिकारी होने का सपना उसका था. स्वाधीनता दिवस के अवसर पर शाला के कार्यक्रम में प्रिया ने किए भाषण का पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और सभी लोग भावुक होकर शोक में डूब गए.





