मोसीकॉल की 10 एकड जमीन पर बनाया जाए हाट-बाजार

पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने उठाई मांग

* शहर में साप्ताहिक बाजारों की जगह को बताया अपर्याप्त
* सार्वजनिक जमीन पर जनसुविधा विकसित करने की जताई जरुरत
* मोसीकॉल कारखाने की पूरी जमीन बेचने को लेकर उठाई आपत्ति
अमरावती /दि.9 – शहर के मध्यवर्ती हिस्से में स्थित महाराष्ट्र राज्य तेलबिया व्यापार एवं औद्योगिक महामंडल (मोसीकॉल) की लगभग 22 से 24 एकड़ विशाल भूमि बिक्री के लिए जारी की गई है, लेकिन इस पूरी जमीन की बिक्री करने के बजाय कम से कम 10 एकड़ भूमि आरक्षित करके वहां नवीन एवं सुसज्जित बाजार का विकास किया जाए, ऐसी महत्वपूर्ण मांग पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने उठाई है.
आज यहां जारी प्रेस नोट में उपरोक्त मांग उठाने के साथ ही पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख का कहना रहा कि, अमरावती शहर में पिछले 70-80 वर्षों से केवल इतवारा और शुक्रवार बाजार ही निर्धारित पारंपरिक बाजार हैं. इस लंबे कालखंड में शहर की आबादी और व्यापारी गतिविधियों में कई गुना वृद्धि हुई, जिसके चलते ये दोनों बाजार अब बेहद भीड़भाड़ वाले और अपर्याप्त साबित हो रहे हैं. ऐसे में तीसरे बड़े बाजार की तत्काल आवश्यकता महसूस की जा रही है. ऐसे में मोसीकॉल की पूरी जमीन को बेचकर निजी हाथों में सौंपने की बजाए सरकार के स्वामित्व में रहनेवाली इस जमीन के 10 एकड हिस्से को सार्वजनिक उपयोग के लिए आरक्षित किया जाए तथा उस 10 एकड सार्वजनिक जमीन पर सर्व सुविधायुक्त हाट व बाजार विकसित किया जाए, ताकि शहर के मध्य स्थल में आम लोगों के लिए जनसुविधा वाले बाजार की उपलब्धता हो.
* अवैध ठेला व हॉकर्स की समस्या पर लगेगी रोक
इसके साथ ही इस प्रेस नोट में पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख का यह भी कहना रहा कि, चौधरी चौक, कॉटन मार्केट रोड, विलास नगर रोड और गाडगेनगर मार्ग पर सब्ज़ी विक्रेता एवं अन्य हॉकर्स की अनियंत्रित भीड़ के कारण बड़ी यातायात समस्याएँ एवं दुर्घटनाएँ सामने आ रही हैं. ऐसे में यदि मोसीकॉल की उपलब्ध भूमि में से कुछ भाग बाजार हेतु आरक्षित कर वहां नया सुसज्जित बाजार स्थापित किया गया तो शहरभर में फैले अवैध हॉकर्स की भीड़ काफी हद तक कम होगी और यातायात व्यवस्था सुचारू होगी.
* जमीन के व्यावसायीकरण पर सवाल
इसके अलावा इस प्रेस नोट में पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने इस बात की ओर भी ध्यान दिलाया कि, कभी इस क्षेत्र में मोसीकॉल कारखाने सहित शेतकरी सहकारी जिनिंग प्रेसिंग संस्था, तिवसा जिनिंग फैक्टरी, एदलजी फ्रॉमजी दोटीवाला, नेमानी जिनिंग प्रेसिंग, लढ्ढा जिनिंग आदि कॉटन प्रोसेसिंग उद्योग हुआ करते थे. जिनके कारण यह इलाका औद्योगिक रूप से समृद्ध था. लेकिन समय के साथ अधिकांश उद्योग बंद पड़ने के बाद, इन सरकारी जमीनों का व्यावसायिक निर्माण के लिए उपयोग कर बिल्डरों को लाभ पहुंचाने का सिलसिला तेज़ हुआ है. इसी प्रवृत्ति को देखते हुए मोसीकॉल की भूमि भी शुद्ध व्यावसायिक निर्माण के लिए बेचने की तैयारी होती दिख रही है.
* महानगरपालिका के हस्तक्षेप की आवश्यकता
इस प्रेस नोट में पूर्व मंत्री डॉ. देशमुख ने स्पष्ट रुप से कहा कि केवल व्यावसायिक या आवासीय कॉम्प्लेक्स बनाना ही विकास नहीं. बल्कि बढ़ती आबादी की दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है. इसलिए महानगरपालिका को प्राथमिकता से इस प्रस्ताव पर कार्यवाही करनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने अमरावती महानगरपालिका से सरकारी स्तर पर पहल कर मोसीकॉल की कम से कम 10 एकड़ जमीन बाजार के लिए सुरक्षित करने एवं नए सुसज्जित बाजार के निर्माण की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने की मांग की है.

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