पहली बार संपूर्ण जनवरी में नहीं होगी शादियां

उत्तरायण में भी मांगलिक कार्यों पर रहेगा ब्रेक

* 15 दिसंबर तक शादियों का सीजन शबाब पर
अमरावती /दि.4 – वर्तमान समय में शादियों का सीजन चल रहा है. 15 दिसंबर तक शादियों का सीजन शबाब पर रहनेवाला है. 3 नवंबर के बाद शादियों का सीजन शुरु हुआ था. इस बार शादियों के मुहूर्त कम है और विवाह करनेवाले दूल्हे-दुल्हन ज्यादा हैं. पिछले नवंबर महीने में शादियों की तिथियां 15 तक थी और विवाह का सीजन भरमार पर था. सैकडों शादियां नवंबर महीने में संपन्न हुई. अभी दिसंबर का महीना शुरु हुआ है. 15 दिसंबर तक शादियों के मुहूर्त 10 तक पंचांग में बताए जा रहे हैं.
* 15 से मलमास
15 दिसंबर को धनु संक्रांति के आगमन पर मलमास शुरु होगा और सूर्यदेव धनु राशि से संक्रमण करते हुए मकर राशि में प्रवेश करेंगे. 15 दिसंबर से लेकर 15 जनवरी तक मांगलिक कार्यों पर हर वर्ष ब्रेक लगी रहती है, लेकिन इस बार ग्रहों की स्थिति विचारणीय होकर सामने आ रही है. ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों के अनुसार जनवरी महीने में विवाह के मुहूर्त नहीं है और पूरा महीना विवाह की शहनाइयां नहीं गूंजेगी. पहली बार है कि नए साल की शुरुआत में ही मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लगने वाली है. विद्वानों का कहना है कि, 15 दिसंबर से लेकर शुक्र तारा अस्त रहनेवाला है और 2 फरवरी को शुक्र तारा उदय होगा.
* ग्रहों की बदली चाल
इस बीच शुक्र तारे के अस्त होने की वजह से मांगलिक कार्यों को विराम मिलने वाला है. पंडित करण महाराज का कहना है कि, गुरु और शुक्र ग्रह जब भी अस्त रहता है, तो मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. इस बार मांगलिक कार्य करीब पिछले और नए साल में डेढ महीने तक नहीं होंगे. ग्रहों की बदली चाल की वजह से अब फरवरी में ही शहनाइयां गूंजने लगेगी. फरवरी महीने के बाद नए साल में मार्च महीने में भी शादियों के मुहूर्त बहुत कम है. 24 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक होलाष्टक रहनेवाला है. इस बीच में विवाह कार्य नहीं होने वाले हैं और मांगलिक कार्य भी संपन्न नहीं होंगे. मीन संक्रांति का आरंभ 14 मार्च से शुरु होगा और 14 अप्रैल तक चलनेवाला है यानि 14 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक मांगलिक कार्यों पर विराम लगनेवाला है.

* फरवरी में शादियों की भरमार
नए साल में जनवरी महीने को छोडकर फरवरी महीने में तथा मार्च महीने में होलाष्टक के लगने के पहले और होलिका दहन के बाद कुछ मुहूर्त पंचांग में ज्योतिष गणना के अनुसार बताए गए हैं. लेकिन विवाह मुहूर्त सबसे ज्यादा फरवरी में रहने से शादियों की भरमार भी इसी माह में रहने वाली है. इसलिए 15 दिसंबर के बाद शादियों के सीजन पर ग्रहण लगनेवाला है. दूल्हा-दुल्हन के अभिभावक अपने अविवाहित युवाओं के लिए अप्रैल से लेकर 1 जुलाई तक विवाह की तिथियां निकालने में लग गए हैं. इसलिए नए साल के आने के पहले ही मांगलिक कार्यों की तैयारी शुरु हो गई है और शादियों की बुकिंग के लिए होटल, लॉन, मंगल कार्यालय, फार्म हाउस, डेस्टिनेशन मैरिज और मैरिज स्पॉट बुक होने लगे हैं. शादियों के सीजन को लेकर फरवरी माह की भारी बुकिंग देखी जा रही है. इसलिए बैंड-बाजा बारात दिसंबर में भी और नए वर्ष फरवरी में भी ज्यादा संख्या में दिखनेवाले हैं.

Back to top button