प्रॉपर्टी ब्रोकर की हत्या से भाजीबाजार दहला
घटना को अंजाम देने के बाद फरार हुए चार आरोपी गिरफ्तार

* 12 घंटे के भीतर क्राईम ब्रांच के दल ने आरोपियों को दबोचा
* दो आरोपी भुसावल से और दो आरोपी अमरावती से गिरफ्तार
* क्षेत्र के नागरिकों में दहशत, खोलापुरी गेट थाना क्षेत्र की घटना
अमरावती/दि.16- सोमवार 15 दिसंबर की रात 9 बजे के दौरान शहर के भाजीबाजार में एक 50 वर्षीय प्रॉपर्टी ब्रोकर की 5 युवकों ने मिलकर चाकू से जानलेवा हमला कर निर्मम हत्या कर दी. इस हत्याकांड के बाद परिसर में काफी तनाव निर्माण हो गया. बढते तनाव को देखते हुए संपूर्ण परिसर में पुलिस का तगडा बंदोबस्त तैनात करना पडा. घटना को अंजाम देने के बाद फरार हुए आरोपियों में से 4 को क्राईम ब्रांच के निरीक्षक संदीप चव्हाण के मार्गदर्शन में 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया. इनमें से मुख्य दो आरोपी भुसावल से और दो आरोपी अमरावती से गिरफ्तार किए गए. मृतक का नाम पवन पंजाबराव वानखडे (50) हैं. जबकि गिरफ्तार आरोपियों के नाम खडकाडीपुरा निवासी वैभव उर्फ समीर उर्फ चिकन्या गणेश पत्रे (19) , महाजनपुरा निवासी साहील आत्माराम हिरपुरकर (19), सूरज प्रमोद पीडेकर (25) और सौरभ कैलासराव विजयकर (23) हैं.
जानकारी के मुताबिक 2-3 दिन पूर्व किसी विवाह समारोह में मृतक पवन वानखडे का बेटा विनीत वानखडे गया हुआ था. इस विवाह समारोह में सभी आरोपी भी मौजूद थे. किसी बात को लेकर वीर और उनके साथियों का आरोपियों के साथ झगडा हुआ था. उस समय आरोपियों से मृतक के बेटे विनीत ने मारपीट की थी. इस घटना के दो दिन बाद सोमवार को वीर वानखडे के पिता ज्यो पेशे से प्रॉपर्टी ब्रोकर हैं, को पता चला कि उसके बेटे विनीत को मारने के लिए आरोपियों ने सुपारी दी है. यह बात सुनकर पवन वानखडे संतप्त हो गए और अपने 4-5 साथियों के साथ वैभव पत्रे, शुभम ढोले, सुशील ढोले, विशाल ढोले की तलाश में निकल पडे. भाजीबाजार में यह सब बैठे हुए थे. तब पवन वानखडे और उनके साथियों ने वहां बैठे इन युवकों से विवाद शुरू कर दिया और दोनों गुटों के बीच मारपीट शुरू हो गई. अपने बचाव के लिए युवकों ने भी चाकू निकाले और पवन वानखडे पर प्राणघातक हमला कर दिया. 10 से 12 घाव लगने के कारण पवन वानखडे की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. इस हमले में आरोपी एक युवक भी चाकू लगने से घायल हो गया. घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी वहां से भाग गए. घटना की जानकारी मिलते ही खोलापुरी गेट और क्राईम ब्रांच का दल घटनास्थल पहुंच गया. पुलिस उपायुक्त श्याम घुगे, गणेश शिंदे, रमेश धुमाल समेत सहायक आयुक्त शिवाजीराव बचाटे भी वहां पहुंच गए. फरार हुए आरोपियों की सरगर्मी से तलाश शुरू की गई. मृतक के बेटे विनीत द्बारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया. और अलग-अलग दल आरोपियों की तलाश में भेजे गए. घटनास्थल पर नागरिकों की भारी भीड जमा हो गई थी.
* दुपहिया पर सवार होकर भागे थे दो मुख्य आरोपी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी वैभव पत्रे और साहील हिरपुरकर दुपहिया वाहन पर सवार होकर भुसावल की तरफ भाग गए थे. आरोपियों के लोकेशन के आधार पर क्राईम ब्रांच के निरीक्षक संदीप चव्हाण के नेतृत्व में सहायक निरीक्षक अनिकेत कासार, प्रियंका कोटावार, उपनिरीक्षक गजानन सोनोने, हेड कांस्टेबल दीपक सुंदरकर, जहीर शेख, अतुल संभे, सूरज चव्हाण, राजीक रायलीवाले, निखिल गेडाम, चेतन कराडे, प्रभात पोकले के दल ने दोनों आरोपियों को भुसावल से और सूरज पिडेकर व सौरभ विजयकर को उनके घर से गिरफ्तार किया गया. एक आरोपी अभी भी फरार बताया जाता हैं.
क्षेत्र में हुए पथराव से तनाव
पवन वानखडे की हत्या होने की जानकारी मिलने के बाद मृतक का बेटा अपने साथियों के साथ भाजीबाजार घटनास्थल आ पहुंचा. इन सभी ने संतप्त होकर भारी पथराव और तोडफोड शुरू कर दी. इस पथराव में 2 से 3 लोग घायल भी हो गए. चारो तरफ अफरा-तफरी मच गई थी. लेकिन पुलिस ने तत्काल घटनास्थल पहुंचकर स्थिति को काबू में कर लिया. लेकिन परिसर में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए तगडा बंदोबस्त तैनात किया गया था.
* अफवाह के कारण फैली और दहशत
पवन वानखडे की हत्या के बाद मृतक के बेटे की भी अपराधिक पृष्ठभूमि रहने से और उसके साथियों द्बारा परिसर में पथराव और तोडफोड किए जाने से तनाव था. फरार आरोपियों में से एक की गडगडेश्वर परिसर में हत्या किए जाने की अफवाह फैलने से परिसर में दहशत और पुलिस महकमें में हडकंप मच गया था. लेकिन ऐसा कुछ नहीं था. पुलिस को पूरी रात कडी ठंड में संपूर्ण परिसर में भागदौड करनी पडी.
* मृतक और आरोपियों की पृष्ठभूमि अपराधिक
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक के बेटे पर हत्या के प्रयास का मामला इसके पूर्व दर्ज हैं. मृतक और आरोपियों की पहले से अपराधिक पृष्ठभूमि हैं. पवन वानखडे अपने बेटे की सुपारी दिए जाने की अफवाह पर भरोसा न कर अपने साथियों के साथ यदि भाजी बाजार न गया होता तो यह घटना घटित नहीं होती. मामले की जांच खोलापुरी गेट पुलिस आगे कर रही है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने बीएनएस की धारा 103 (3), 351 (2), 352, 61 (4), 3 (5) के तहत मामला दर्ज किया हैं.





