प्राध्यापक को 1 करोड से ठगा

5 आरोपी नामजद, एक आरोपी गिरफ्तार

* नागपुर की सदर पुलिस कर रही जांच
अमरावती/दि.5 फर्जी निवेश फर्म चलाने वाले पांच लोगों ने मिलकर कर अमरावती के एक प्राध्यापक से 1 करोड रुपए की ठगी करने का सनसनी खेज मामला सामने आया है. यह मामला गुरूवार 4 दिसंबर को सामने आया. आरोपियों में से एक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जबकि मुख्य सूत्रधार छत्तीसगढ के रायपुर का निवासी बताया जा रहा है. जिसे लेकर पुलिस इस पूरे रैकेट की सरगर्मी से तलाश कर रही है.
प्राप्त जानकारी अनुसार अमरावती के शिकायतकर्ता संत कृपा, अंबापेठ निवासी प्राध्यापक विजय केशवराव टोपे (52) को 15 दिनों में 40 फीसदी मुनाफा देने का लालच दिखाकर निवेश करने के लिए मजबूर किया गया. आरोपी कामठी निवासी प्रशांत नायडू (50), मानेवाडा निवासी महेश वरघडे (45), बुलढाणा निवासी संतोष सातपुते और रायपुर निवासी विजय बघेल ने मिलकर यह ठगी की.
बुलढाणा निवासी संतोष शिकायतकर्ता टोपे के एक परिचित के माध्यम से उनसे जुडा था. उसने टोपे को नागपुर में अन्य चार लोगों से मिलवाया और निवेश किए जाने वाले रुपए में 40 प्रतिशत लाभ का झांसा दिया. इस पर विश्वास करते हुए टोपे और उनके आठ परिचितों ने मिलकर कुल 1 करोड रुपये आरोपियों को निवेश के रूप में दिए. यह रकम नागपुर स्थित एक निजी निवेश कंपनी के कार्यालय में सौंपी गई थी. पैसे मिलने के बाद आरोपी 15 दिन में 1 करोड 40 लाख रुपए लौटाने का वादा कर गायब हो गए. ठगी की भनक लगते ही केशव टोने ने जरा सी भी देरी न करते हुए नागपुर के सदर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए संतोष सातपुते को गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी विजय बघेल, जो इस फर्जी निवेश कंपनी का सूत्रधार है, फिलहाल फरार हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए छत्तीसगढ पुलिस के संपर्क में हैं. जबकि इस रैकेट द्बारा और भी कई लोगों को करोडों रुपए से ठगने की जानकारी सामने आ रही हैं.

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