प्रदेश की 60 हजार शालाएं बंद

अध्यापकों का बडा आंदोलन

* हल न निकलने पर शीत सत्र में देंगे धरना
पुणे/दि.5 – टीईटी परीक्षा अनिवार्य किए जाने के विरुद्ध प्रदेश की सरकारी शालाओं के गुरुजी आज हडताल पर चले गए. जिससे 60 हजार शालाओं में पढाई का हरजा हुआ. वहीं निजी शालाओं में रोजमर्रा की तरह पढाई-लिखाई हुई. इस बीच हडताली शिक्षकों ने मुद्दे का हल न निकलने पर आगामी शीत सत्र में नागपुर में धरना आंदोलन करने की घोषणा की है. अध्यापक संगठन के उत्तर विभाग अध्यक्ष अनिल बोरनारे ने बताया कि, मुंबई में कल मुख्याध्यापक संगठन द्वारा हडताल की जाएगी.
उधर शिक्षक संगठन ने कहा कि, नागपुर में हुई बैठक में राज्य मंत्री पंकज भोयर ने सरकार की भूमिका स्पष्ट करने का भरोसा दिलाया था. अब तक इस विषय में कोई परिपत्रक जारी नहीं हुआ है. ऐसे में संच मान्यता और टीईटी दोनों ही विषय पर शिक्षक संघ आक्रमक हो गए है. आज के बंद में भी अनेक संगठनों ने सहभाग कर आंदोलन को सफल बनाने का दावा किया है. उधर शिक्षक भारती ने 10 दिसंबर को नागपुर सत्र में धरना आंदोलन की घोषणा कर दी है.
अमरावती में भी शिक्षकों के आंदोलन का असर दिखाई दिया. अधिकांश सरकारी शालाएं जिला परिषद हो या महापालिका आज बंद रही. अध्यापन का कार्य न हो सका. ऐसे में हजारों विद्यार्थियों का पढाई का नुकसान हुआ है. सर्वोच्च न्यायालय ने अध्यापकों के लिए टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया है. उस पर शासन ने अब तक भूमिका घोषित नहीं की है.

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