रविराज देशमुख के पत्र पर पालकमंत्री बावनकुले ने दिए कार्रवाई के आदेश

बोट चालको से पैसे लेने वाले अधिकारी व कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई

कौंडण्यपुर /दि.18 – भगवान श्रीकृष्ण के ससुराल व विदर्भ राजकन्या माता रूक्मिणी के मायके श्री क्षेत्र कौडण्यपुर की नदी में भोई समाज बंधु बोट चलाकर अपना उदरनिर्वाह कर रहे हैं. गणपति व दुर्गात्सव में विसर्जन के दौरान वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अनेको बार इन्होंने भाविको को नदी मेंं डुबने से बचाया हैं. पुलिस प्रशासन को भी वे नदी में डुबे मृत व्ययक्तियोे की खोज में मदद करते है उनके बोट में बैटे यात्री सुरक्षित रहते हैं उन्हें किसी भी प्रकार का भय नही रहता.
13 दिसंबर को दोपहर के दौरान जानराव केवदे, सुधाकर केवदे, प्रल्हाद केवदे को निम्न वर्धा प्रकल्प के उपकार्यकारी अभियंता डांगे ने अपनी टीम सहित नदी किनारे पहुंचकर बोट बंद करने की सुचना दी. इस पर बोट चालको ने उनसे कहां की हमने प्रशासन से बोट चलाने की अनुमति मांगी हैं. बोट से ही हमारे परिवार का गुजारा होता हैे लेकिन वे अडे रहे. और किसी प्रकार की लेखी नोटिस न देते हुए. बोट बंद करने का कहकर उपकार्यकारी अभियांता डांगे सामने निकल गए. उसके बाद उनकी टीम के हर्षद मेश्राम ने बोट चालको से 15 हजार रूपए की मांग की.
सभी बोट चालको ने 12 हजार रूपए जमा कर दे दिए किंतु उन्हे किसी प्रकार की रसीद नही दी गई इस पर बोट चालको ने भाजपा जिलाध्यक्ष रविराज देशमुख से गुहार लगाई और लिखित शिकायत एंन्टीकरप्शन विभाग से की. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रविराज देशमुख ने 15 दिसंबर को जब जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले अमरावती जिले के दौरे पर आए तब उनके सामने यह प्रकरण रखा पालकमंत्री बावनकुले ने तत्काल ेकार्रवाई के आदेश दिए साथ ही बोट चालको को नदी में बोट चलाने ेके भी आदेश संबंधित अधिकारी को दिए. पालकमंत्री बावनकुले द्वारा तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए जाने पर रविराज देशमुख ने आभार व्यक्त किया.

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