जरा सी लालच और थोडी सी जिद ने ले ली पिंकी खरबडे की जान
अच्छी-खासी जिंदगी छोडकर देह व्यवसाय के दलदल में फंसी थी पिंकी

* लालच के चलते सरकारी नौकरी वाले युवक को फांसा था अपने प्रेमजाल में
* बेहतर जिंदगी के लिए ब्लैकमेल कर अडी थी शादी की जिद पर
* पहले से परेशान नितिन ने तंग आकर पिंकी को उतारा मौत के घाट
* नीलिमा उर्फ पिंकी खरबडे हत्याकांड की इनसाइड स्टोरी – चंद्रप्रकाश दुबे व शहबाज खान
अमरावती/दि.5 – विगत दिनों अमरावती के गुरुकृपा कॉलोनी परिसर स्थित संताजी नगर में रहनेवाली नीलिमा उर्फ पिंकी खरबडे की उसकी ही आवास पर निर्मम तरीके से हत्या कर दिए जाने का मामला उजागर हुआ था. जिसे लेकर शहर पुलिस की अपराध शाखा ने नितिन इंगोले नामक एक युवक को अपनी हिरासत में लिया है. सरकारी नौकरी में रहनेवाला नितिन इंगोले विगत लंबे समय से मृतक पिंकी के साथ नजदीकी संबंधों में था. साथ ही साथ उसने विगत अगस्त माह के दौरान ही पिंकी के साथ बाकायदा रजिस्टर्ड मैरेज भी किया था, ऐसी जानकारी भी अब सामने आई है. साथ ही यह भी पता चला है कि, पिंकी के पहले पति संजय खरबडे की कुछ वर्ष पहले मौत हो गई थी. जिसके बाद अपने बेटे के साथ अकेले रहते हुए पिंकी खरबडे अपने परिचय में रहनेवाली एक महिला के संपर्क में रहने के चलते देह व्यापार के दलदल में फंसी थी और उसने बेहतर भविष्य की लालच में आकर अपने संपर्क में आए नितिन इंगोले को अपने प्रेमजाल में फांसा था. जिस पर वह लगातार अपने साथ विवाह करने और उसे अपने घर ले जाकर रखने के लिए दबाव बनाते हुए उसे ब्लैकमेल कर रही थी. जिसके चलते अपनी पहली पत्नी के साथ चल रहे तलाक संबंधी मामले की वजह से पहले ही हैरान-परेशान रहनेवाले नितिन इंगोले ने विगत शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात ही पिंकी खरबडे को अपने रास्ते से हटाने के बारे में विचार किया था और फिर अपने विचार पर तुरंत ही अमल भी कर डाला. इस समय पुलिस की हिरासत में रहनेवाले नितिन इंगोले का यह भी कहना है कि, वह पिंकी के साथ रहने को लेकर वाकई सीरियस था और यदि पिंकी उसे ब्लैकमेलिंग करते हुए मानसिक तौर पर प्रताडित नहीं करती, तो वह शायद उसे मौत के घाट उतारने के बारे में कोई विचार भी नहीं करता. ऐसे में कहा जा सकता है कि, पिंकी की थोडी सी लालच और उसकी जराशी जिद ने ही उसे मौत के मुंहाने तक पहुंचाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
इस संदर्भ में शहर पुलिस के बेहद विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मूलत: मोर्शी तहसील के चिचोली-डवरगांव परिसर की रहनेवाली नीलिमा उर्फ पिंकी का विवाह करीब 24-25 साल पहले डवरगांव निवासी संजय खरबडे के साथ हुआ था, जो डवरगांव परिसर में खेतिहर मजदूर के तौर पर काम किया करता था. इस विवाह के चलते नीलिमा उर्फ पिंकी को तेजस खरबडे नामक एक बेटा भी हुआ था. पिंकी की जिंदगी में लगभग सबकुछ बराबर ही चल रहा था, लेकिन उसके जीवन में सबसे बडा मोड उस समय आया, जब उसके पति संजय खरबडे की कुछ समय बाद अचानक ही मौत हो गई और वह अपने बेटे को साथ लेकर काम-धंधे की तलाश करते हुए अमरावती आ गई. जानकारी के मुताबिक अपने बेटे तेजस के साथ अमरावती आने के बाद पिंकी खरबडे का परिचय शहर में रहनेवाले एक कुख्यात अपराधी की पत्नी के साथ हुआ था. जो कथित तौर पर देह व्यापार के व्यवसाय में लिप्त थी. उसी महिला के संपर्क में आने के बाद पिंकी ने भी ‘इझी मनी’ कमाने के लिहाज से देह व्यापार को ही अपनी आजीविका का जरिया बनाने का निर्णय लिया था और पिंकी खरबडे ने ‘सप्लायर’ की भूमिका निभानी शुरु कर दी थी. देह व्यापार के इस दलदल में फंसने के बाद पिंकी को शराब पीने की लत भी लग गई थी और वह जमकर बीयर व रम का सेवन किया करती थी. इसके बाद कोविड संक्रमणकाल के दौरान पिंकी खरबडे के 21 वर्षीय बेटे तेजस की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई. पति के बाद बेटे की भी मौत हो जाने के उपरांत पिंकी मानों एक तरह से आजाद हो गई थी. लगभग उसी समय के आसपास पिंकी के यहां नितिन इंगोले नामक युवक का अपनी शारीरिक जरुरते पूरी करने के लिए आना-जाना शुरु हुआ. जिसके बारे में पिंकी को जैसे ही यह पता चला कि, नितिन इंगोले सरकारी नौकरी में है और अच्छा-खासा पैसा भी कमाता है, तो पिंकी ने उस पर डोरे डालने शुरु किए और उसे अपने प्रेमजाल में फासना शुरु किया, जिसमें पिंकी से उम्र में करीब 15-16 वर्ष छोटा रहनेवाला नितिन इंगोले भी फंसता चला गया.
खास बात यह है कि, पहले से शादीशुदा रहनेवाला नितिन इंगोले अपने वैवाहिक जीवन से खुश नहीं था और उसका उसकी पत्नी के साथ आए दिन विवाद होता रहता था. जिसके चलते उसने अपनी पत्नी से तलाक मिलने हेतु आवश्यक कानूनी प्रक्रिया भी शुरु की थी और यह बात नितिन इंगोले ने पिंकी खरबडे को भी बताई थी. साथ ही नितिन इंगोले ने पिंकी खरबडे से यह वादा भी किया था कि, जैसे ही उसका उसकी पत्नी के साथ तलाक हो जाएग, वह पिंकी के साथ विवाह करते हुए उसे अपने घर लेकर जाएगा. लेकिन यहीं पर पिंकी की बेसब्री आडे आ गई और पिंकी ने उठते-बैठते नितिन पर अपने साथ विवाह करने और उसे अपने घर तुरंत लेकर जाने के लिए दबाव बनाना शुरु किया. जिसके तहत पिंकी खरबडे अक्सर ही शराब पीने के बाद नितिन इंगोले को फोन कॉल लगाकर जबरदस्त तरीके से गालियां दिया करती थी और अपना कहा नहीं मानने पर पुलिस में फंसा देने की धमकियां भी दिया करती थी. साथ ही अगर कभी नितिन इंगोले ने पिंकी का फोन कॉल रिसीव नहीं किया, तो पिंकी सीधे नितिन इंगोले के घर पहुंच जाया करती थी और वहां पर जमकर हंगामा मचाने के साथ ही गाडगे नगर पुलिस थाने पहुंचकर नितिन इंगोले के खिलाफ दुष्कर्म के मामले को लेकर शिकायत भी दर्ज कराया करती थी. इन तमाम बातों से नितिन इंगोले काफी हैरान-परेशान हो गया था और इसी वजह के चलते विगत 29 व 30 नवंबर की दरम्यानी रात नितिन इंगोले ने पिंकी खरबडे के घर में रहते समय रात करीब 3 बजे के आसपास उसे मौत के घाट उतार दिया और फिर वहां से बडी चालाकी के साथ भाग भी निकला.
* पिंकी की बजाए, नितिन की पहली पत्नी को मारने का था प्लान
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नितिन के घर जाकर उसकी ब्याहता के तौर पर रहने के लिए बेताब पिंकी ने एक समय पर नितिन की पहली पत्नी को जान से मारते हुए अपने रास्ते से हटा देने का प्लान भी बनाया था. जिसके लिए पिंकी ने अपने परिचय में रहनेवाले कुछ अपराधी तत्वों के साथ बातचीत करते हुए इस बारे में विचार-विमर्श करना भी शुरु किया था और खास बात यह भी थी कि, इसे लेकर हुई एक-दो मीटिंग में इच्छा नहीं रहने के बावजूद नितिन इंगोले को भी शामिल होना पडा था. हालांकि नितिन इंगोले उस समय किसी भी तरह के खून-खराबे के खिलाफ था और नितिन इंगोले का स्पष्ट कहना था कि, कुछ ही दिनों में उसका उसकी पत्नी के साथ तलाक संबंधी मामला निपट जाएगा. जिसके बाद वह पिंकी के साथ बिना किसी बाधा से रह सकता है. लेकिन पिंकी में इस बात को लेकर सब्र की थोडी कमी थी. जिसके चलते पिंकी ने नितिन इंगोले को अपने साथ कोर्ट मैरेज करने के लिए मनाया. ऐसे में विगत अगस्त माह के अंतिम सप्ताह के दौरान ही नितिन इंगोले ने पिंकी के साथ बाकायदा रजिस्टर्ड मैरेज भी की थी. लेकिन इसे लेकर शांत और खुश होने की बजाए पिंकी ने नितिन इंगोले पर अब खुद को अपने घर लेकर चलने के लिए कहना शुरु किया और इसी बात को लेकर पिंकी और नितिन इंगोले में विगत शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात जो विवाद हुआ, वह विवाद ही पिंकी की मौत का कारण बना.
* बस एक गलती से नितिन इंगोले आया पकड में
– वर्ना अचानक हुई हत्या के बाद सुनियोजित तरीके से किया था काम
जानकारी के मुताबिक वारदात से एक दिन पहले यानि शुक्रवार 28 नवंबर को भी पिंकी खरबडे ने नितिन इंगोले को रम और बीयर लेकर अपने घर आने के लिए कहा था, तो नितिन इंगोले शुक्रवार की शाम पिंकी के घर पहुंचा, जहां पर साथ में खाना-पीना करने के साथ ही पिंकी को समझाने-बुझाने के बाद वह देर रात अपने घर लौट आया. इसके पश्चात पिंकी ने शनिवार को एक बार फिर नितिन इंगोले को अपने घर पर आने के लिए कहा, परंतु उस दिन नितिन इंगोले की बहन पुणे जानेवाली थी. ऐसे में नितिन को अपनी बहन को ट्रैवल बस पर छोडने के लिए जाना था. जिसके चलते उसने पिंकी के यहां जाने से मना कर दिया, तो पिंकी ने एक बार फिर उसके साथ गालि-गलौज करते हुए उसे धमकाया. जिसके चलते नितिन इंगोले अपनी बहन को लक्झरी बस में बिठाने के बाद पिंकी के घर पहुंचा. जहां पर पिंकी ने पहले से ही अपने यहां केयर टेकर के तौर पर काम करनेवाले और पडोस में ही रहनेवाले अशोक खंडारे के हाथों शराब मंगवा ली थी तथा अशोक खंडारे को घर जाने के लिए कह दिया था. पश्चात पिंकी के घर पहुंचे नितिन इंगोले ने पिंकी के साथ बैठकर शराब पी. इस समय भी दोनों के बीच जमकर झगडा हुआ और फिर दोनों रात 12 बजे के आसपास एक ही कमरे में एक ही पलंग पर सो गए. लेकिन उस रात नितिन इंगोले को नींद नहीं आई और वह तडके 3 बजे के आसपास बिस्तर से उठा. उस वक्त नितिन को कमरे में सीलबट्टे का बट्टा रखा हुआ दिखाई दिया, तो उसने वह बट्टा उठाकर गहरी नींद में सो रही पिंकी के सिर पर करीब तीन से चार बार दे मारा और फिर कीचन में रखा चाकू लाकर पिंकी के गले में घोंप दिया, ताकि उसकी कोई आवाज न निकले. गुस्से और तनाव में आकर अपने हाथों घटित इस हत्याकांड के बाद नितिन इंगोले ने खुद को इस मामले से बचाने हेतु बडे सुनियोजित तरीके से काम करना शुरु किया और अगले एक घंटे के भीतर उसने घर में जीन-जीन वस्तुओं को अपने हाथों से छुआ था, उन सभी वस्तुओं को अच्छे से पोछते हुए अपने फिंगर प्रिंट मिटाए. साथ ही शराब की बोतल, कांच की ग्लास, टीवी के रिमोट, पिंकी के मोबाइल, अपने सिरहाने लगे तकीए व घर में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को साथ लेकर नितिन इंगोले घर के पिछले हिस्से में बनी सीढियों से होकर वहां से बाहर निकल गया. इस समय पिंकी के मोबाइल व डीवीआर को अपनी मोपेड की डिक्की में डालने के बाद नितिन इंगोले ने वहां से अपने घर जाने के लिए लंबी दूरी वाले ऐसे रास्ते को चुना, जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे है और वह संताजी नगर से निकलकर सायंस्कोअर मैदान, डिपो रोड, रेलवे स्टेशन, नागपुरी गेट से आगे बढते हुए रिंग रोड से होकर असोरिया पेट्रोल पंप के पास स्थित नाले पर पहुंचा. जहां पर उसने पिंकी के घर से थैले में भरकर लाए गए सभी सामान को नाले में कचरे के ढेर पर फेंक दिया और फिर वहां से रहाटगांव व अर्जून नगर होते हुए अपने घर चला गया. खास बात यह भी थी कि, नितिन इंगोले जब शुक्रवार और शनिवार को पिंकी के घर गया था, तब वह अपना मोबाइल अपने साथ लेकर नहीं गया था, बल्कि उसने मोबाइल अपने घर पर ही छोड दिया था. जिसके चलते वारदात के वक्त नितिन इंगोले का पिंकी के घर के आसपास मोबाइल लोकेशन नहीं मिला था. साथ ही घटनास्थल पर उसकी मौजूदगी के कोई सबूत भी नहीं मिले थे. लेकिन इतने फुल प्रुफ तरीके से काम करने के बावजूद नितिन इंगोले के पकडे जाने के भय से एक छोटी सी गलती कर डाली. जिसके बारे में पता चलते ही अपराध शाखा के दल ने नितिन इंगोले को अपनी हिरासत में ले लिया.
* क्या थी नितिन इंगोले की गलती, कैसे आया पकड में
– विस्तृत खबर पढिए अगले अंक में.





