बिखरने से बचे 409 परिवार

महिला सेल के काउंसलिंग से हुआ आपसी समझौता

* पति-पत्नी के झगडे के प्राप्त हुए थे 827 आवेदन
अमरावती/दि.23 – वैवाहिक जीवन में उम्पति के बीच झगडा वैसे तो हर घर की एक कहानी हैं. जहां छोटी मोटी किसी भी बात को लेकर बडे झगडे फसाद जैसे मामले भी सामने आ जाते हैं. बात अगर और भी बढ जाए तो घर छोड जाने और साथ छोड जाने की हो जाती हैं. इसके बाद अक्सर पति-पत्नी के इसी झगडे को लेकर महिला सेल में हर वर्ष बडी मात्रा में शिकायत प्राप्त होती है. इसी प्रकार 2025 के बीते 11 महीनों में ऐसी शिकायतों के 827 आवेदन प्राप्त हुए थे. लेकिन महिला सेल विभाग द्बारा दोनों पति-पत्नी को काउंसलिंग करते हुए उनका परिवार बिखरने से बचाने के 409 मामले भी सामने आए हैं. जहां सफलतापूर्ण तरीके से की गई समझाइश के बाद पति-पत्नी ने आपसी समझौता करने का मार्ग चुना है, जिसका श्रेय केवल महिला सेल विभाग को जाता है. पुलिस महिला सेल महिलाओंं से जुडी शिकायतों, जैसे घरेलू हिंसा, उत्पीडन, छेडछाड और दहेज मामलों को सुनने, सुलझाने और कानून मदद दिलाने के लिए एक विशेष रास्ता होता है, जहां महिला सामाजिक कार्यकर्ताओं और पुलिस मिलकर काउंसलिंग और मध्यस्थता से समाधान निकालने की कोशिश करती है और अनसुलझे मामलों को पुलिस स्टेशन भेजती है.
पति-पत्नी के काउंसलिंग करने के बाद कई बार इस तरह की भी घटनाएं सामने आती है जहां कुछ लोग दहेज, पैसे के लालच में आकर वास्तविक रूप से महिलाओं के साथ शारीरिक व मानसिक रूप से उन्हें प्रताडित करते है. कई बार इन्ही हरकतों को लेकर महिला खुदखुशी का रास्ता भी उपना लेती है. ऐसी कई घटनाएं अमरावती जिले में घटित हो चुकी है. पीडिता को न्याय मिलने के लिए महिला सेल द्बारा आगे की रिपोर्ट संबंधित पुलिस थाने को भेजी जाती है. इसके बाद पीडिता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज होता है. इसी तरह 2025 में महिलाओं को प्रताडित करने के चलते विभिन्न पुलिस थानों में 120 मामले दर्ज किए जा चुके हैं.

* 233 आवेदन है लंबित
वर्तमान स्थिति में महिला सेल विभाग द्बारा 233 मामलों को लेकर संबंधित परिवार के सदस्यों से काउंसलिंग करते हुए आपसी समझौता करने का प्रयास कर रही है. विशेष तौर से पुलिस मुख्यालय में महिला सेल विभाग अंतर्गत रोजाना दर्जनों मामलों में कामकाज जारी करता है. यह भी कार्य किसी एक बडी चुनौती से काम नहीं है. मौजूदा स्थिति में 233 आवेदन लंबित है. जबकि 65 मामलों के दस्तावेज अधूरे तथा शिकायतकर्ता द्बारा दी गई गलत जानकारी को लेकर वह फाइल वापस भेजी जा चुकी हैं.

* तभी महिला सेल जाएं
शिकायतकर्ता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध हैं
महिला सेल का मुख्य कार्य महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों में घरेलू हिंसा, यौन उत्पीडन, दहेज उत्पीडन, मानव तस्करी को रोकना और उन्हें सहायता प्राप्त करना होता है. इसके अलावा आवेदनकर्ताओ की शिकायत सुनना और जांच करना, काउंसलिंग और मध्यस्थता के माध्यम से पति-पत्नी या परिवार के सदस्यों के बीच सुलह करने का काम किया जाता है. जरूरत पडने पर कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस थाने भेजा जाता है. विशेष तौर से पीडिता की पहचान गोपनीय रखी जाती है, ताकि वे बिना किसी डर के शिकायत कर सके. याद रखे, अगर आप खुद रिश्ते नहीं बचा पा रही है तभी महिला सेल जाएं, क्योंकि यह आपके रिश्ते को खत्न करने की दिशा में एक बडा कदम हो सकता है.

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