बच्चों को एसटी से ही शैक्षणिक भ्रमण पर ले जा सकेंगे स्कूल
सुरक्षित सफर के लिए शासन का निर्णय

* निजी या स्कूल बसों से ले जाने पर रोक, होगी कार्रवाई
अमरावती/दि.16 – स्कूली बच्चों को अब शैक्षणिक भ्रमण (एज्युकेशनल टूर) पर ले जाने के लिए सिर्फ एसटी महामंडल की बसों का उपयोग किया जा सकेगा. स्कूल या निजी बस से शैक्षणिक भ्रमण नहीं कराया जा सकेंगे. इस संबंध में राज्य के सहायक परिवहन आयुक्त विजय तिराणकर ने आदेश जारी किए है. इसमें कहा गया है कि जो स्कूल निर्देशक का पालन नहीं करेंगे, उसके वाहन पर कार्रवाई की जाए.
सहायक परिवहन आयुक्त ने उक्त आदेश सभी प्रादेशिक और उपप्रादेशिक अधिकारियों को दिए है. नए आदेश से यह साफ हो गया है कि अब स्कूलों को शैक्षणिक भ्र्रमण सरकारी बस यानी लालपरी से ही ले जाना होगा. नवंबर माह में अमरावती जिले की शालाओं में लालपरी को ही पसंद किया है. 15 बसेस की बुकिंग की गई थी. इससे लाखों रुपए की आय एसटी महमंडल को मिली है. दिसंबर माह में भी 15 एसटी बसेस की बुकिंग हुई हैं. जिले समेत राज्य की शालाओं को अब सहल के लिए केवल लालपरी बस इस्तेमाल करना अनिवार्य किया गया है. शालेय सहल केवल मनोरंजन के लिए नहीं है बल्कि विद्यार्थियों को संस्कृति, इतिहास, भुगोल और प्रत्यक्ष अनुभव देने के लिए महत्वपूर्ण हैं. इस कारण वॉटर पार्क, रिसोर्ड, बगीचे के बजाय सहल अब ऐतिहासिक स्थलों की तरफ ले जाने की सूचना दी गई हैं. इस कारण शालाओं को सहल के लिए एसटी बस को ही प्राथमिकता देने की बात नियम में स्पष्ट की गई है. नियम का उल्लंघण करने पर शाला पर कार्रवाई कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश सहायक परिवहन आयुक्त ने दिए हैं. एसटी बस के कारण किसी भी क्षेत्र में सुरक्षित सफर की गारंटी मिलेगी, सहल के लिए कम खर्च में बस उपलब्ध होगी, विद्यार्थियोें की सुरक्षा की सरकारी स्तर पर गारंटी, शाला और विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद और सुरक्षित सफर मिलनेवाला हैं. इस कारण जिले की शाला, महाविद्यालयों के लिए 8 डिपो से विशेष बस की सुविधा की गई हैं. शाला के मुख्याध्यापकों द्बारा शालेय सहल के लिए लगनेवाली बस की मांग की जाए.
* … आम यात्रियों का क्या होगा?
राज्य के विद्यार्थियों के लिए बडी संख्या में एसटी बसे उपलब्ध कराना पडती है, जिससे सामान्य यात्रियों को बस उपलब्ध नहीं हो पाती. इससे उन्हें काफी परेशानी होती है. अब निजी बसों पर प्रतिबंध के बाद स्कूलों को एसटी बस उपलब्ध करानी पडेगी. ऐसे में यात्रियों को साथ स्कूलों को भी बस उपलब्ध करना राज्य परिवहन मंडल के सामने दोहरी चुनौती जैसा काम होगा.
* सहल के लिए आठों डिपो में सुविधा
शालेय सहल के लिए महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन विभाग की तरफ से नई एसटी बसेस दी गई थी. इसका सकारात्मक परिणाम सहल पर हुआ हैं. नवंबर माह में जिले में अनेक बसेस की बुकिंग हुई थी. इससे लाखों रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है. साथ ही जिले के विभिन्न डिपो से शालेय सहल के लिए एसटी बस उपलब्ध की गई हैं. इसमें अमरावती समेत परतवाडा, बडनेरा व अन्य डिपो में शालाओं को सहल के लिए एसटी बुकिंग की सुविधा है.
* अब लालपरी अनिवार्य
शालेय सहल के लिए अब लालपरी अनिवार्य हैं. इस पर अमल करना शुरू हो गया हैं. विभाग में नवंबर माह में 15 बसेस की बुकिंग हुई थी. जिससे लाखों रुपए की आय मिली है. दिसंबर माह में भी बसेस बुक हुई हैं. सहल के लिए विशेष व नई बसेस की सुविधा की गई हैं. इस कारण सहल के लिए शाला-महाविद्यालय यह डिपो व्यवस्थापक से संपर्क करें.
– निलेश बेलसरे,
विभाग नियंत्रक अमरावती.





