धामणगांव में मनाया जा रहा श्रीबालाजी-खाटुश्याम मंदिर का 11वां स्थापना दिवस
10 वर्षों विविध सामाजिक उपक्रमों से मंदिर की विशेष पहचान

धामनगांव रेल्वे/दि.20 – राजस्थान में जयपुर के पास सीकर में स्थित खाटु श्याम की कलयुग में सभी धर्मों द्वारा पुजे जाने के साक्षात्कार से संपूर्ण विश्व में हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा का विश्वास अपनाकर सभी खाटु श्यामजी के चरणों में शिश नवाकर अपनी मन्नतों कि फलश्रृती को प्राप्त करते हैं इन्हीं मान्यताओं से विभिन्न शहरों और गांवों में खाटु श्यामबाबा के मंदिरों का निर्माण हो रहा है इसी कड़ी में अमरावती जिलेके धामनगांव रेल्वे में 10वर्ष पूर्व विशाल श्रीबालाजी -खाटुश्याम मंदिर का निर्माण हुआ था जिसका 11 वा स्थापना दिवस (पाटोत्सव) 21 दिसंबर को संपन्न होने जा रहा है.
धामनगांव रेल्वे में श्यामबाबा के भक्तों की बढ़ती तादाद से श्याम मंदिर का निर्माण होने की आकांक्षा से लेकर श्याम भक्तों की पुकार खाटु श्यामजी ने सुनी और धामनगांव रेल्वे के धार्मिक आस्थाओं में अपनी पहचान बनानेवाले जयरामदास भागचंद परिवार ने दो मंजिला विशाल श्रीबालाजी -खाटुश्याम मंदिर का निर्माण करवाया, जिसकी देखरेख के उदात्त हेतू से श्रीबालाजी -खाटुश्याम सेवा समिति का गठन हुआ. जिसके संचालक नियमित रुप से मंदिर के देखभाल में अपना समय देते हैं. इसी समिति के गठन की शुरुआत से ही समिति अध्यक्ष शरद अग्रवाल का प्रमुख उद्देश्य सामाजिक सेवाओं में मंदिर का योगदान बना रहे यह संकल्प लेकर समिती द्वारा निराधार, दिव्यांग और निराश्रित लोगों को नियमित (365 दिन)घर पहोंच टिफीन सेवा देने का मानस बनाकर निरंतर जारी है. इस टिफिन सेवा के लगभग 80000 हजार टिफीन वितरित हो चुके हैं रोज सुबह 11 बजे मंदिर के ही कर्मचारी द्वारा मोटर साइकिल से 20-25 गरजू व्यक्तियों के घर घर जाकर 1 समय का टिफिन वितरित किया जाता है.
टिफीन में दिया जानेवाला भोजन पुर्णता शुद्ध एवं मंदिर परिसर के भोजनकक्ष में बनाकर उसे फॉईल पैक डिब्बे में पैक किया जाता है जिसकी गुणवत्ता को समिति सदस्य निरंतर अपनी देखरेख से बनाये रखते हैं चाहे धुप, थंड या बारिश हो घरपोंच टिफिन सेवा को खंडीत ना होने देने के लिए विविध संसाधनों का उपयोग किया जाता है. इस टिफिन में भेजा हुआ भोजन लगभग 2 घंटे तक गरम रहता है. इस खाली कंटेनर की कीमत लगभग 6 से 7 रु लगती है किंतु बिना किसी सरकारी अनुदान से ईस सेवाभाव में दानशुर व्यक्तीयों का सहयोग मिलता है. इसी सेवा से धामनगांव रेल्वे ग्रामीण अस्पताल में भर्ती मरीजों के रिश्तेदारों को भी यही टीफीन सेवा दी जाती है, मंदिर परिसर में सुंदर प्रेरणाकुंज बगीचे का निर्माण किया गया है. जिसमें योगा का ध्यान करने के लिए सुंदर कुटिया बनाई गई है. बगीची में हरीघांस का लॉन, सुंदर फवारें रंग-बिरंगी फुलों के झाड़ भी लगाये है वॉकिंग ट्रॅक भी बनाया गया है जिसमें एक्युप्रेशर वाले पेविंग ब्लॉक लगे हैं, समिती द्वारा मंदिर परिसर में बच्चों के लिए वॉटर कुलर लगा हुआ है जहां रोजाना सैकड़ों बच्चे लंच ब्रेक में टिफीन खाने आते है ताकि बच्चों निरंतर शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो.
मंदिर में तुलदान सेवा, गौसेवा भी रखी गयी है. समिति का प्रमुख उद्देश्य आनेवाले सभी दर्शनार्थीयों को उत्कृष्ट सेवा प्रदान हो, मंदिर के हॉल में समिती की महिलाओं द्वारा महिलाओं का योगा क्लास रोज लगता है . श्रीश्याम प्रभु की सेवा में कोई कोर कसर ना रहे यह भी समिती का प्रयास रहता है. वार्षिक उत्सवों में कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी पर श्रीश्याम जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. हरवर्ष के 21 दिसंबर को मंदिर का स्थापना दिवस ( पाटोत्सव ) भी पुरी श्रध्दासे मनाया जाता.
इस वर्ष भी 21 दिसंबर 25 रविवार को विविध धार्मिक अनुष्ठानों के साथ शाम 6-30 बजे से श्रीश्याम भजन संध्या में नागपुर की सुश्री. कृष्णप्रिया, अपनी सुमधुर वाणी से भजनों की प्रस्तुति देगी. साथ ही श्रीश्याम बाबाके विग्रह का गुलाब, शेवंती, निशीगंधा तथा अन्य फुलों से मनमोहक श्रृंगार कीया जायेगा. भजनों की प्रस्तुति तक पावन दिव्य श्याम ज्योत जगाई जायेगी. बाबा को छप्पन भोग अर्पण लगाया जावेगा. पश्चात सैंकड़ों भक्तों के सानिध्य में बाबाकी महाआरती होगी. इस धार्मिक अनुष्ठान में धामनगांव रेल्वे शहर तथा परिसर के सभी धर्म अनुरागीयों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में सम्मिलित होने का आवाहन श्रीबालाजी -खाटुश्याम सेवा समिति ने किया है.





