मेलघाट में कुपोषण के साथ- साथ कैंसर का भी खतरा
युवा से प्रौढ व्यक्तियोें में रक्ताल्पता, आईसीएमआई को देंगे जानकारी

चिखलदरा/दि.8 – मेलघाट में कुपोषण, शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर जैेसी गंभीर समस्याओं पर काम कर रहें. मत्रालाय के तहत आने वाले अलग-अलग विभागो कें सचिवों ने समस्याओे पर चर्चा की. इसके साथ ही यह भी बात सामने आई हैं कि युवाओे से लेकर प्रोैढ व्यक्तियोंं में बडे पैमाने पर रक्त की कमी होने की बात सामने आई हैं. मेलघाट के हालात के बारे में हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले पद्मश्री डॉ. रवींद्र कोल्हें ने यह मुद्दा इस दौरे में प्राशासन के सामने प्रमुखता से रखा. इस संबंध में आईसीएमआई (इंडियन कौंन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) को जानकारी देने की बात भी स्वास्थ्य सचिव डॉ निपुण विनायक ने कही. इस दौरान यह भी सामने आया कि बालपन से ही तंबाकू, गुटखा और शराब का व्यसन होने के कारण कैंसर का प्रमाण भी बढ रहा हैं. मेलघाट में इस नई समस्या को भी इस दौरे के दौरान दर्ज किया गया हैं.
उल्लेखनीय हैं कि मेलघाट में शुक्रवार को विभिन्न विभागो के सचिव व आयुक्तो ने धारणी और चिखलदरा तहसील कें आंगनवाडी के्ंरद, स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्रोें को भेट दी. इस दौरान डॉक्टरों और नर्स व अन्य कर्मचारियोें से भी चर्चा की गई. इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओे को भी बोलने का अवसर देते हुए समस्याओं को समझा गया. बिजली, पानी, रास्ता, स्वास्थ्य, शिक्षण व मूलभूत सुविधाओें सहित स्वास्थ्य की गंभीर समस्याओे को भी समझा गया.
युवाओ से लेकर प्रौढ व्यक्तियों मेें रक्त की कमी
मेलघाट में बाल मृत्यु, माता मृत्यु, कुपोषण के विभिन्न कारण सामने आए हैं. प्रमुखता से युवाओे से लेकर प्रोैढ व्यक्तिओं में रक्त की कमी देखी गई हैं. इस गंभीर बात को स्वास्थ्य सचिव ने गंभीरता से समझा हैं. आईसीएमआर द्वारा इस मुद्दे की पूरी तरह जांच करवाई जाएंगी. सचिव डॉ निपुण विनायक ने कहा कि मेलघाट में बालपन से होने वाले व्यसनोे के संबंध में जनजागिृत कर आदिवासियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाएंगा.
18 दिसंबर को मेलघाट की वास्तविक ग्राउंड रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश होगी
हाईकोर्ट की फटकार के बाद राज्य सरकार के विभिन्न विभागो के सचिवो ने विगत शुक्रवार पांच दिसंबर को मेलघाट का दौरा कर मेलघाट की समस्याओें को समझा. शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय मे संपूर्ण दौरे के दौरान की गई. समीक्षा के आधार पर एक ग्रांउड रिपोर्ट तैयार की गई. यह रिपोर्ट 18 दिसंबर को हाईकोर्ट मेे पेश की जाएंगी. इस दोैरान सामने आई तस्वीर से सभी सचिव आवाक रह गए.
इन अधिकरियों ने मेलघाट की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओ को जाना. मेलघाट में स्वास्थ्य, शिक्षण, पीने के पानी, रोजगार, रास्ते, बिजली सहित विभिन्न समस्याए सामने आई हैं. इन समस्याओं को हल करने के लिए याचिकाकर्ता डॉ. रवींद्र कोल्हेे, डॉ. आशीष सातव और एंड बंड्या साने ने शनिवार 6 दिसंबर को जिलाधिकारी कार्यालय में हुई. बैठक में जानकारी दी. इसके अलावा जिलाधिकारी आशीष येरेकर, संभागीय आयुक्त डॉ. श्वेता सिंघल ने प्रशासन द्वारा योजनाओं को अमल किए जाने के दोैरान आनेवाली समस्याओे के सुलझाने संबंधी जानकारी इस दौरान दी.
पहली बार मेलघाट में बालमृत्यु मामले में निरीक्षण दौरा
– तीन प्रधान सचिव, आयुक्त, स्वास्थ्य संचालक ने किया निरीक्षण
– मेलघाट में माता मृत्यु व बाल मृत्यु की बढती घटनाओ की पृष्ठभूमि पर राज्य के तीन प्रधान सचिव, एक उपसचिव व सहसचिव, एमएचएम के प्रकल्प संचालक और आईसीडीएस के आयुक्त ने मेलघाट के इतिहास में पहली बार संयुक्त निरीक्षण दौरा किया.
– मेलघाट के डॉ रवींद्र कोल्हे, एंड बंड्या साने और अन्य लोगों ने वर्ष 2007 से अनेक जनहित याचिका मुंबई हाइकोर्ट में दायर की थी. हाईकोर्ट ने इन सभी याचिकाओे को एकत्रित कर सुनवाई शुरू कर दी हैं. इस दौरान हाइकोर्ट ने सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रत्यंक्ष संयुक्त रूप से मेलघाट का दौरा करने के निर्देश दिए थे. इस दौरे के बाद जिलाधिकारी कार्यालय में एक बैठक भी हुई.
– मंत्रालय में बने स्वतंत्र सेल : इस दौरान जिलाधिकारी आशीष येरेकर ने कहां की बतौर अधिकारी हम मेलघाट के मुद्दो पर ध्यान देकर योजना बनाते हैं. लेकिन पत्र व्यवहार व फॉलोअप के लिए मंत्रालय स्तर भी एक स्वतंत्र सेल होना आवश्यक हैं.
– समस्याएं होगी हल: वही याचिकाकर्ता एंड बंड्या साने ने सरकार के बडे अधिकारियों के दौरे का स्वागत करते हुए कहां कि निरीक्षण दौरे से बदलाव आने की उम्मीद जगी हैं.
बालमृत्यु, कुपोषण, माता मृत्यु के लिए विभिन्न कारणों को जिम्मेदार ठहराया जाता हैं, जिनमें रक्ताल्पता का प्रमाण गंभीर हैं. मूलभूत सुविधाओे को मुद्दा सामने आया हैं. इसके साथ ही कैंसर रोग के बढते प्रमाण की बात भी सामने आई हैे.
पद्मश्री रवींद्र कोल्हे
याचिकाकर्ता (बैरागढ, धारणी)
मेलघाट के दौरे में अनेक बाते सामने आई हैं. 18 दिसंबर को हाइकोर्ट में इसकी विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएंगी. रक्ताल्पता, कैंसर के बढते प्रमाण की आईसीएमआई द्वारा जांच की जाएंगी.
डॉ निपुण वियानक
प्रधान सचिव (स्वास्थ्य





